NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
असम में 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके
भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों में भी महसूस किए गए।
भाषा
28 Apr 2021
असम में 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके
image courtesy ; social media

गुवाहाटी/शिलॉन्ग/जलपाईगुड़ी: असम में बुधवार सुबह 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए जिससे पूर्वोत्तर राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए।

उन्होंने बताया कि भूकंप सुबह सात बजकर 51 मिनट पर सोनितपुर जिले में आया।

इसके बाद सात बजकर 58 मिनट और आठ बजकर एक मिनट पर भूकंप के दो और झटके महसूस किए गए। ये भूकंप के झटके क्रमश: 4.3 और 4.4 तीव्रता के दर्ज किए गए।

क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और लोग घबराहट में अपने घरों तथा अन्य स्थानों से बाहर निकल आए।

सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर, गुवाहाटी और कई अन्य स्थानों में कई इमारतों में दरारें आ गई।

हताहतों के संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

 

प्रधानमंत्री-गृह मंत्री ने असम के मुख्यमंत्री से बात की

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की भूंकप से हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लिया तथा पूर्वोत्तर के इस राज्य को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन भी दिया।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘असम के विभिन्न हिस्सों में आए भूकंप के सिलसिले में मुख्यमत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की। हरसंभव केंद्रीय मदद का उन्हें आश्वासन दिया। असम के लोगों के कुशल-क्षेम की कामना करता हूं।’’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात कर, भूकंप से हुए नुकसान का जायजा लिया और उन्हें हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया।

 

भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों में भी महसूस किए गए।

asam
earthquake tremors in Assam
earthquake

Related Stories

असम में भूकंप के हल्के झटके, राज्य में 9 दिनों में तीसरा भूकंप

मैक्सिको में भूकंप के गहरे झटके, क़रीब 6 लोगों की मौत

क्या ये छोटे-छोटे भूकंप किसी बड़े भूकंप की आहट हैं?

चक्रवाती तूफान फानी कमज़ोर पड़ा, ओडिशा में मरने वालों की संख्या 12 हुई

इंडोनेशिया में बाढ़-भूस्खलन से बिगड़े हालात, लोम्बोक द्वीप में भूकंप के झटके


बाकी खबरें

  • RAHANE PUJARA
    भाषा
    रणजी ट्राफी: रहाणे और पुजारा पर होंगी निगाहें
    23 Feb 2022
    अपने फॉर्म से जूझ रहे आंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा अब रणजी ट्रॉफी से वापसी की कोशिश करेंगे। 24 फरवरी को होने वाले मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों पर खास नज़र होगी।
  • ibobi singh
    भाषा
    मणिपुर के लोग वर्तमान सरकार से ‘ऊब चुके हैं’ उन्हें बदलाव चाहिए: इबोबी सिंह
    23 Feb 2022
    पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने कहा "मणिपुर के लोग भाजपा से ऊब चुके हैं। वह खुलकर कह नहीं पा रहे। भाजपा झूठ बोल रही है और खोखले दावे कर रही है। उन्होंने अपने किसी भी वादे को…
  • तारिक़ अनवर
    यूपी चुनाव: बीजेपी के गढ़ पीलीभीत में इस बार असल मुद्दों पर हो रहा चुनाव, जाति-संप्रदाय पर नहीं बंटी जनता
    23 Feb 2022
    पीलीभीत (उत्तर प्रदेश): जैसा वायदा किया गया था, क्या किसानों की आय दोगुनी हो चुकी है? क्या लखीमपुर खीरी में नरसंहार के लिए किसानों को न्याय मिल गया है?
  • vaccine
    ऋचा चिंतन
    शीर्ष कोविड-19 वैक्सीन निर्माताओं ने गरीब देशों को निराश किया
    23 Feb 2022
    फ़ाइज़र, मोडेरना एवं जेएंडजे जैसे फार्मा दिग्गजों ने न तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोवाक्स में ही अपना कोई योगदान दिया और न ही गरीब देशों को बड़ी संख्या में खुराक ही मुहैया कराई है।
  • vvpat
    एम.जी. देवसहायम
    चुनाव आयोग को चुनावी निष्ठा की रक्षा के लिहाज़ से सभी वीवीपीएटी पर्चियों की गणना ज़रूरी
    23 Feb 2022
    हर एक ईवीएम में एक वीवीपैट होता है, लेकिन मतों की गिनती और मतों को सत्यापित करने के लिए काग़ज़ की इन पर्चियों की गिनती नहीं की जाती है। यही वजह है कि लोग चुनावी नतीजों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License