NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
बहुलतावादी राज्य के तौर बोलीविया ने पूरे किये 14 साल
इस साल 22 जनवरी को बोलिविया को बहुलतवादी राज्य बने 14 साल हो गए। इस दिन को बोलीविया के नागरिकों, स्वदेशी संगठनों, सामाजिक आंदोलनों और ट्रेड यूनियनों ने लोकतंत्र की बहाली की मांग करते हुए देख भर में शांतिपूर्ण तरीके से गोलबंदी की
पीपल्स डिस्पैच
24 Jan 2020
bolivia

इस साल 22 जनवरी को बोलिविया को बहुलतवादी राज्य बने 14 साल हो गए। इस दिन को बोलीविया के नागरिकों, स्वदेशी संगठनों, सामाजिक आंदोलनों और ट्रेड यूनियनों ने लोकतंत्र की बहाली की मांग करते हुए देख भर में शांतिपूर्ण तरीके से गोलबंदी की। इस बीच, पूर्व बोलीविया के राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स के स्पैनिश स्पोर्ट्स स्टेडियम में "डेमोक्रेटिक एंड कल्चरल रेवोल्यूशन" की 14 वीं वर्षगांठ मनाई। 10 नवंबर के नागरिक-सैन्य तख्तापलट के बाद मोरालेस वर्तमान में एक राजनीतिक शरणार्थी के तौर पर अर्जेंटीना में रह रहे हैं।  

मोरालेस ने अपने ट्वीट में लिखा है कि “हम लोग रुकने वाले नहीं है, हमने यह फैसला किया है कि हम कभी भी पीछे नहीं लौटेंगे। हमने दिखाया है कि एक गरिमापूर्ण और संप्रभु देश के तौर पर अलग तरह का बोलीविया संभव है।'

बोलिविया के लिए बहुलतावादी राज्य की घोषणा 2010 के उसी तिथि को हुई थी, जिस तिथि को साल 2006 में मोरालेस बोलिविया के राष्ट्रपति बने थे। यह दिन बोलीविया के मूल निवासियों के लिए देश में शामिल और पहचान मिलने के तौर पर माना जाता है।

अपने कार्यकाल के दौरान हर साल बोलीविया सरकार के प्रमुख के रूप में मोरालेस नेशनल असेंबली में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पार्टी की उपलब्धियों की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते थे।

इस साल अर्जेंटीना से मोरालेस ने दोहराया कि उनकी पार्टी मूवमेंट टुवार्ड सोशलिज्म (एमएएस) परिवर्तन की प्रक्रिया को जारी रखेगी और मई में  लोगों की ख़ुशी और वोटों के जरिये आम चुनाव जीतने के बाद सत्ता में वापस लैटेगी ।

साभार :पीपल्स डिस्पैच

bolivia
Pluralistic state
Evo Morales
MAS

Related Stories

क्या चिली की प्रगतिशील सरकार बोलीविया की समुद्री पहुंच के रास्ते खोलेगी?

पत्रकारिता एवं जन-आंदोलनों के पक्ष में विकीलीक्स का अतुलनीय योगदान 

बोलिवियाई लोगों को तख्तापलट करने वाली नेता जीनिन आनेज़ के जेल से भागने की आशंका

बोलिविया के तख़्तापलट में शस्त्र मुहैया कराने के मामले में अर्जेंटीना ने जांच शुरू की

बोलीविया सरकार ने इक्वाडोर द्वारा तख़्तापलट सरकार को हथियारों की आपूर्ति की जांच की

बोलिविया में तख्तापलट का नेतृत्व करने के लिए जीनिन अनेज गिरफ़्तार

साकाबा नरसंहार के एक साल बाद बोलीविया ने पीड़ितों को याद किया और न्याय की मांग की

बोलिवियाई लोगों ने एक विशाल रैली में ईवो मोरालेस का स्वागत किया

बोलिवियाः लुइस एर्से ने राष्ट्रपति और डेविड चोकेहुआंसा ने उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया

बोलीवियाः एमएएस ने ला पाज़ में कैम्पेन हेडक्वार्टर के पास विस्फ़ोट की निंदा की


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License