NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
दिल्ली से लेकर लखनऊ तक लखीमपुर कांड के लिए अजय मिश्रा टेनी की बर्ख़ास्तगी की मांग
एसआईटी की रिपोर्ट के बाद टेनी को बर्खास्त न कर के भाजपा किसानों का अपमान कर रही है।जब यह बात सामने आ गई है कि किसानों को सुनियोजित तरीके से मारा गया है तो अब आरोपी  को बर्खास्त कर जेल भेजना चाहिए।
असद रिज़वी
16 Dec 2021
Ajay Mishra Teni
फ़ोटो साभार: सोशल मीडिया

देश की राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक विपक्ष गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्ख़ास्तगी और गिरफ़्तारी के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर दबाव बना रहा है।

विशेष जाँच दल (एसआईटी) द्वारा लखीमपुर कांड को “सुनियोजित साजिश” बताने के बाद टेनी की बर्ख़ास्तगी के लिये प्रदेश में विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गये हैं।

किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं ने भी कहा है कि भाजपा को याद रखना चाहिये कि हमने आंदोलन ख़त्म किया है; मिशन उत्तर प्रदेश वापिस नहीं लिया है। उधर एक टीवी पत्रकार से अभद्रता कर के गृह राज्य मंत्री ने स्वयं के लिए एक और नई परेशानी खड़ी कर ली है।

उत्तर प्रदेश में बुधवार को शीतकालीन सत्र शुरू हुआ। सत्र के पहले ही दिन कांग्रेसी विधायकों ने सड़क से भाजपा पर हमला शुरू कर दिया।पार्टी के विधायकों ने जुलूस निकाल मोदी के मंत्री की बर्ख़ास्तगी की माँग की।भाजपा के प्रदेश कार्यालय के सामने से गुज़रे इस जुलूस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार “लल्लू” भी शामिल हुए। टेनी की गिरफ़्तारी के लिये नारे लगाते देखे गये।

माना जा रहा है कि प्रदेश चुनाव में 2002 से पहले विपक्ष लखीमपुर कांड को एक बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है। यह मुद्दा प्रदेश के किसानों से सीधा जुड़ा हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा तीन विवादास्पद क़ानूनों के वापिस लेने के बाद लखनऊ में हुई “किसान महापंचायत” में भी “संयुक्त किसान मोर्चा” ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आज कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट के बाद टेनी को बरख़ास्त न कर के भाजपा किसानों का अपमान कर रही है।उन्होंने कहा कि किसानों  का शक़ अब यक़ीन में तब्दील हो गया है कि लखीमपुर “नरसंहार” को आशीष मिश्र ने अपने पिता मंत्री अजय मिश्र टेनी के इशारे पर अंजाम दिया था।भाजपा को चेतावनी देते हुए लल्लू ने कहा कि टेनी की बरखास्तगी तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।

लल्लू ने लखीमपुर मे एक टीवी पत्रकार के सवाल पर धमकाने और मोबाइल छीनने संबंधी वायरल वीडियो का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इस घटना ने टेनी के आपराधिक प्रवृत्ति का खुलासा कर दिया है।

कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री दीपक सिंह ने कहा कि टेनी गृह राज्य मंत्री पद पर रहने पर निष्पक्ष जांच को लेकर कई तरह की शंकाएं और सवाल बने रहेंगे। अगर टेनी इस्तीफ़ा नहीं देते तो प्रधानमंत्री मोदी उन्हें बरखास्त करें। ऐसा न करने पर माना जाएगा कि “पीएम मोदी किसानों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं”।

उधर प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी भी सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने में लगी हुई है।जहाँ भगवा पार्टी “हिंदुत्व” के सहारे सत्ता में आने की कोशिश कर रही है।वही सपा बढ़ती मँगाई और कृषि संकट को प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बनाने करती दिख रही है।

सपा नेताओं ने टेनी की बर्ख़ास्तगी-गिरफ़्तारी और महँगाई को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया।हाथ में गन्ने और रसोई गैस सिलेंडर लिये सपा विधायक नारे लगा रहे थे, “जब से भाजपा आई है-कमर तोड़ महँगाई है।”

बता दें कि गन्ने की क़ीमतें भी प्रदेश का एक बड़ा मुद्दा है। किसान आंदोलन के दबाव में 325 रुपये वाले गन्ने का मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। जबकि किसान गन्ने की फ़सल की कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल की मांग कर रहे हैं।

सपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और लखीमपुर कांड पर पोस्टर के जरिए विरोध दर्ज किया।पोस्टर में घटना में इस्तेमाल जीप को दिखाया गया है।उल्लेखनीय है कि लखीमपुर कांड में आंदोलनकारी किसानों को “एसयूवी कार” ने कुचल दिया था।

इस कांड में 4 किसान, 1 पत्रकार और 3 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।जिसका आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्रा लगा था। इस घटना से कुछ दिन पहले ही मंत्री का किसानों को धमकी देने का एक विडीयो वायरल हुआ था।आशीष मिश्रा फ़िलहाल जेल में हैं और अजय मिश्रा मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री है। उन्होंने न इस्तीफ़ा दिया है और न प्रधानमंत्री ने बर्खास्त किया है।

पूर्व मंत्री और सपा एमएलसी राजेन्द्र चौधरी ने भाजपा सरकार को निशना बनाते हुए कहा है कि लखीमपुर (तिकोनिया) कांड सरकार पर कलंक है, घटना के आरोपी केंद्रीय मंत्री टेनी तुरंत इस्तीफा दें।उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के राज्य में कानून का राज नहीं है। सरकार जीप से निर्दोष किसानों को कुचल रही है।

योगी सरकार टेनी के घर कब बुलडोजर चलवाएगी? 

