NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
असांजे मामले के एक प्रमुख गवाह ने झूठ बोलने की बात स्वीकार की
जूलियन असांजे के ख़िलाफ़ अमेरिकी अभियोग में एक सजायाफ्ता हैकर और प्रमुख गवाहों में से एक सिगुरडुर थॉर्डर्सन ने स्वीकार किया कि उसने अभियोजन से छूट के बदले में अपनी झूठी गवाही दी थी।
पीपल्स डिस्पैच
29 Jun 2021
असांजे मामले के एक प्रमुख गवाह ने झूठ बोलने की बात स्वीकार की
जूलियन असांजे के साथ सिगुरडुर थॉर्डर्सन (फोटो: स्टंडिन)

एक खुलासे में आइसलैंड के एक हैकर और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ अमेरिकी अभियोग में प्रमुख गवाहों में से एक गवाह ने अपने टेस्टिमोनी फॉर इम्यूनिटी में झूठ बोलने की बात स्वीकार की है। एक सजायाफ्ता हैकर सिगुरडुर "सिग्गी" थॉर्डर्सन ने 26 जून को आइसलैंड की साप्ताहिक पत्रिका स्टंडिन के साथ एक साक्षात्कार में इसे स्वीकार किया।

इस मनगढ़ंत टेस्टिमोनी में थोरडार्सन ने 2011 में विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के इशारे पर हैकिंग करने का झूठा दावा किया था। अमेरिका द्वारा प्रस्तुत अदालती दस्तावेजों में थॉर्डर्सन का उल्लेख एक "किशोर" के रूप में किया गया है, जिसे असांजे ने व्हिसलब्लोअर और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक स्थानीय प्रेस स्वतंत्रता अभियान में अपने काम के लिए आइसलैंड की यात्रा के दौरान स्थानीय विधायकों का फोन रिकॉर्ड और कम्यूनिकेशन हैक करने के लिए प्रोत्साहित किया था।

थॉर्डर्सन ने अपने साक्षात्कार में कहा कि उसने आइसलैंड में अमेरिकी दूतावास से संपर्क किया और असांजे के खिलाफ आपराधिक जांच के गवाह के रूप में खुद को पेश किया। उसकी हैकिंग, गबन और अन्य आपराधिक गतिविधियों जैसे कि यौन शोषण में संभावित रुप से शामिल होने के लिए अभियोजन से प्रतिरक्षा के बदले में उसे संघीय जांच ब्यूरो और अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा तुरंत एक गवाह के रूप में शामिल किया गया था।

थॉर्डर्सन ने अपनी गवाही में कहा कि वह विकीलीक्स का एक प्रमुख प्रतिनिधि था और उसने विकीलीक्स के लिए हैकिंग गतिविधियों को अंजाम दिया और हैक्टिविस्ट समूह लुल्ज़सेक के संपर्क में था। इस गवाही का इस्तेमाल अमेरिकी न्याय विभाग ने जून 2020 में दूसरी अभियोग प्रक्रिया में असांजे के खिलाफ साजिश के आरोपों के दायरे का विस्तार करने के लिए किया था।

अब यह सामने आया है कि थॉर्डर्सन 2010 में विकीलीक्स के लिए केवल धन उगाहने के प्रयास के लिए मामूली तौर पर शामिल था। इस अवधि में थॉर्डर्सन ने विकीलीक्स से 50,000 अमेरिकी डॉलर का गबन किया जबकि अन्य अवैध गतिविधियों में भी शामिल रहा जिसकी जानकारी असांजे या विकीलीक्स को नहीं थी।

मानवाधिकार वकील जेनिफर रॉबिन्सन जो 2010 से असांजे और विकीलीक्स को सलाह दे रही हैं वह कहती हैं, "यह बताने के लिए यह नया खुलासा है कि अमेरिका को क्यों इसे बंद कर देना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "इस मामले का तथ्यात्मक आधार पूरी तरह से अलग हो गया है।"

Julian Assange
Julian Assange case

Related Stories

ब्रिटेन की कोर्ट ने जूलियन असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण की अनुमति दी

ज़ोर पकड़ती  रिहाई की मांग के बीच जूलियन असांज नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित

पत्रकारिता एवं जन-आंदोलनों के पक्ष में विकीलीक्स का अतुलनीय योगदान 

वे उन्हें मार रहे हैं : असांज की 'स्लो डेथ' खसोगी की याद दिलाती है

जूलियन असांज का न्यायिक अपहरण

ब्रिटिश अदालत ने अमेरिका को असांजे के फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करने की अनुमति दी

स्टीव बैनन और भ्रष्ट अधिकारियों को आख़िरी समय में ट्रंप ने माफ़ किया

यूके के न्यायाधीश ने असांजे को ज़मानत देने से इनकार किया

ब्रिटेन : जूलियन असांजे को नहीं मिली जमानत

जूलियन असांज के प्रत्यर्पण की अपील खारिज, रिलायंस का हलफ़नामा और अन्य


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License