NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
CAA-NRC विरोध : बिहार में कन्हैया कुमार की रैली पर लगातार हो रहे हैं हमले
बिहार में कन्हैया की सीएए-एनआरसी विरोध रैलियों में हिंसा की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं। दो हफ़्ते के भीतर कन्हैया पर आठ बार हमले हो चुके हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
15 Feb 2020
कन्हैया कुमार

बिहार में सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में कन्हैया कुमार की अगुवाई वाली जन गण मन यात्रा चल रही है। इन यात्राओं में भारी भीड़ आ रही है। इस यात्रा पर भोजपुर ज़िले में शुक्रवार दोपहर को सत्ताधारी भाजपा द्वारा समर्थित दक्षिणपंथी युवाओं द्वारा फिर से हमला किया गया। पिछले 15 दिनों में यात्रा के क़ाफ़िले पर यह आठवां हमला था।

भोजपुर के ज़िला मुख्यालय आरा शहर में बीबीगंज बाज़ार के पास लगभग 20 युवकों के एक समूह ने अपने हाथों में भगवा झंडे लिए हुए थे, इनके चेहरे ढके हुए थे और उत्तेजक नारे लगा रहे थे। उसी जगह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेता कन्हैया कुमार को एक जनसभा को संबोधित करने के लिए निर्धारित किया गया था।

jan gan man yatra.JPG

कुछ युवाओं ने 13 फ़रवरी की रात को आरा में बैठक के लिए लगाए गए मंच पर भी कथित रूप से तोड़फोड़ की और मंच को आग लगा दी।

ग़ालिब, एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी और शिक्षाविद भी हैं, वो कन्हैया के साथ इस यात्रा में शामिल हैं। उन्होंने न्यूज़क्लिक को बताया, “हम बक्सर से आरा के रास्ते में थे जब उग्र युवाओं के एक समूह ने हम पर हमला किया, पथराव किया और एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। हमलावर समर्थक सीएए-एनआरसी के पक्ष में नारे लगा रहे थे।"

उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह, भगवा टोपी पहने युवाओं के एक समूह ने कन्हैया के क़ाफ़िले पर सड़े अंडे फेंके और बक्सर ज़िले में काले झंडे दिखाए, जो केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का संसदीय क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल और करणी सेना से जुड़े दर्जनों युवाओं ने गुरुवार को जनसभा से पहले भी भभुआ में उपद्रव मचाने की कोशिश की थी।

दो दिन पहले गया ज़िले में भड़काऊ नारेबाज़ी कर रहे युवाओं द्वारा यात्रा पर हमला किया गया था।

एनपीआर-एनआरसी-सीएए विरोधी संघर्ष मोर्चा ने पिछले सप्ताह ही यात्रा के लिए सुरक्षा की मांग की थी। इसके साथ ही यात्रा पर हमला करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी इसके बावजूद यात्रा पर लगातार हमले हो रहे हैं। मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के गृह सचिव अमीर सुभानी से मुलाक़ात की थी और पिछले सप्ताह जन गण मन यात्रा पर हमलों के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा था। मोर्चा के सक्रिय सदस्य चंद्रकांता ने कहा, "हमारे पास जानकारी है कि बीजेपी द्वारा समर्थित दक्षिणपंथी युवा यात्रा पर हमला कर रहे हैं और इस यात्रा में परेशानी पैदा कर रहे हैं। उनका मकसद स्पष्ट है: यात्रा के साथ आने वालों में भय पैदा करना, लेकिन हम इसे रोकेंगे नहीं।"

उनके अनुसार, कुछ नारा देने वाले युवाओं ने 7 फ़रवरी को कटिहार ज़िले में यात्रा पर चप्पल फेंकी थी और इसे परेशान करने की कोशिश की थी। 6 फ़रवरी को, सहरसा ज़िले में युवाओं के एक समूह ने यात्रा पर हमला किया था जिसमें तीन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे और यात्रा के तीन सदस्य घायल हो गए थे।

सुपौल ज़िले में 6 फ़रवरी को एक और हमला हुआ, जिसमें लगभग 100 लोगों का एक समूह था, जिसने यात्रा को निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक बातें कहीं थी और भड़काऊ नारेबाज़ी की थी।

