NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
"गोली मारो" नारे के मामले में कोलकाता में एक और गिरफ़्तारी
यह चौथी गिरफ़्तारी है। तीन अन्य गिरफ्तार “भाजपा समर्थकों’’ की तरह बरुआ के खिलाफ भी समुदायों के बीच वैर बढ़ाने, शांति और सौहार्द में खलल डालने, लोगों को डराने-धमकाने समेत अन्य मामलों में प्रकरण दर्ज किया गया है।
भाषा
03 Mar 2020
Goli Maro slogan
Image courtesy: Alive News

कोलकाता में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में जाने के दौरान कथित रूप से भड़काऊ नारे लगाने के मामले में एक और व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है। इस व्यक्ति को भाजपा का समर्थक बताया जाता है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि उत्तर 24 परगना के घोला सोडेपुर निवासी सुजीत बरुआ (51) को पुलिस ने सोमवार रात हिरासत में लिया था। उसकी पहचान एक फुटेज से की गई थी।

उन्होंने बताया कि तीन अन्य गिरफ्तार “भाजपा समर्थकों’’ की तरह बरुआ के खिलाफ भी समुदायों के बीच वैर बढ़ाने, शांति और सौहार्द में खलल डालने, लोगों को डराने-धमकाने समेत अन्य मामलों में प्रकरण दर्ज किया गया है।

आरोप है कि इन लोगों ने ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो... ’ नारा लगाया।

अधिकारी ने बताया कि पहले गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में से पंकज प्रसाद और सुरेंद्र कुमार तिवारी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है, जबकि ध्रुव बसु को शहर की एक अदालत ने सोमवार को उसकी उम्र और बीमारी के कारण जमानत दे दी थी।

उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज को गृह विभाग के साथ साझा किया गया है और महकमे की मंजूरी के बाद ही गिरफ्तारियां की गई हैं।

अधिकारी ने कहा, “ वीडियो के आधार पर पहचाने गए कुछ और लोगों की तलाश जारी है।”

भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने घटना में किसी भी कार्यकर्ता की संलिप्तता से इनकार किया है और इसे तृणमूल कांग्रेस का काम बताया है। 
केंद्रीय गृह मंत्री रविवार को कोलकाता की एक दिन की यात्रा पर आए थे।दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के चुनाव प्रचार और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में हुए प्रदर्शनों में संबंधित नारा लगाए जाने को लेकर विवाद रहा है।

kolkata
Goli Maro Slogan
BJP
BJP Volunteers
mamta banerjee
CAA
NRC

Related Stories

राज्यपाल की जगह ममता होंगी राज्य संचालित विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति, पश्चिम बंगाल कैबिनेट ने पारित किया प्रस्ताव

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License