NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर, हरियाणा में तस्वीर साफ नहीं
बीजेपी दोनों ही राज्यों में उस जोरदार जीत की तरफ नहीं बढ़ती दिख रही है जिसकी उसने उम्मीद लगाई थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस अपनी सहयोगी एनसीपी से पीछे चल रही है लेकिन हरियाणा में वह अपनी स्थिति बेहतर करती दिख रही है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
24 Oct 2019
elections
Image courtesy: WION

नई दिल्ली: महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए डाले गए मतों की गणना बृहस्पतिवार को जारी है और महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन फिर से सत्ता में लौटने की ओर बढ़ता दिख रहा है जबकि हरियाणा में मुकाबला रोचक बना हुआ है जहां भाजपा या कांग्रेस में से किसी को भी अब तक बहुमत मिलता नहीं दिख रहा।

अब तक उपलब्ध रुझानों को देखें तो मई में लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद से हुए पहले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत की चमक फिलहाल कुछ मद्धम होती दिख रही है।

भाजपा दोनों ही राज्यों में उस जोरदार जीत की तरफ नहीं बढ़ती दिख रही है जिसकी उसने उम्मीद लगाई थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस अपनी सहयोगी राकांपा से पीछे चल रही है लेकिन हरियाणा में वह अपनी स्थिति बेहतर करती दिख रही है।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध रुझानों के अनुसार, महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से भाजपा 101 सीटों पर आगे चल रही है और उसकी सहयोगी शिवसेना 64 सीटों पर आगे है। कांग्रेस को 37 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है वहीं उसकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 54 सीटों पर आगे है।

भाजपा ने 2014 में इस राज्य में 122 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटों पर जीत मिली थी।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस उम्मीदवार आशीष देशमुख से आगे चल रहे हैं। राजनीतिक पारी की शुरुआत कर रहे शिवसेना के आदित्य ठाकरे भी वरली विधानसभा सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं।

रुझानों में बढ़त मिलने और अक्सर तकरार में उलझे रहने वाले दो साझेदारों के विजेता के तौर पर भाजपा-शिवसेना के उभरने के साथ ही शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि दोनों पार्टियां पूर्व निर्धारित “50-50” सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर अडिग रहेंगी। साथ ही उन्होंने सरकार बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों के साथ शिवसेना के हाथ मिलाने की संभावना को भी खारिज किया।

वहीं, हरियाणा में किसी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा। भाजपा 90 में 38 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर दुष्यंत चौटाला सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि उनकी जननायक जनता पार्टी 11 सीटों पर आगे है। इनेलो दो, निर्दलीय प्रत्याशी छह और बसपा एक सीट पर आगे चल रही है।

भारतीय जनता पार्टी के ‘अभियान 75’ पर चुटकी लेते हुए चौटाला ने कहा कि भाजपा 75 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य से बहुत पीछे रह जाएगी। यह घोषणा करते हुए कि उनकी पार्टी अगली सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी चौटाला ने कहा, ‘हरियाणा के लोग बदलाव चाहते हैं।’

जजपा किस पार्टी का समर्थन करेगी, यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। हम पहले अपने विधायकों की बैठक बुलाएंगे, फैसला करेंगे कि सदन में हमारा नेता कौन होगा और तब इसे आगे बढ़ाएंगे।’

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने सत्तारूढ़ भाजपा को खारिज किया है और वह “न्याय की नयी सुबह को अपनाने” के लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “हरियाणा ने फैसला दे दिया है - वह हरियाणा भाजपा के कुशासन को और बर्दाश्त नहीं करेगा। पिछले पांच साल में उसके लोगों के साथ हुए अन्याय को पीछे छोड़ कर , राज्य हरियाणा कांग्रेस के नेतृत्व में न्याय एवं बराबरी की नयी सुबह के लिए तैयार है।”

शुरुआती रुझान के अनुसार, भाजपा के मनोहर लाल खट्टर करनाल सीट पर और पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई सीट पर आगे चल रहे हैं। भाजपा के लिए यह एक झटका मालूम हो रहा है क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष और प्रदेश पार्टी प्रमुख समेत उसके सात मंत्री पीछे चल रहे हैं।

हरियाणा में 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 47 सीटों, कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत प्राप्त की थी। हरियाणा जनहित कांग्रेस के दो विधायक बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इनेलो ने 19, बसपा और शिअद ने एक-एक सीट अपने नाम की थी। पांच सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के पास गई थीं।

maharastra election
haryana Election
BJP
Shiv sena
Congress
Jannayak Janata Party
NCP
Devendra Fednavis
manohar laal khattar

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते
    29 May 2022
    उधर अमरीका में और इधर भारत में भी ऐसी घटनाएं होने का और बार बार होने का कारण एक ही है। वही कि लोगों का सिर फिरा दिया गया है। सिर फिरा दिया जाता है और फिर एक रंग, एक वर्ण या एक धर्म अपने को दूसरे से…
  • प्रेम कुमार
    बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर
    29 May 2022
    शिक्षाविदों का यह भी मानना है कि आज शिक्षक और छात्र दोनों दबाव में हैं। दोनों पर पढ़ाने और पढ़ने का दबाव है। ऐसे में ज्ञान हासिल करने का मूल लक्ष्य भटकता नज़र आ रहा है और केवल अंक जुटाने की होड़ दिख…
  • राज कुमार
    कैसे पता लगाएं वेबसाइट भरोसेमंद है या फ़र्ज़ी?
    29 May 2022
    आप दिनभर अलग-अलग ज़रूरतों के लिए अनेक वेबसाइट पर जाते होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे पता लगाएं कि वेबसाइट भरोसेमंद है या नहीं। यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहें हैं जो इस मामले में आपकी मदद कर…
  • सोनिया यादव
    फ़िल्म: एक भारतीयता की पहचान वाले तथाकथित पैमानों पर ज़रूरी सवाल उठाती 'अनेक' 
    29 May 2022
    डायरेक्टर अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना की लेटेस्ट फिल्म अनेक आज की राजनीति पर सवाल करने के साथ ही नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र के राजनीतिक संघर्ष और भारतीय होने के बावजूद ‘’भारतीय नहीं होने’’ के संकट…
  • राजेश कुमार
    किताब: यह कविता को बचाने का वक़्त है
    29 May 2022
    अजय सिंह की सारी कविताएं एक अलग मिज़ाज की हैं। फॉर्म से लेकर कंटेंट के स्तर पर कविता की पारंपरिक ज़मीन को जगह–जगह तोड़ती नज़र आती हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License