NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
CAA-NRC: पतंगबाज़ी से लेकर क्रिकेट के मैदान तक पहुंचा विरोध
सीएए-एनआरसी के विरोध में अब रोज़ नए मोर्चे खुल रहे हैं। नए-नए तरीके ईजाद किया जा रहे हैं। वानखेड़े मैदान में छात्रों का समूह सीएए के विरोध करते दिखा। दिल्ली के जंतर-मंतर पर अलग-अलग धर्म-समुदाय की महिलाओं ने हिजाब पहनकर प्रदर्शन किया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
15 Jan 2020
CAA-NRC
तस्वीर सौजन्य : sportzwiki

सीएए-एनआरसी के विरोध में अब रोज़ नए मोर्चे खुल रहे हैं। नए-नए तरीके ईजाद किया जा रहे हैं।

मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाकर इसका विरोध किया जा रहा है तो क्रिकेट के मैदान में भी लोग इसके विरोध में टी-शर्ट पहनकर पहुंच गए।

मंगलवार को भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले गये पहले एकदिवसीय मैच के दौरान मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ऐसा ही देखने को मिला।

यहां छात्रों का एक समूह सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते दिखा। सफेद टी-शर्ट पहने इन छात्रों ने ‘नो सीएए’, ‘नो एनपीआर’, और ‘नो एनआरसी’ का बैनर लिया था। ये छात्र हालांकि भारत की पारी खत्म होने से पहले ही स्टेडियम से निकल गए थे।

ये छात्र ‘मुंबई अगेन्स्ट सीएए’ समूह से जुड़े थे। इस समूह से जुड़े फवाद अहमद ने कहा, ‘‘ इसमें कुल 26 लोग शामिल थे जो विजय मर्चेंट पवेलियन की तरफ बैठे थे। भारतीय टीम का विकेट जल्दी जल्दी गिरने लगा तब वे खुद ही मैदान से बाहर चले गये।'’

सोशल मीडिया पर ऐसे खबरें थीं कि काले कपड़ों में आये दर्शकों को स्टेडियम के सुरक्षाकर्मी अंदर आने से रोक रहे हैं लेकिन मुंबई क्रिकेट संघ की शीर्ष समिति ने दावा किया कि ऐसा कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है।

एमसीए के एक सदस्य ने कहा, ‘‘किसी भी रंग को लेकर कोई निर्देश नहीं दिया गया था, स्टेडियम के अंदर किसी भी प्रकार के पोस्टर लगाने की अनुमति नहीं थी क्योंकि यह स्थानीय पुलिस का निर्देश था।’’

इसे भी पढ़ें : आसमान में भी 'धारा-144’! गुजरात विद्यापीठ में विरोध की पतंग उड़ाने से रोका

jantar mantar.jpg

फोटो साभार : navbharat times

अलग-अलग धर्म-समुदाय की महिलाओं ने हिजाब पहनकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया इधर दिल्ली से ख़बर है कि अलग-अलग धर्म और पंथ से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं ने मंगलवार को हिजाब पहनकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। उनका दावा है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राजधानी दिल्ली में होने वाले प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ‘मुस्लिम महिलाओं को चुनकर परेशान कर रही है।’’

‘आजादी के लिए आजाद महिलाएं’ स्लोगन वाले इस प्रदर्शन में शामिल लड़कियों/महिलाओं के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बड़ी संख्या में अन्य महिलाएं भी पहुंची थीं।

प्रदर्शन का आयोजन करने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा इकरा रजा ने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह एक नागरिक मार्च के दौरान पुलिस ने मेरी बहन को पकड़ा। एक पुलिसकर्मी ने उसके सीने पर मुक्का मारा। हम बलों द्वारा मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। यह घृणा अपराध है।’’

रजा की बहन जिकरा मोजिबी ने बताया कि जेएनयू छात्रों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उसे निशाना बनाया, उसके साथ बदसलूकी की और उसके सीने पर मुक्का मारा जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।

जेएनयू की छात्रा इफत खान ने कहा, ‘‘महिलाएं न सिर्फ प्रदर्शनों में हिस्सा ले रही हैं बल्कि उनका नेतृत्व कर रही हैं। अब हमें डर नहीं लगता।’’

खान ने कहा, यह वही सरकार है जिसने तीन तलाक खत्म करने का कानून बनाया और कहा कि हम मुसलमान महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं, और अब उन्हीं मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ बल प्रयोग कर रही है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

CAA
protests against CAA
CAA protest in wankhede
India against CAA
new ways to protest CAA
NRC
CAA-NRC-NPR

Related Stories

शाहीन बाग़ : देखने हम भी गए थे प तमाशा न हुआ!

शाहीन बाग़ ग्राउंड रिपोर्ट : जनता के पुरज़ोर विरोध के आगे झुकी एमसीडी, नहीं कर पाई 'बुलडोज़र हमला'

चुनावी वादे पूरे नहीं करने की नाकामी को छिपाने के लिए शाह सीएए का मुद्दा उठा रहे हैं: माकपा

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा

लाल क़िले पर गुरु परब मनाने की मोदी नीति के पीछे की राजनीति क्या है? 

शाहीन बाग़ की पुकार : तेरी नफ़रत, मेरा प्यार

दबाये जाने की तमाम कोशिशों के बावजूद भारत का बहुलतावादी लोकतंत्र बचा रहेगा: ज़ोया हसन

उत्तरप्रदेश में चुनाव पूरब की ओर बढ़ने के साथ भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं 

योगी की पुलिस कैसे कर रही चुनाव में ग़रीबों से वसूली: एक पड़ताल

सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध जारी 274 भरपाई नोटिस वापस लिए गए: उप्र सरकार


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    डोनबास में हार के बाद अमेरिकी कहानी ज़िंदा नहीं रहेगी 
    26 Apr 2022
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को नई दिल्ली में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस को बेहद अहम बताया है।
  • दमयन्ती धर
    गुजरात : विधायक जिग्नेश मेवानी की गिरफ़्तारी का पूरे राज्य में विरोध
    26 Apr 2022
    2016 में ऊना की घटना का विरोध करने के लिए गुजरात के दलित सड़क पर आ गए थे। ऐसा ही कुछ इस बार हो सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पिछले 5 साल में भारत में 2 करोड़ महिलाएं नौकरियों से हुईं अलग- रिपोर्ट
    26 Apr 2022
    क़ानूनी कामकाजी उम्र के 50% से भी अधिक भारतवासी मनमाफिक रोजगार के अभाव के चलते नौकरी नहीं करना चाहते हैं: सीएमआईई 
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारें अलर्ट 
    26 Apr 2022
    देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,483 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 30 लाख 62 हज़ार 569 हो गयी है।
  • श्रिया सिंह
    कौन हैं गोटाबाया राजपक्षे, जिसने पूरे श्रीलंका को सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है
    26 Apr 2022
    सैनिक से नेता बने गोटाबाया राजपक्षे की मौजूदा सरकार इसलिए ज़बरदस्त आलोचना की ज़द में है, क्योंकि देश का आर्थिक संकट अब मानवीय संकट का रूप लेने लगा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License