NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
बर्नी सैंडर्स राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हुए, कहा 'न्याय का आंदोलन जारी रहेगा'
सैंडर्स ने कहा कि वो अपना कैम्पेन ख़त्म कर रहे हैं क्योंकि इसकी वजह से कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हो रहे प्रयासों में संभावित रुकावट पैदा हो सकती है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके जीतने की संभावनाएँ भी बहुत कम हैं।
पीपल्स डिस्पैच
09 Apr 2020
बर्नी सैंडर्स
बर्नी सैंडर्स ने अपने प्रशंसकों को कैम्पेन ख़त्म होने की सूचना दी।

8 अप्रैल को अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रगतिशील नेता बर्नी सैंडर्स ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव से अपना कैम्पेन ख़त्म कर दिया। इसके बाद पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन ही राष्ट्रपति पद की दौड़ में अकेले बचे हैं।

विभिन्न सोशल मीडिया प्लैटफ़ार्म पर लाइव बात करते हुए सैंडर्स ने अपने समर्थकों को बताया, "काश मैं आपको कोई अच्छी ख़बर दे सकता, लेकिन मेरे ख़याल से आप सब सच से वाकिफ़ हैं... इसलिए जबकि हम विचारधारा की लड़ाई जीत रहे हैं, और देश भर के कई युवा और कामकाजी लोग हमारे समर्थन में हैं, मेरा मानना यह है कि हम डेमोक्रेटिक नॉमिनेशन की लड़ाई को नहीं जीत सकते।"

जबकि सैंडर्स ने जो बिडेन को उनकी आसन्न जीत के लिए बधाई दी, उन्होंने जोर देकर कहा कि वह नामांकन के लिए मतपत्र में बने रहेंगे और विभिन्न राज्यों की प्राइमरी में अब तक मिले प्रतिनिधियों को बनाए रखना जारी रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के लिए प्रतिनिधियों को इकट्ठा करना जारी रखेंगे, जो मूल रूप से जुलाई में आयोजित होने के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन COVID-19 के बढ़ते मामलों के साथ अमेरिकी संघर्षों की वजह से अगस्त तक स्थगित कर दिया गया है।

सैंडर्स ने अमेरिका में कोरोना के मामलों को देखते हुए भी कैम्पेन को ख़त्म करने की ज़रूरत के बारे में भी बात की। अमेरिका में अब तक क़रीब 435,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सैंडर्स ने कहा कि वो अपना कैम्पेन ख़त्म कर रहे हैं क्योंकि इसकी वजह से कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हो रहे प्रयासों में संभावित रुकावट पैदा हो सकती है

अमेरिकी कांग्रेस में एक सीनेटर, सैंडर्स वरमोंट का प्रतिनिधित्व करते हैं और वर्तमान में कांग्रेस में काम कर रहे हैं ताकि अमेरिका में कोरोनोवायरस संकट को कम करने के लिए नीतिगत उपायों पर ज़ोर दिया जा सके। इससे पहले उन्होंने 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के लिए एक अभियान का नेतृत्व किया था, जो आंशिक रूप से सफल था, क्योंकि उनके कई सुझाव कांग्रेस के दोनों सदनों द्वारा पारित किए गए थे।

बिडेन जिन्हें 'सेंटरिस्ट' और पार्टी के एलीट नेतृव का में पसंदीदा माना जाता है, वह मार्च में कुछ प्रमुख राज्यों में जीतने के बाद एक लीडिंग प्रत्याशी बन के उभरे हैं। उससे पहले तक सैंडर्स के कैम्पेन की प्रत्याशियों पर बढ़त बनी हुई थी।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Bernie Sanders
United States Senator
Presidential Election
Coronavirus
COVID-19

Related Stories

आर्थिक रिकवरी के वहम का शिकार है मोदी सरकार

महामारी के दौर में बंपर कमाई करती रहीं फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक

महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 

जनवादी साहित्य-संस्कृति सम्मेलन: वंचित तबकों की मुक्ति के लिए एक सांस्कृतिक हस्तक्षेप

कोरोना अपडेट: देश में एक हफ्ते बाद कोरोना के तीन हज़ार से कम मामले दर्ज किए गए

दिल्लीः एलएचएमसी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का ‘कोविड योद्धाओं’ ने किया विरोध

WHO और भारत सरकार की कोरोना रिपोर्ट में अंतर क्य़ों?


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License