NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
शिक्षा
भारत
राजनीति
बिहारः प्रारंभिक शिक्षकों की काउंसलिंग टलने के बाद दसवीं और बारहवीं शिक्षकों की नियुक्त‍ि पर भी ग्रहण
शिक्षा विभाग द्वारा शनिवार को प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन कार्यक्रम के तहत घोषित 14 से 22 दिसंबर तक की काउंसलिंग को तत्काल प्रभाव से स्थगित किये जाने के बाद अब दसवीं-बारहवीं शिक्षकों के नियुक्ति कार्यक्रम पर ग्रहण लगता दिख रहा है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
13 Dec 2021
bihar
'प्रतीकात्मक फ़ोटो'

बिहार में प्राइमरी शिक्षकों की काउंसलिंग टलने के बाद अब हाईस्‍कूल और प्‍लस टू शिक्षकों की नियुक्त‍ि पर ग्रहण लगता दिख रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा शनिवार को प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन कार्यक्रम के तहत घोषित 14 से 22 दिसंबर तक की काउंसिलिंग को तत्काल प्रभाव से स्थगित किये जाने के बाद अब राज्य के हाईस्कूल-प्लसटू शिक्षकों के 30020 पदों के नियुक्ति कार्यक्रम पर भी ग्रहण लगता दिख रहा है। शिक्षा विभाग ने 22 अक्टूबर 2021 को पंचायत चुनाव के चलते छठे चरण के तहत माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 29 जुलाई 2021 को जारी नियोजन कार्यक्रम को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया था। इसे स्थगित करते हुए तब शिक्षा विभाग ने अधिसूचना में कहा था कि पंचायत निर्वाचन 2021 के समापन के बाद नियोजन की कार्रवाई पुन: प्रारंभ करने के लिए अलग से समय सारिणी जारी की जाएगी।

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा विभाग ने छठे चरण के माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति का कार्यक्रम 1 जुलाई 2019 को ही जारी किया था। रोस्टर क्लियरेंस में भी काफी समय लग गए। जिलों से रोस्टर क्लियरेंस और खाली पदों की गणना के बाद हाईस्कूलों में शिक्षकों के रिक्त 11919 जबकि प्लसटू स्कूलों में 18101 पदों को मिलाकर कुल 30,020 पदों पर नियोजन की प्रक्रिया 29 जुलाई 2019 को आरंभ की गयी थी। तब से कई बार नियोजन कार्यक्रम घोषित और स्थगित हो चुके हैं। हाईस्कूल और प्लसटू में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले योग्य अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति के लिए करीब ढाई साल से इंतजार कर रहे हैं।

शिक्षा विभाग ने इस साल 22 अक्टूबर को पंचायत चुनाव के चलते छठे चरण के तहत माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 29 जुलाई 2021 को जारी नियोजन कार्यक्रम को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया था। इससे पहले घोषित नियोजन कार्यक्रम के अनुसार 10 दिसंबर तक सभी माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक नियोजन इकाइयों में रिक्त पदों के संबंध में आए आवेदनों के आधार पर मेधा सूची तैयार करना और उस पर सक्षम प्राधिकार की मुहर लगनी थी।

उधर एसटीईटी की बात करें तो पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद इसका रिजल्ट घोषित किया गया था। जिसके बाद राज्य में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया था। बिहार में एसटीईटी की परीक्षा का आयोजन 8साल बाद हुआ था। दो साल बाद हाईकोर्ट के आदेश पर एसटीईटी रिजल्ट 2019 घोषित किया गया था। राज्य में साल2020 में 9 से 21सितंबर तक एसटीईटी परीक्षा का आयोजन किया गया था। इससे पहले साल2011 में इस परीक्षा का आयोजन किया गया था।

हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा को सही करार दिया था और साथ ही ऑनलाइन एसटीईटी के परिणाम घोषित करने को हरी झंडी दे दी थी। न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की एकलपीठ ने आदित्य प्रकाश एवं अन्य की ओर से दायर अर्जी पर सुनवाई के बाद यह आदेश दिया था। कोर्ट को बताया गया था कि बगैर माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का सिलेबस जारी किए ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी। जबकि ऑनलाइन परीक्षा के लिए बोर्ड ने राज्य सरकार को सूचित कर मंजूरी ले ली थी। ऑनलाइन परीक्षा सहित ऑनलाइन की सारी प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग कोर्ट से की गई थी।

राज्य सरकार तथा बोर्ड की ओर से महाधिवक्ता ललित किशोर तथा ज्ञान शंकर ने कोर्ट को बताया था कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए एसटीईटी माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा ऑनलाइन लेने का निर्णय लिया गया था। साथ ही यह कहा गया था कि कोरोना काल में ऑनलाइन परीक्षा सबसे सुरक्षित है। इस पर सवाल खड़ा करना सही नहीं है। कोर्ट ने बोर्ड की दलील को मंजूर करते हुए ली गई ऑनलाइन परीक्षा को सही निर्णय करार देते हुए इस अर्जी को खारिज कर दिया था।

माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) 2019 का नोटिफिकेशन सितंबर 2019 में जारी हुआ था। इसकी ऑफलाइन परीक्षा 28 जनवरी 2020 को हुई थी। इस परीक्षा में चार केंद्रों पर आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न पूछे जाने पर काफी हंगामा हुआ था। इसको लेकर छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसी बीच अनियमिता पाए जाने पर परीक्षा रद्द कर दी गई थी। तब बिहार बोर्ड ने सितंबर 2020 में ऑनलाइन परीक्षा ली थी। इसमें आउट ऑफ सिलेबस का आरोप लगाते हुए कुछ छात्रों ने याचिका दायर कर दी थी। तब हाईकोर्ट ने 26 नवंबर 2020 को रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी थी।

इस वर्ष जून में बिहार एसटीईटी 2019 की रिजल्ट की घोषणा के बाद बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मीडिया से कहा था कि 2019 में सेकेंडरी टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करने वाले सभी उम्मीदवारों की बहाली की जाएगी। इसमें एसटीईटी-2011 और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 21 जून को जारी एसटीईटी-2019 की दोनों प्रकार की सूची के अभ्यर्थी शामिल होंगे।

उन्होंने कहा था कि 2019 की एसटीईटी में जो भी उम्मीदवार पास हुए हैं वे सभी सातवें शिक्षक नियोजन के लिए पात्र होंगे। ये चयनित उम्मीदवार चाहे वे बोर्ड द्वारा जारी सूची ‘क्वालिफाइ एंड इन मेरिट लिस्ट’ में हों अथवा ‘क्वालिफाइ बट नॉट इन मेरिट लिस्ट’ के हों। 

Bihar
Teacher's counseling
education Department
Nitish Kumar
Secondary Teacher Eligibility Test

Related Stories

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

बिहार : सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 1.10 करोड़ बच्चों के पास किताबें नहीं

बिहार : सातवें चरण की बहाली शुरू करने की मांग करते हुए अभ्यर्थियों ने सिर मुंडन करवाया

बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे

बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक कांड मामले में विपक्षी पार्टियों का हमला तेज़

कोरोना लॉकडाउन के दो वर्ष, बिहार के प्रवासी मज़दूरों के बच्चे और उम्मीदों के स्कूल

बिहारः प्राइवेट स्कूलों और प्राइवेट आईटीआई में शिक्षा महंगी, अभिभावकों को ख़र्च करने होंगे ज़्यादा पैसे

कर्नाटक: वंचित समुदाय के लोगों ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों, सूदखोरी और बच्चों के अनिश्चित भविष्य पर अपने बयान दर्ज कराये

बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की मांग में भाकपा-माले विधायकों का प्रदर्शन

बिहार : सीटेट-बीटेट पास अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली को लेकर करेंगे आंदोलन


बाकी खबरें

  • अभिलाषा, संघर्ष आप्टे
    महाराष्ट्र सरकार का एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम को लेकर नया प्रस्ताव : असमंजस में ज़मीनी कार्यकर्ता
    04 Apr 2022
    “हम इस बात की सराहना करते हैं कि सरकार जांच में देरी को लेकर चिंतित है, लेकिन केवल जांच के ढांचे में निचले रैंक के अधिकारियों को शामिल करने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता”।
  • रवि शंकर दुबे
    भगवा ओढ़ने को तैयार हैं शिवपाल यादव? मोदी, योगी को ट्विटर पर फॉलो करने के क्या हैं मायने?
    04 Apr 2022
    ऐसा मालूम होता है कि शिवपाल यादव को अपनी राजनीतिक विरासत ख़तरे में दिख रही है। यही कारण है कि वो धीरे-धीरे ही सही लेकिन भाजपा की ओर नरम पड़ते नज़र आ रहे हैं। आने वाले वक़्त में वो सत्ता खेमे में जाते…
  • विजय विनीत
    पेपर लीक प्रकरणः ख़बर लिखने पर जेल भेजे गए पत्रकारों की रिहाई के लिए बलिया में जुलूस-प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट का घेराव
    04 Apr 2022
    पत्रकारों की रिहाई के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा का गठन किया है। जुलूस-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आंचलिक पत्रकार भी शामिल हुए। ख़ासतौर पर वे पत्रकार जिनसे अख़बार…
  • सोनिया यादव
    बीएचयू : सेंट्रल हिंदू स्कूल के दाख़िले में लॉटरी सिस्टम के ख़िलाफ़ छात्र, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
    04 Apr 2022
    बीएचयू में प्रशासन और छात्र एक बार फिर आमने-सामने हैं। सीएचएस में प्रवेश परीक्षा के बजाए लॉटरी सिस्टम के विरोध में अभिभावकों के बाद अब छात्रों और छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है।
  • टिकेंदर सिंह पंवार
    बेहतर नगरीय प्रशासन के लिए नई स्थानीय निकाय सूची का बनना ज़रूरी
    04 Apr 2022
    74वां संविधान संशोधन पूरे भारत में स्थानीय नगरीय निकायों को मज़बूत करने में नाकाम रहा है। आज जब शहरों की प्रवृत्तियां बदल रही हैं, तब हमें इस संशोधन से परे देखने की ज़रूरत है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License