NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
अमेरिका : ब्र्यूरी में हुई गोलीबारी में 6 लोगों की मौत
विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और साथ ही अमेरिका में फिर से शस्त्र नियंत्रण की बहस तेज़ हो गई है।
पीपल्स डिस्पैच
27 Feb 2020
US

अमेरिका के विसकोंसिन राज्य के मिल्वौकी में स्थित मोलसों कूर्स नाम की ब्र्यूरी में में हुई गोलीबारी में 6 कर्मचारियों की मौत हो गई है। बुधवार की दोपहर को एक शख़्स मिलर प्लांट में घुस आया जिसमें 1000 कर्मचारी काम करते हैं, और गोली चलाने लगा, बाद में उसे ख़ुद को भी गोली मार ली। इस शख़्स की पहचान 51 साल के आदमी के रूप में हुई है जो पहले इसी कंपनी का कर्मचारी था जिसे हाल ही में काम से निकाल दिया गया था। अधिकारियों को अभी तक हमले के पीछे के मक़सद का पता नहीं चला है।

अमेरिका में यहा 64वीं ऐसी घटना है, जिसमें अकेले फरवरी में 26 गोलीबारी के मामले हुए थे। बंदूक हिंसा, ख़ास तौर बड़े स्तर की गोलीबारी अमेरिका में सालों से उछाल पर है, और इसमें सालाना स्तर पर सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। मास शूटिंग को अमेरिका के विभिन्न संगठनों ने "एक गोलीबारी जिसमें 4 या 4 से अधिक लोगों की मौत हो" के रूप में परिभाषित किया है।

2019 में मास शूटिंग के 434 मामले सामने आए थे जिनमें 517 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 2018 में हुए 323 मामलों में 387 लोग मरे थे। Gun Violence Archive नाम के एक एनजीओ ने अनुमान लगाया है 24 फरवरी तक अमेरिका में 2020 में 6000 लोग मास शूटिंग का शिकार हुए हैं।

मेरिकी कांग्रेस की डाटा कंपनी US Congressional Research Committee के पास यह संख्या कम है क्योंकि वो मास शूटिंग में सिर्फ़ बाहर हुई घटनाओं को शामिल करते हैं, घर के अंदर की घटनाओं को नहीं। इसके बावजूद 2019 में सिर्फ़ अमेरिका में दुनिया भर की घटनाओं की दो तिहाई घटनाएँ हुई हैं, जिनके और बढ़ने का अनुमान है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य राजनीतिक नेताओं ने इस गोलीबारी की निंदा की है पीड़ितों के साथ हमदर्दी दिखाई है। विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य नेताओं के साथ स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने घटना की निंदा करने के साथ ही अमेरिका में बंदूक नियंत्रण के क़ानून कड़े करने की भी मांग की है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

America
shootout in Bury
Democratic Party
US Congressional Research Committee
Donand Trump

Related Stories

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

गर्भपात प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट के लीक हुए ड्राफ़्ट से अमेरिका में आया भूचाल

यूक्रेन में छिड़े युद्ध और रूस पर लगे प्रतिबंध का मूल्यांकन

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?

लखनऊ में नागरिक प्रदर्शन: रूस युद्ध रोके और नेटो-अमेरिका अपनी दख़लअंदाज़ी बंद करें

यूक्रेन पर रूस के हमले से जुड़ा अहम घटनाक्रम

यूक्रेन की बर्बादी का कारण रूस नहीं अमेरिका है!

कोविड -19 के टीके का उत्पादन, निर्यात और मुनाफ़ा

पेंटागन का भारी-भरकम बजट मीडिया की सुर्खियां क्यों नहीं बनता?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    रोहतक : मारुति सुज़ुकी के केंद्र में लगी आग, दो कर्मियों की मौत
    12 Apr 2022
    मज़दूर संगठन ने दोषियों पर कार्रवाई और मृतकों के लिए 50 लाख मुआवज़े की रखी मांग
  • नीलांजन मुखोपाध्याय
    मुझे अगले नवरात्रों से ख़ौफ़ क्यों लगता है
    12 Apr 2022
    अब नवरात्रों में चलाने वाले नौ दिवसीय अनुष्ठान का मतलब भौतिक स्थान और/या क्षेत्र को चिह्नित करने के मामले में अधिक है, जैसा कि कई जानवर करते हैं, और इसलिए अधिकांश ईश्वर-भक्त हिंदू अनुयायी अपनी इच्छा…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 796 नए मामले, 19 मरीज़ों की मौत
    12 Apr 2022
    देश में अब तक कोरोना से पीड़ित 98.76 फ़ीसदी यानी 4 करोड़ 25 लाख 4 हजार 329 मरीज़ों को ठीक किया जा चुका है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली: लेडी हार्डिंग अस्पताल के बाहर स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी, छंटनी के ख़िलाफ़ निकाला कैंडल मार्च
    12 Apr 2022
    स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड महामारी के भीषण दौर में 100 दिन काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को नियमितीकरण में प्राथमिकता देने की बात करते हुए सर्कुलर भी जारी किया था। पर अब केंद्र सरकार…
  • अजय कुमार
    दवाई की क़ीमतों में 5 से लेकर 5 हज़ार रुपये से ज़्यादा का इज़ाफ़ा
    12 Apr 2022
    भारत जैसे देश में दवाई की महंगाई बाजार की बनाई हुई है, लागत की नहीं। दवाई के महंगाई का हाल ऐसा है कि कई लोग महंगे दवाई के आभाव में दम तोड़ देते हैं। कई लोग दवा खरीद ही नहीं पाते और बीमारी से जूझते…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License