भारत में कोविड महामारी का प्रकोप जारी है जबकि दुनिया के बाकी देशों में इसका ग्राफ़ नीचे जा रहा है। अब अमेरिका और यूरोप में फिर से आर्थिक विकास की संभावना है जिससे उन देशों में कच्चे माल की खपत बढ़ेगी। इससे दुनियाभर में कच्चे माल के दाम बढ़ेंगे और साथ ही भारतीय कॉरपोरेट जगत के खर्चे भी। भारत मे कोविड यूँ ही संकट बना रहा यो हमारे देश में चीज़ें नहीं बिकेंगी और इससे कॉरपोरेट का मुनाफ़ा भी कम होगा। इसका मतलब सिर्फ ग़रीब और मध्य वर्ग नहीं बल्कि अमीरों को भी महामंदी का सामना करना पड़ सकता है।