अल्जीरियाई सरकार द्वारा पिछले साल द्रारेनी को दो बार चेतावनी और धमकी दी गई थी और सेना व सरकार की कम आलोचना करने का आदेश दिया गया था।
अल्जीरियाई पत्रकार खालिद द्रारेनी जिन्हें पिछले महीने अल्जीरिया की एक अदालत ने तीन साल की जेल की सजा सुनाई थी उनको मंगलवार 15 सितंबर को एक अपील कोर्ट ने सजा को कम करते हुए दो साल की जेल की सजा सुनाई। नेशनल कमेटी फॉर द रिलीज ऑफ डीटेनीज द्वारा जारी बयान में ये कहा गया है।
अल्जीयर्स में सिदी महमद अदालत ने 10 अगस्त को द्रारेनी को 50,000 अल्जीरियाई दीनार (लगभग 400 डॉलर) के जुर्माने के साथ तीन साल की जेल की सजा सुनाई थी। दो अन्य सह-अभियुक्तों अल्जीरियाई हिरक आंदोलन के एक्टिविस्टों समीर बेनलर्बी और स्लीमेन हैमीटचे को भी द्रारेनी के अलावा दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उन्हें एक साल की जेल की सज़ा के बदले चार महीने की जेल की सजा मिली और इतना समय बीत जाने पर उन्हें रिहा किया गया।
द्रारेनी को इस साल 29 मार्च को गिरफ़्तार किया गया था जब वे अल्जीरिया में एक साल से अधिक समय से चल रहे सत्ता-विरोधी और सरकार-विरोधी हिरक विरोध आंदोलन को कवर कर रहे थे। उन पर "निहत्थे सभा को उकसाने" और "राष्ट्रीय एकता को ख़तरे में डालने" सहित कई द्वेषपूर्ण आरोप लगाए गए, साथ ही देश में व्यापक भ्रष्टाचार और राजनीतिक शिथिलता और कुप्रबंधन के लिए सोशल मीडिया में अल्जीरियाई राष्ट्रपति अब्देलमद्जीद तेबोने और सरकार की आलोचना के आरोप लगाए गए। उन्होंने हिरक प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता भी व्यक्त की थी जो देश में बड़े पैमाने पर राजनीतिक सुधारों के लिए एक साल से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।