NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
अमेरिकाः हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव ने 2000 डॉलर की प्रोत्साहन योजना को पारित किया
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों के नामों की समीक्षा को लेकर नए रक्षा विधेयक में प्रावधानों पर आपत्ति जताई थी जो कन्फेडरेट नेताओं के सम्मान में था और साथ ही "पक्षपाती" सामग्री के लिए सोशल मीडिया वेबसाइटों को रेगुलेट करने से कांग्रेस के इनकार करने पर भी आपत्ति जताई थी।
पीपल्स डिस्पैच
29 Dec 2020
अमेरिकाः हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव ने 2000 डॉलर की प्रोत्साहन योजना को पारित किया

अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने सोमवार 28 दिसंबर को प्रति व्यक्ति 2,000 डॉलर का भुगतान करने को मंजूरी देते हुए और नए रक्षा बिल पर राष्ट्रपति के वीटो को रद्द करते हुए वोट किया। सदन ने बेरोजगार और कम आय वाले परिवारों के लिए हाल ही में पारित किए गए एक बार के प्रोत्साहन भुगतान का विस्तार करने के लिए 275-134 वोट किए, जबकि इसने 2021 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) पर ट्रम्प के वीटो को रद्द करने के लिए 322-87 मतदान किया। इस प्रगति ने सत्तासीन अमेरिकी कांग्रेस के कार्यकाल के अंतिम शेष हफ्तों के लिए विवाद पैदा कर दी।

डेमोक्रेटिक पार्टी वर्तमान में इस सदन का नेतृत्व कर रही है जबकि ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी सीनेट का नेतृत्व कर रही है। दो विधेयक जो कि दोनों पार्टियों के बीच बड़ी बहस का विषय रहे हैं वे अब वोट के लिए सीनेट में पहुंचेंगे। रिपब्लिकन ने हर तरह प्रति व्यक्ति के लिए प्रोत्साहन भुगतान को बढ़ाने का विरोध किया है जबकि ट्रम्प ने एनडीएए के कई प्रावधानों पर कड़ी आपत्ति जताई है।

ट्रम्प ने प्रो स्लेवरी कन्फेडरेट आर्मी लीडर के सम्मान वाले अमेरिकी सैन्य ठिकानों का नाम बदलने के लिए समिति के प्रावधानों पर आपत्ति जताई थी। साथ ही कांग्रेस संबंधी निगरानी के बिना सेना की टुकड़ी की वापसी की राष्ट्रपति की शक्ति को सीमित करने पर आपत्ती जताई थी। इसके अलावा उन्होंने धारा 230 में संशोधन करने के लिए कांग्रेस के नकारने को लेकर अपनी निराशा व्यक्त की थी जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और वेबसाइट प्रकाशकों का बचाव करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस बिल से चीन को फायदा हुआ।

हालांकि इस प्रोत्साहन योजना में संशोधन के लिए सीनेट में केवल एक साधारण बहुमत की आवश्यकता होगी जबकि एनडीएए पर वीटो को रद्द करने के लिए 100 सदस्यीय चेम्बर में 67 वोटों की आवश्यकता होगी। यह बहुत संभावना है कि एनडीएए सीनेट से पारित हो जाएगा यह मानते हुए कि इसे दोनों दलों का समर्थन प्राप्त हुआ था और सदन में लगभग इतने ही मत प्राप्त हुए जितने मतदान के पहले चरण में हुए थे।

ये प्रोत्साहन विस्तार हालांकि विधायिका का जटिल कार्य होगा, क्योंकि रिपब्लिकन ने महीनों से प्रोत्साहन राशि में वृद्धि के प्रस्तावों का विरोध करते हुए नए राहत बिल के लिए बातचीत में देरी की थी। 

America
House of Representatives
Donand Trump
Joe Biden
National Defense Authorization Act
NDAA
Democratic Party

Related Stories

बाइडेन ने यूक्रेन पर अपने नैरेटिव में किया बदलाव

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

सऊदी अरब के साथ अमेरिका की ज़ोर-ज़बरदस्ती की कूटनीति

गर्भपात प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट के लीक हुए ड्राफ़्ट से अमेरिका में आया भूचाल

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

नाटो देशों ने यूक्रेन को और हथियारों की आपूर्ति के लिए कसी कमर

यूक्रेन में छिड़े युद्ध और रूस पर लगे प्रतिबंध का मूल्यांकन

रूस पर बाइडेन के युद्ध की एशियाई दोष रेखाएं

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License