NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
बिहार के मतदाताओं से देश के 117 लेखकों की अपील
“बिहार ने कई बार देश को रास्ता दिखाया है और बुनियादी परिवर्तन का आगाज़ किया है। हमें उम्मीद है कि इस मशाल को राज्य के मतदाता जलाए रखेंगे।”
न्यूज़क्लिक डेस्क
26 Oct 2020
बिहार

बिहार में मतदान की घड़ी आ गई है। आज पहले दौर के मतदान के लिए चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। सभी दलों ने इसके लिए अपनी पूरी ताक़त झोंक रखी है। पहले दौर का मतदान बुधवार, 28 अक्टूबर को होगा। इसके बाद 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान होना है। इस बीच बिहार के मतदाताओं से देश के क़रीब 117 लेखकों ने अपील की है कि “वे विकास का ढोल पीटने और नफ़रत फैलाने वाली ताकतों के ख़िलाफ़ जनता और धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की पक्षधर शक्तियों को समर्थन दें।”

इन 117 लेखकों के हस्ताक्षर के साथ एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि ये चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं। पूरा बयान इस प्रकार है:-

इस समय देश आज़ादी के बाद के सबसे मुश्किल  और अँधेरे दौर से गुजर रहा है। लोकतंत्र का वेश धारण किये हुए तानाशाही, सांप्रदायिक और जन-विरोधी ताकतें हमारे धर्मनिरपेक्ष ढाँचे को नेस्तनाबूद करके गरीब-साधारण जनों के लिए नित नये संकट पैदा कर रही हैं। उन्होंने देश को झूठ, घृणा, दमन, हिंसा और आर्थिक विनाश के दुश्चक्र में डाल दिया है।

इस भीषण दौर में बिहार जैसे जागरूक राज्य के विधानसभा चुनाव बहुत अहमियत रखते हैं। हम लेखक-पत्रकार-कलाकार और संस्कृतिकर्मी बिहार के मतदाताओं से अपील करते हैं कि वे विकास का ढोल पीटने और नफ़रत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ जनता और धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की पक्षधर शक्तियों को समर्थन दें। बिहार ने कई बार देश को रास्ता दिखाया है और बुनियादी परिवर्तन का आगाज़ किया है। हमें उम्मीद है कि इस मशाल को राज्य के मतदाता जलाए रखेंगे।

-- विश्वनाथ त्रिपाठी, अशोक वाजपेयी, ज्ञानरंजन, विष्णुचंद्र शर्मा, नरेश सक्सेना, मुरलीमनोहर प्रसाद सिंह, आनंद स्वरूप वर्मा, रविभूषण, के सच्चिदानंदन, केकी दारूवाला, गीता हरिहरन, चंद्रकांत पाटील, रणजीत होस्कोटे, हेमंत दिवटे, अनुराधा पाटील, ना. धो. महानोर, वसंत दत्तात्रेय गुर्जर, प्रफुल्ल शिलेदार, सतीश कालसेकर, गणेश विसपुते, श्रीधर नांदेडकर, गणेश कनाटे, कौतिकराव ठाले पाटील, अश्विनी कुमार, आलोकधन्वा, राजेश जोशी, इब्बार रब्बी, गौहर राजा, रमेश उपाध्याय, रेखा अवस्थी, शबनम हाशमी, असद जैदी, विष्णु नागर, मनमोहन, अखिलेश, अजय सिंह, शोभा सिंह, राजेन्द्र शर्मा, शुभा, कुमार अम्बुज, देवी प्रसाद मिश्र, आलोक राय, पंकज बिष्ट, रामचंद्र कालंखे, जयप्रकाश सावंत, दिलीप वी चव्हाण, राजा होल्कुंडे, मधुसूदन आनंद,अनीता वर्मा, आशुतोष कुमार, विजय कुमार, कुलदीप कुमार, मंगलेश डबराल, विनोद भारद्वाज, चंचल चौहान,संजय कुंदन, बली सिंह, भाषा सिंह, राजेश सकलानी, राजेन्द्र दानी, संजीव कुमार, जवरीमल पारख, वीरेंद्र यादव, मनोहर नायक, दिविक रमेश, संजय सहाय, नवल शुक्ल, सविता सिंह, आर चेतनक्रांति, राजेंद्र शर्मा, सुभाष राय, कर्मेंदु शिशिर,  महेश दर्पण, योगेंद्र आहूजा, सरबजीत गरचा, लाल्टू, बोधिसत्त्व, विमल कुमार, मदन कश्यप, वरयाम सिंह, तुलसी रमण, कैलाश बनवासी, आशुतोष भारद्वाज, व्योमेश शुक्ल, ईश मिश्र, देवेन्द्र मोहन, अशोक भौमिक, रवींद्र त्रिपाठी, गौरीनाथ, ईश मधु तलवार, कुमार मुकुल, मनोज सिंह, मनोज कुमार पांडेय, सत्येंद्र रंजन, प्रवीण कुमार, सोनी पांडेय, शम्सुल इस्लाम, हीरालाल नागर, सुभाष गाताडे, कुमार वीरेंद्र, गोपाल प्रधान, शम्भु यादव, पल्लव, बिपिन कुमार शर्मा, शैलेन्द्र शांत, संजय जोशी, नीलिमा शर्मा, हरियश राय, अटल तिवारी, रमाकांत श्रीवास्तव, सुबोध कुमार श्रीवास्तव, विजय बहादुर सिंह, पूर्णचन्द्र रथ, शैलेन्द्र कुमार शैली, रामप्रकाश त्रिपाठी, ठाकुर सुरेन्द्र सिंह।

