NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
(अ)धर्म संसद: “नरम हिंदुत्व की राजनीति के सहारे कांग्रेस नहीं लड़ सकती भाजपा की सांप्रदायिकता से”
छत्तीसगढ़ माकपा ने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी के रूप में अब कांग्रेस को यह समझ लेना चाहिए कि 'नरम हिंदुत्व' की राजनीति का सहारा लेकर, साधु-संतों की आवभगत करके और राम के नाम का जाप करके भाजपा की सांप्रदायिकता से नहीं लड़ा जा सकता।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
29 Dec 2021
(अ)धर्म संसद: “नरम हिंदुत्व की राजनीति के सहारे कांग्रेस नहीं लड़ सकती भाजपा की सांप्रदायिकता से”

रायपुर (छत्तीसगढ़): मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रायपुर में कथित धर्म संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा, धार्मिक उन्माद व नफरत फैलाने तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उनके हत्यारे को महिमामंडित करने की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि आरएसएस-भाजपा के नेतृत्व में संघी गिरोह प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने और धर्म के नाम पर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने का खेल खेल रही है, जिसकी इजाजत इस प्रदेश की शांतिप्रिय और धर्मनिरपेक्ष जनता कतई नहीं देगी।

पार्टी ने कहा है कि हिन्दू धर्म के नाम पर जो भड़काऊ भाषण दिए गए हैं, वे न केवल हिन्दू धर्म की सारवस्तु को विकृत करने वाले थे, बल्कि देश की एकता-अखंडता और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ भी थे।

एक बयान जारी कर माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा है कि संघी गिरोह पूरे देश में अल्पसंख्यकों पर हमले करने और उनके खिलाफ नफरत फैलाने की राजनीति कर रहा है। रायपुर में कथित धर्म संसद का आयोजन भी इसी उद्देश्य से किया गया था। लेकिन इसके आयोजकों में कांग्रेस नेताओं का शामिल होना बताता है कि धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति उसकी आस्था में कितनी गिरावट आई है। यह आश्चर्य की बात है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ विष-वमन कर गेरुआ वस्त्र में लिपटे अपराधी प्रशासन की नाक के नीचे से बचकर चले गए हैं और अब कांग्रेस विलाप कर रही है।

माकपा नेता ने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी के रूप में अब कांग्रेस को यह समझ लेना चाहिए कि 'नरम हिन्दुत्व' की राजनीति का सहारा लेकर, साधु-संतों की आवभगत करके और राम के नाम का जाप करके भाजपा की सांप्रदायिकता से नहीं लड़ा जा सकता। कांग्रेस और उसके प्रशासन की कमजोरी के कारण ही पिछले दिनों कवर्धा में ये ताकतें सदभाव का माहौल बिगाड़ने में सफल हो पाई थी और कथित धर्म संसद में जहर भरे अधर्मी बोलों के लिए भी अपनी जिम्मेदारी से कांग्रेस नहीं बच सकती।

माकपा ने संविधान और उसके मूल्यों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले कथित सभी साधुओं को और सभी आयोजकों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। पार्टी ने उच्च न्यायालय से भी इस मामले का स्वतः संज्ञान लेने की अपील की है, क्योंकि सवाल संविधान के मूल्यों की रक्षा का है।

 

उल्लेखनीय है कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ के अंतिम दिन हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ कथित ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणी की थी। उन्होंने लोगों से कहा था कि उन्हें धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए।

इससे पहले, यति नरसिंहानंद गिरि ने गोडसे को सत्य और धर्म का प्रतीक बताते हुए उसकी प्रशंसा की थी।

Dharma Sansad:
Congress
BJP
Communalism
soft Hindutva

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • yogi
    अजय कुमार
    उत्तर प्रदेश : बिल्कुल पूरी नहीं हुई हैं जनता की बुनियादी ज़रूरतें
    09 Feb 2022
    लोगों की बेहतरी से जुड़े सरकारी मानकों के निगाह से देखने पर उत्तर प्रदेश में घाव ही घाव नजर आते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, ग़रीबी बेरोज़गारी के के हालात इतने बुरे हैं कि लगता है जैसे योगी सरकार ने इन…
  • देबांगना चैटर्जी
    फ़्रांस में खेलों में हिजाब पर लगाए गए प्रतिबंध के ज़रिये हो रहा है विभाजनकारी, भेदभावपूर्ण और ख़तरनाक खेल
    09 Feb 2022
    फ़्रांस में धर्मनिरपेक्षता को बरक़रार रखने के लिए खेलों में हिजाब और दूसरे "सुस्पष्ट धार्मिक चिन्हों" पर प्रतिबंध लगाने की कवायद पूरी तरह से पाखंड, भेदभाव और राजनीतिक हितों से भरी नज़र आती है। आख़िरकार…
  • Modi
    अजय गुदावर्ती
    मोदी की लोकप्रियता अपने ही बुने हुए जाल में फंस गई है
    09 Feb 2022
    अलोकप्रिय नीतियों के बावजूद पीएम की चुनाव जीतने की अद्भुत कला ही उनकी अपार लोकप्रियता का उदाहरण है। जहाँ इस लोकप्रियता ने अभी तक विमुद्रीकरण, जीएसटी और महामारी में कुप्रबंधन के बावजूद अच्छी तरह से…
  • unemployment
    कौशल चौधरी, गोविंद शर्मा
    ​गत 5 वर्षों में पदों में कटौती से सरकारी नौकरियों पर छाए असुरक्षा के बादल
    09 Feb 2022
    संघ लोकसेवा आयोग द्वारा 2016-17 में भर्ती किए गए कुल उम्मीदवार 6,103 की तदाद 2019-20 में 30 फीसदी घट कर महज 4,399 रह गई।
  • SP MENIFESTO
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    जनता की उम्मीदों पर कितना खरा होगा अखिलेश का ‘वचन’
    09 Feb 2022
    समाजवादी पार्टी ने अपने कहे मुताबिक भाजपा के बाद अपने वादों का पिटारा खोल दिया, इस बार अखिलेश ने अपने घोषणा पत्र को समाजवादी वचन पत्र का नाम दिया, इसमें किसानों, महिलाओं, युवाओं पर विशेष ध्यान दिया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License