NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
उत्पीड़न
शिक्षा
भारत
राजनीति
बिहार: शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल, शिक्षक अभ्यार्थियों का धरना जारी!
अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी राजधानी पटना में 18 जनवरी से धरना दे रहे हैं। इन अभ्यर्थियों का आरोप है कि काउंसलिंग कर नियुक्ति पत्र देने में सरकार जानबूझ कर देरी कर रही है।
सोनिया यादव
25 Jan 2021
बिहार: शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल, शिक्षक अभ्यार्थियों का धरना जारी!

"बिहार की शिक्षा व्यवस्था युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रही है और इसमें तभी सुधार आएगा जब सभी सरकारी अधिकारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना शुरू करेंगे।"

ये टिप्पणी बीते साल फरवरी में पटना हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए की थी। हालांकि हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी बिहार के सरकारी शिक्षा तंत्र की तस्वीर तस की तस बनी हुई है। आलम ये है शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी अब ‘19 लाख रोजगार’ का वादा करने वाली नीतिश सरकार के बस के बाहर की बात नज़र आ रही है।

आपको बता दें कि बिहार सरकार ने साल 2019 में 94,000 प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला लिया था। इन पदों को भरने की प्रक्रिया में पास कर चुके अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट भी जारी हो चुकी है। लेकिन अब सरकार काउंसलिंग कर इन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है। इस आंदोलन को विपक्ष का भी पूरा साथ मिल रहा है।

अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी राजधानी पटना में 18 जनवरी से धरना दे रहे हैं। इन अभ्यर्थियों का आरोप है कि काउंसलिंग कर नियुक्ति पत्र देने में सरकार विलम्ब कर रही है। इस धरने में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं, जो इस कड़कड़ाती ठंड में पटना के रेलवे स्टेशन पर ठेरा डाले हुई हैं।

क्या कहना है अभ्यार्थियों का?

मुजफ्फरपुर से आए 27 साल के आशीष कहते है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल पूरे देश में किसी से छिपा नहीं है। बावजूद इसके प्राथमिक शिक्षकों के इतने ज्यादा पद रिक्त होने के बावजूद सरकार इन पदों पर कोई नियुक्ति नहीं कर रही है जबकि बिहार में प्रतिभाशाली युवाओँ की कोई कमी नहीं है।

आशीष के अनुसार विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र साल 2019 में बहाली की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन सरकार समय बढ़ाती रही। हम लोग आवेदन पर आवेदन करते रहे। करीब दो साल लग गए मेरिट लिस्ट निकालने में। लेकिन अब जब सरकार दोबारा सत्ता में आ गई और चुनाव बीत गए तो फिर से टालमटोल कर रही है।

शिक्षा विभाग नहीं दे रहा कोई जवाब!

मधुबनी से पटना आईं आशा सिंह बताती हैं कि वो बीते कई दिनों से पटना के रेलवे स्टेशन पर रात गुजार रही हैं, क्योंकि उनके पास यहां ठहरने का कोई स्थान नहीं है। धरना स्थल पर भी अनुमति केवल 10 बजे सुबह से शाम 4 बजे तक की है। इसलिए ज्यादातर महिलाएं स्टेशन पर ही रात गुजारती हैं।

आशा कहती हैं कि हमारी बस सरकार से इतनी मांग है कि जल्द से जल्द काउंसलिंग कर हमें नियुक्ति पत्र दे दें। हम पहले ही बहुत इंतजार कर चुके हैं, अब और सब्र बाकी नहीं है। हम लोग कई बार शिक्षा विभाग में जा चुके हैं, लेकिन शिक्षा विभाग नियुक्ति पत्र को लेकर कोई जवाब नहीं दे रहा है। इसलिए सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचाने का अब धरना ही एक रास्ता है।

शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस का लाठीचार्ज!

मालूम हो कि 19 जनवरी को शांतिपूर्ण धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज की खबरें भी सामने आईं। खबरों के मुताबिक दोपहर के समय पुलिस ने अचानक धरनास्थल को घेर लिया और दोनों तरफ के गेट को बंद कर लाठी चलाना शुरू कर दिया। यहाँ तक कि महिलाओं और विकलांगों को भी नहीं छोड़ा गया। इस पूरे मामले में 9 शिक्षक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर 500 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा कर दिया गया।

इसे भी पढ़ें: नितीश राज में नियोजन की मांग कर रहे अभ्यर्थी युवाओं को मिली पुलिस की लाठी !

मांगें मानी जाने तक आंदोलन जारी रहेगा!

धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि अब आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक कि उनकी मांग नहीं मान ली जाती है। सरकार उनके नियोजन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा लेती, तब तक वे डटे रहेंगे।

बिहार टीईटी सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के सौरभ कुमार के मुताबिक शिक्षा विभाग से उन्हें 27 जनवरी  के बाद नियोजन होने का आश्वासन दिया गया है। हालांकि सौरभ का कहना है कि अब आश्वासन से हमारा आंदोलन नहीं रुकेगा।

बिहार में प्राथमिक शिक्षकों की भारी कमी

गौरतलब है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था सड़क से लेकर सदन तक अक्सर चर्चा में रहती है। कभी स्कूल का खस्ता हाल, तो कभी शिक्षकों का आंदोलन। कभी कई सालों तक डिग्रियों का इंतजार, तो कभी नियुक्ति की मांग। हालांकि बावजूद इसके सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगती। सरकार की ओर से स्थिति सुधारने की कोई सकारात्मक पहल नज़र नहीं आती।

खुद सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में सबसे ज्यादा करीब 3 लाख शिक्षकों के पद बिहार में पद ख़ाली हैं। प्राथमिक शिक्षकों की आखिरी नियुक्ति साल 2015 में की गई थी। इसके करीब चार  साल बाद दोबारा नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन ये प्रक्रिया एक बार फिर अधर में लटकती हुई दिख रही है।

Bihar
Patna High Court
Bihar education system
Nitish Kumar
teachers protest
Student Protests
Police lathicharge
Education crises
Ashok Choudhary
jdu
BJP

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा, SFI ने ABVP पर लगाया मारपीट का आरोप, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल

पिता के यौन शोषण का शिकार हुई बिटिया, शुरुआत में पुलिस ने नहीं की कोई मदद, ख़ुद बनाना पड़ा वीडियो

जहांगीरपुरी— बुलडोज़र ने तो ज़िंदगी की पटरी ही ध्वस्त कर दी

पश्चिम बंगाल: विहिप की रामनवमी रैलियों के उकसावे के बाद हावड़ा और बांकुरा में तनाव

बिहार: आख़िर कब बंद होगा औरतों की अस्मिता की क़ीमत लगाने का सिलसिला?

राजस्थान: महिला डॉक्टर की आत्महत्या के पीछे पुलिस-प्रशासन और बीजेपी नेताओं की मिलीभगत!

यूपी से लेकर बिहार तक महिलाओं के शोषण-उत्पीड़न की एक सी कहानी

बिहार: 8 साल की मासूम के साथ बलात्कार और हत्या, फिर उठे ‘सुशासन’ पर सवाल

जनादेश-2022: रोटी बनाम स्वाधीनता या रोटी और स्वाधीनता


बाकी खबरें

  • Ramjas
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा, SFI ने ABVP पर लगाया मारपीट का आरोप, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल
    01 Jun 2022
    वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ़ इण्डिया(SFI) ने दक्षिणपंथी छात्र संगठन पर हमले का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने भी क़ानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। परन्तु छात्र संगठनों का आरोप है कि…
  • monsoon
    मोहम्मद इमरान खान
    बिहारः नदी के कटाव के डर से मानसून से पहले ही घर तोड़कर भागने लगे गांव के लोग
    01 Jun 2022
    पटना: मानसून अभी आया नहीं है लेकिन इस दौरान होने वाले नदी के कटाव की दहशत गांवों के लोगों में इस कदर है कि वे कड़ी मशक्कत से बनाए अपने घरों को तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। गरीबी स
  • Gyanvapi Masjid
    भाषा
    ज्ञानवापी मामले में अधिवक्ताओं हरिशंकर जैन एवं विष्णु जैन को पैरवी करने से हटाया गया
    01 Jun 2022
    उल्लेखनीय है कि अधिवक्ता हरिशंकर जैन और उनके पुत्र विष्णु जैन ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले की पैरवी कर रहे थे। इसके साथ ही पिता और पुत्र की जोड़ी हिंदुओं से जुड़े कई मुकदमों की पैरवी कर रही है।
  • sonia gandhi
    भाषा
    ईडी ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी को धन शोधन के मामले में तलब किया
    01 Jun 2022
    ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष को आठ जून को पेश होने को कहा है। यह मामला पार्टी समर्थित ‘यंग इंडियन’ में कथित वित्तीय अनियमितता की जांच के सिलसिले में हाल में दर्ज किया गया था।
  • neoliberalism
    प्रभात पटनायक
    नवउदारवाद और मुद्रास्फीति-विरोधी नीति
    01 Jun 2022
    आम तौर पर नवउदारवादी व्यवस्था को प्रदत्त मानकर चला जाता है और इसी आधार पर खड़े होकर तर्क-वितर्क किए जाते हैं कि बेरोजगारी और मुद्रास्फीति में से किस पर अंकुश लगाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना बेहतर…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License