Bihar
Bihar election 2020
117 writers appeal
Writer-journalist-artist

Related Stories

बिहार: पांच लोगों की हत्या या आत्महत्या? क़र्ज़ में डूबा था परिवार

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बिहारः नदी के कटाव के डर से मानसून से पहले ही घर तोड़कर भागने लगे गांव के लोग

मिड डे मिल रसोईया सिर्फ़ 1650 रुपये महीने में काम करने को मजबूर! 

बिहार : दृष्टिबाधित ग़रीब विधवा महिला का भी राशन कार्ड रद्द किया गया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका

बिहार पीयूसीएल: ‘मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराने के लिए हिंदुत्व की ताकतें ज़िम्मेदार’

बिहार में ज़िला व अनुमंडलीय अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी


बाकी खबरें

  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दक्षिणी गुजरात में सिंचाई परियोजना के लिए आदिवासियों का विस्थापन
    22 May 2022
    गुजरात के दक्षिणी हिस्से वलसाड, नवसारी, डांग जिलों में बहुत से लोग विस्थापन के भय में जी रहे हैं। विवादास्पद पार-तापी-नर्मदा नदी लिंक परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लेकिन इसे पूरी तरह से…
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: 2047 की बात है
    22 May 2022
    अब सुनते हैं कि जीएसटी काउंसिल ने सरकार जी के बढ़ते हुए खर्चों को देखते हुए सांस लेने पर भी जीएसटी लगाने का सुझाव दिया है।
  • विजय विनीत
    बनारस में ये हैं इंसानियत की भाषा सिखाने वाले मज़हबी मरकज़
    22 May 2022
    बनारस का संकटमोचन मंदिर ऐसा धार्मिक स्थल है जो गंगा-जमुनी तहज़ीब को जिंदा रखने के लिए हमेशा नई गाथा लिखता रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल पेश करने वाले इस मंदिर में हर साल गीत-संगीत की…
  • संजय रॉय
    महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 
    22 May 2022
    पेट्रोलियम उत्पादों पर हर प्रकार के केंद्रीय उपकरों को हटा देने और सरकार के इस कथन को खारिज करने यही सबसे उचित समय है कि अमीरों की तुलना में गरीबों को उच्चतर कीमतों से कम नुकसान होता है।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: महंगाई, बेकारी भुलाओ, मस्जिद से मंदिर निकलवाओ! 
    21 May 2022
    अठारह घंटे से बढ़ाकर अब से दिन में बीस-बीस घंटा लगाएंगेे, तब कहीं जाकर 2025 में मोदी जी नये इंडिया का उद्ïघाटन कर पाएंगे। तब तक महंगाई, बेकारी वगैरह का शोर मचाकर, जो इस साधना में बाधा डालते पाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License