बता दें कि आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी ने लखीमपुर हिंसा पर चर्चा की मांग रखी।विपक्षी सदस्यों के हंगामे  के बीच सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।

लखीमपुर कांड में एसआईटी की रिपोर्ट केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को भाजपा हाईकमान ने बुधवार को दिल्ली तलब किया था।भाजपा पर इस्तीफे के दबाव के बीच पार्टी सूत्र बताते है कि अभी इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। इस्तीफ़ा लेने का अर्थ यह होगा कि लखीमपुर घटना की ज़िम्मदरी को स्वीकार कर लिया गया है।

पार्टी सूत्र कहते हैं कि आलाकमान अगर टेनी के ख़िलाफ़ कोई ऐक्शन लेगा भी तो उसका कारण “लखीमपुर कांड” नहीं, बल्कि उनके द्वारा “मीडिया से अभद्रता’ कारण बताया जायेगा।

लखीमपुर खीरी में बुधवार को मंत्री टेनी अपने पुत्र आशीष पर एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद बढ़ाई गई धाराओं को लेकर एक टीवी पत्रकार किये गए सवाल करने पर भड़क गए।केंद्रीय मंत्री सवाल करने वाले पत्रकार से अभद्र भाषा का प्रयोग किया  और उन्होंने मीडियाकर्मी को धक्का भी दिया। मंत्री के मीडिया के साथ व्यवहार की विडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है।

वही संयुक्त किसान मोर्चा ने भी एसआईटी रिपोर्ट के बाद भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है। मोर्चा के नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि जब यह बात सामने  आ गई है कि किसानों को सुनियोजित तरीके से मारा गया है तो अब आरोपी  को बर्खास्त कर जेल भेजना चाहिए।यादव ने कहा है कि किसानों ने आंदोलन ख़त्म कर दिया है, लेकिन मिशन यूपी जारी है। किसान नेता के अनुसार अगर टेनी की बर्ख़ास्तगी नहीं हुई तो “किसानों के नरसंहार का मुद्दा लेकर वह प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर जायेंगे।

जब देश के राजनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश के प्रदेश चुनाव में केवल कुछ ही समय में बचा है, ऐसे में लखीमपुर-कांड की दिल्ली से लखनऊ तक गूँज ने भाजपा की चिंता को बढ़ा दिया है। एसआईटी की रिपोर्ट ने विपक्ष को भाजपा को घेरने का एक मज़बूत मुद्दा दिया है।

माना जा रहा है, आवारा पशु, एमएसपी, गन्ने की क़ीमतों और बढ़ती मँगाई पर किसानों के ग़ुस्से का सामना कर रही भाजपा सरकार के लिये लखीमपुर-कांड में आरोपी आशीष मिश्रा के पिता टेनी का बचाव चुनावी मौसम में महँगा भी पड़ सकता है।

Lakhimpur Kheri
Lakhimpur massacre
Ajay Mishra Teni
Ajay Kumar Mishra
kisan andolan
BJP
Modi government

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • srilanka
    न्यूज़क्लिक टीम
    श्रीलंका: निर्णायक मोड़ पर पहुंचा बर्बादी और तानाशाही से निजात पाने का संघर्ष
    10 May 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने श्रीलंका में तानाशाह राजपक्षे सरकार के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन पर बात की श्रीलंका के मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. शिवाप्रगासम और न्यूज़क्लिक के प्रधान…
  • सत्यम् तिवारी
    रुड़की : दंगा पीड़ित मुस्लिम परिवार ने घर के बाहर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है', पुलिस-प्रशासन ने मिटाया
    10 May 2022
    गाँव के बाहरी हिस्से में रहने वाले इसी मुस्लिम परिवार के घर हनुमान जयंती पर भड़की हिंसा में आगज़नी हुई थी। परिवार का कहना है कि हिन्दू पक्ष के लोग घर से सामने से निकलते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाते…
  • असद रिज़वी
    लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी का हंगामा: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत चंदन का घेराव, धमकी
    10 May 2022
    एक निजी वेब पोर्टल पर काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर की गई एक टिप्पणी के विरोध में एबीवीपी ने मंगलवार को प्रोफ़ेसर रविकांत के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया। उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में घेर लिया और…
  • अजय कुमार
    मज़बूत नेता के राज में डॉलर के मुक़ाबले रुपया अब तक के इतिहास में सबसे कमज़ोर
    10 May 2022
    साल 2013 में डॉलर के मुक़ाबले रूपये गिरकर 68 रूपये प्रति डॉलर हो गया था। भाजपा की तरफ से बयान आया कि डॉलर के मुक़ाबले रुपया तभी मज़बूत होगा जब देश में मज़बूत नेता आएगा।
  • अनीस ज़रगर
    श्रीनगर के बाहरी इलाक़ों में शराब की दुकान खुलने का व्यापक विरोध
    10 May 2022
    राजनीतिक पार्टियों ने इस क़दम को “पर्यटन की आड़ में" और "नुकसान पहुँचाने वाला" क़दम बताया है। इसे बंद करने की मांग की जा रही है क्योंकि दुकान ऐसे इलाक़े में जहाँ पर्यटन की कोई जगह नहीं है बल्कि एक स्कूल…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License