NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
बोलिवियाः लुइस एर्से ने राष्ट्रपति और डेविड चोकेहुआंसा ने उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया
राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले संबोधन में एर्से ने बोलीविया के पुनर्निर्माण और अर्थव्यवस्था को पुनःप्राप्त करने का वादा किया वहीं चोकेहुआंसा ने विभाजन, घृणा, जातिवाद, देशवासियों के बीच भेदभाव को दूर करने का आह्वान किया।
पीपल्स डिस्पैच
09 Nov 2020
बोलिवियाः लुइस एर्से ने राष्ट्रपति और डेविड चोकेहुआंसा ने उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया

मूवमेंट टुवार्डस सोशलिज्म (एमएएस) के लुइस एर्से ने 8 नवंबर को बोलिविया के प्लुरिनेशनल स्टेट के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। इसी दिन डेविड चोकेहुआंसा ने इस लैटिन अमेरिकी देश के उपराष्ट्रपति के रूप में भी पदभार संभाला। इनके शपथ ने नवंबर 2019 के तख्तापलट के बाद लोकतंत्र की वापसी को प्रदर्शित किया।

राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले संबोधन में एर्से ने बोलिविया के पुनर्निर्माण और अर्थव्यवस्था को पुनःप्राप्त करने का वादा किया जिसे पिछले एक साल में डी-फैक्टो सरकार ने तबाह कर दिया है। एर्से ने आगे कहा, “डी-फैक्टो सरकार ने अर्थव्यवस्था को उन आंकड़ों तक पहुंचा दिया है, जिसे पिछली शताब्दी के अस्सी के दशक में यूडीपी (डेमोक्रेटिक एंड पॉपुलर यूनिटी) सरकार के अधीन सबसे बुरे संकटों में से एक में भी नहीं देखा गया था। बेरोज़गारी, ग़रीबी और असमानताएं बढ़ी हैं।" उन्होंने कहा, "आज हम सभी देशवासियों को उम्मीद का संदेश देने के लिए यहां है जो बोलिविया का निर्माण करते हैं और उन बहादुर महिलाओं और पुरुषों को संदेश देने के लिए यहां हैं जो इस कठिन परिस्थिति से पार पाने के लिए हर दिन लड़ने के लिए बाहर निकलते हैं।"

इस बीच, अपने शपथ ग्रहण संबोधन के दौरान चोकेहुआंसा ने "विभाजन, घृणा, नस्लवाद, देशवासियों के बीच भेदभाव को दूर करने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का और अधिक उत्पीड़न न करने और ज्यूजिसियलाइजेशन ऑफ पॉलिटिक्स" न करने की बात कही।

दुनिया भर के राजनीतिक और सामाजिक नेताओं ने एर्से और चोकेहुआंसा को बधाई दी।

पिछले साल हिंसक दक्षिणपंथी तख्तापलट के दौरान हटाए गए पूर्व राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने भी देश के नए नेताओं को बधाई दी। एक ट्वीट में मोरालेस ने लिखा, “हमारे राष्ट्रपति लुइस एर्से और उपराष्ट्रपति डेविड चोकेहुआंसा को बहुत-बहुत बधाई। लोगों के साथ मिलकर, हम सरकार, हमारी परिवर्तन प्रक्रिया का ध्यान रखेंगे, हम एकता के लिए काम करेंगे और हम भविष्य की पीढ़ियों के लिए आर्थिक संकट से उभरेंगे। बोलिविया ज़िंदाबाद ! ”

वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और बोलिवियन अलायंस फॉर द पीपल्स ऑफ आवर अमेरिका- पीपल्स ट्रेड ट्रीटी (एएलबीए-टीसीपी) के सदस्यों ने भी बोलिविया के लोगों और नए नेताओं को बधाई दी।

एर्से और चोकेहुआंसा का औपचारिक कार्यक्रम प्लुरिनेशनल लेजिस्लेटिव एसेंबली के मुख्यालय में आयोजित किया गया था और इसमें दुनिया भर के क़रीब 40 देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए थे।

औपचारिक कार्यक्रम से पहले देश भर से सोशल मूवमेंट्स और ट्रेड यूनियनों के सैकड़ों सदस्य राजधानी ला पाज़ में इस जीत और लोकतंत्र की वापसी का जश्न मनाने के लिए आए थे। औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह से पहले विभिन्न स्वदेशी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पारंपरिक समारोह आयोजित किए।

bolivia
Movement Towards Socialism
MAS
Venezuela

Related Stories

वेनेज़ुएला ने ह्यूगो शावेज़ के ख़िलाफ़ असफल तख़्तापलट की 20वीं वर्षगांठ मनाई

क्या चिली की प्रगतिशील सरकार बोलीविया की समुद्री पहुंच के रास्ते खोलेगी?

ज़ेलेंस्की ने बाइडेन के रूस पर युद्ध को बकवास बताया

अमेरिकी सरकार के साथ बैठक के बाद मादुरो का विपक्ष के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का ऐलान

पत्रकारिता एवं जन-आंदोलनों के पक्ष में विकीलीक्स का अतुलनीय योगदान 

बाइडेन का पहला साल : क्या कुछ बुनियादी अंतर आया?

बोलिवियाई लोगों को तख्तापलट करने वाली नेता जीनिन आनेज़ के जेल से भागने की आशंका

पेरू और सेंट लूसिया ने वेनेज़ुएला-विरोधी लीमा समूह से हटने की घोषणा की

बोलिविया के तख़्तापलट में शस्त्र मुहैया कराने के मामले में अर्जेंटीना ने जांच शुरू की

वेनेज़ुएला में विश्व के नेता साम्राज्यवाद-विरोधी, नवउदारवाद-विरोधी संघर्षों के लिए एकजुट


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License