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एमनेस्टी इंडिया के प्रमुख आकार पटेल का दावा, उन्हें अमेरिका जाने से रोका गया
एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के प्रमुख ने कहा, “ बात इसी महीने की है। अदालत ने मेरा पासपोर्ट जारी कर दिया। मुझे वीजा मिल गया । मैं हवाई अड्डे गया। मुझे आव्रजन पर रोक लिया गया। मुझे बताया गया था कि मैं सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर में हूं।"
भाषा
06 Apr 2022
aakar patel

बेंगलुरु: एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के प्रमुख आकार पटेल ने बुधवार को आरोप लगाया कि उन्हें यहां एक हवाई अड्डे पर देश से बाहर जाने से रोक दिया गया। पटेल का दावा है कि आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। 
    
सीबीआई ने इस मानवाधिकार निगरानी संस्था के बेंगलुरु और दिल्ली स्थित दफ्तरों पर नवंबर 2019 में छापे मारे थे। 
    
बेंगलुरु के इंदिरानगर में एमनेस्टी के कार्यालय में सीबीआई के करीब 15 अधिकारी पहुंचे थे और उन्होंने संगठन संरचना और अन्य से संबंधित विवरण हासिल किए थे। 
    
वर्ष 2018 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के दफ्तर पर विदेशी मुद्रा उल्लंघन के मामले को लेकर छापा मारा था।     
    
ये छापे विदेशी प्रत्यक्ष निवेश नियमों का कथित रूप से उल्लंघन करने के सिलसिले में मारे गए थे जो गृह मंत्रालय की ओर से 2010 में एनजीओ के विदेशी योगदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के पिछले मामले से जुड़ी थी। 

तब एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने आरोप लगाया था कि एमनेस्टी इंडिया जब भी भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ खड़ी होती है और उसके खिलाफ बोलती होती है तो उसे प्रताड़ित किया जाता है। 

उसने कहा था कि वह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानून का पूरी तरह से पालन करती है। 

पटेल ने बुधवार को कहा कि जब वह सुबह बेंलगुरु से बोस्टन की उड़ान में सवार होने के लिए यहां कैम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) पर पहुंचे तो उन्हें आव्रजन अधिकारियों ने रोक लिया और कहा कि उनके खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया हुआ है। 

पटेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ मुझे नहीं मालूम कि मैं क्यों लुक आउट सर्कुलर में हूं। मुझे इस बारे में पता नहीं था कि मैं उड़ान में सवार नहीं हो सकता हूं। मेरी उड़ान छूट गई है और अब मैं घर पर हूं। (आव्रजन अधिकारियों ने) मुझे जाने नहीं दिया गया।”
    
पटेल ने आरोप लगाया कि भाजपा के एक विधायक ने उनके खिलाफ सूरत में मामला दर्ज कराया था जिसके बाद उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था।
    
उन्हें अदालत से अपना पासपोर्ट वापस मिला। पटेल ने कहा कि वह तीन विश्वविद्यालयों- मिशिगन विश्वविद्यालय, बर्कले विश्वविद्यालय और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने के लिए अमेरिका जाना चाहते थे।
    
एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के प्रमुख ने कहा, “ बात इसी महीने की है। अदालत ने मेरा पासपोर्ट जारी कर दिया। मुझे वीजा मिल गया । मैं हवाई अड्डे गया। मुझे आव्रजन पर रोक लिया गया। 
मुझे बताया गया था कि मैं सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर में हूं, यही शब्द उस मामले के लिए इस्तेमाल किए गए जो उन्होंने एमनेस्टी के खिलाफ दर्ज किया था जिसमें मुझे न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही मैं जमानत पर हूं।”
    
पटेल ने कहा कि वह देखेंगे कि कौन से कानूनी विकल्प उपलब्ध हैं।

Aakar Patel
amnesty
Amnesty International
CBI

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