NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
पीएम मोदी को वैलेंटाइन डे मुबारक! कृपया शाहीन बाग़ आएं और बात करें
‘‘चाहे, प्रधानमंत्री मोदी या गृहमंत्री अमित शाह आएं या कोई और, वे आ सकते हैं और हमसे बात करें। अगर वह हमें समझा देंगे कि जो भी हो रहा है वो संविधान के ख़िलाफ़ नहीं है तो हम अपना यह प्रदर्शन खत्म कर लेंगे।’’
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Feb 2020
saheen bagh
फोटो : अलीम जाफ़री

दिल्ली: “PM MODI PLEASE COME TO SHAHEEN BAGH” वैलेंटाइन डे पर ये बुलावा है शाहीन बाग़ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए। जिन्होंने अभी हाल में दिल्ली की चुनावी सभा में शाहीन बाग़ को "एक संयोग नहीं, एक प्रयोग" बताया था। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तमाम तल्खी और शाहीन बाग़ में साज़िश देखने और करंट लगाने के आह्वान के बाद भी शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारी उन्हें शुक्रवार को प्यार के दिन बुलाना चाहते हैं और उनसे बात करना चाहते हैं।

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित एनआरसी को वापस लिए जाने की मांग को लेकर पिछले साल 15 दिसंबर से विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी मोदी के लिए ‘प्यार वाला एक गीत’ और एक ‘सरप्राइज भेंट’ भी पेश करेंगे। प्रदर्शन स्थल पर इसके पोस्टर लगाए गए हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी इसे प्रसारित किया गया है।

इसमें लिखा है, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी, कृपया शाहीन बाग आएं, अपना गिफ्ट ग्रहण करें और हमसे बात करें।’’ शाहीन बाग में एक प्रदर्शनकारी तासीर अहमद ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘चाहे, प्रधानमंत्री मोदी या गृहमंत्री अमित शाह आएं या कोई और, वे आ सकते हैं और हमसे बात करें। अगर वह हमें समझा देंगे कि जो भी हो रहा है वो संविधान के खिलाफ नहीं है तो हम अपना यह प्रदर्शन खत्म कर लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि सरकार के दावे के मुताबिक सीएए ‘नागरिकता देगा न कि किसी की नागरिकता लेगा’ लेकिन कोई भी ये नहीं बता रहा कि यह देश के लिए मददगार कैसे होगा। फोटो : अलीम जाफ़री

shaheen baag
valentine day
Prime Minister Narendra Modi
PM modi please come to saheen bagh

Related Stories

अबकी बार, मोदी जी के लिए ताली-थाली बजा मेरे यार!

शासन जब एक सॉप ओपेरा बन जाता है

प्रधानमंत्री मोदी की देन: देश में गृहयुद्ध और सीमा पर युद्ध जैसे हालात

बिहार: शिक्षक दिवस पर हज़ारों शिक्षकों का प्रदर्शन

लोकतंत्र में मज़ाक़ या लोकतंत्र का मज़ाक़!

मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को ग़ैर-हिंदी भाषी दर्शकों ने ज़्यादा तवज्जो नहीं दी


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License