भले ही कन्हैया एक अन्य पूर्व जेएनयूएसयू अध्यक्ष और बिहार के कदवा विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक शकील अहमद ख़ान के हमले में बच गए, लेकिन उनके चालक को सिर में चोट लगी और उन्हें सुपौल में हमले के लिए नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया। दिलचस्प बात यह है कि यह हमला सुपौल शहर में ज़िला मजिस्ट्रेट के आवास से दूर एक व्यस्त बाज़ार क्षेत्र के पास हुआ।

पहला हमला 1 फ़रवरी को छपरा ज़िले में हुआ था। यात्रा के पांच वाहनों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ लोगों को तब भी चोटें लगी थीं।

चंद्रकांता ने न्यूज़क्लिक को बताया कि यात्रा के पक्ष में भारी समर्थन ने भाजपा को इतना नाराज़ कर दिया है कि वह दक्षिणपंथी युवाओं पर हमला करने और अशांति पैदा करने के लिए उपयोग कर रहा है।

उन्होंने कहा, "अलग-अलग स्थानों पर, एक या दूसरे नारे लगाने वाले युवाओं के समूह ने यात्रा पर हमला करने की कोशिश की। मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले में, काले झंडे दिखाए गए और यात्रा के प्रतिभागियों का पीछा किया गया। यह यात्रा के सदस्यों के बीच डर पैदा करने के लिए उनके पुराने खेल का हिस्सा है।"

मार्च 30 जनवरी को महात्मा गांधी के पहले सत्याग्रह से जुड़ी ऐतिहासिक भूमि बिहार के पश्चिम चंपारण ज़िले के भितिहरवा आश्रम से शुरू हुआ था। यह यात्रा पटना के गांधी मैदान 27 फ़रवरी में पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले पूरा राज्य कवर करते हुए रैली का समापन होगा। आयोजकों में से एक ने कहा, "यात्रा के दौरान, हम लोगों के रोज़गार, ग़रीबी, आर्थिक मंदी, किसानों के संकट, मूल्य वृद्धि जैसे वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"

इस बीच, बिहार के सीएम और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष, नीतीश कुमार, सीएए का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं-प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को निष्कासित कर दिया। क्योंकि ये दोनों सीएए पर पार्टी के रुख को चुनौती दे रहे थे।

Anti CAA Protest
Bihar CAA Protest
Kanhaiya Kumar
Kanhaiya Kumar Rally Attack
Attack on CAA Protest
CAA NRC NPR
Bihar
NRC protests
Jana Gana Mana Yatra
jdu
Nitish Kumar

Related Stories

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

पटना : जीएनएम विरोध को लेकर दो नर्सों का तबादला, हॉस्टल ख़ाली करने के आदेश

बिहार: 6 दलित बच्चियों के ज़हर खाने का मुद्दा ऐपवा ने उठाया, अंबेडकर जयंती पर राज्यव्यापी विरोध दिवस मनाया

बिहार: विधानसभा स्पीकर और नीतीश सरकार की मनमानी के ख़िलाफ़ भाकपा माले का राज्यव्यापी विरोध

बिहार में आम हड़ताल का दिखा असर, किसान-मज़दूर-कर्मचारियों ने दिखाई एकजुटता

पटना: विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त सीटों को भरने के लिए 'रोज़गार अधिकार महासम्मेलन'

बिहार बजट सत्र: विधानसभा में उठा शिक्षकों और अन्य सरकारी पदों पर भर्ती का मामला 

बिहार : सीटेट-बीटेट पास अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली को लेकर करेंगे आंदोलन

बिहार : आशा वर्कर्स 11 मार्च को विधानसभा के बाहर करेंगी प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ः 60 दिनों से हड़ताल कर रहे 15 हज़ार मनरेगा कर्मी इस्तीफ़ा देने को तैयार
    03 Jun 2022
    मनरेगा महासंघ के बैनर तले क़रीब 15 हज़ार मनरेगा कर्मी पिछले 60 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं फिर भी सरकार उनकी मांग को सुन नहीं रही है।
  • ऋचा चिंतन
    वृद्धावस्था पेंशन: राशि में ठहराव की स्थिति एवं लैंगिक आधार पर भेद
    03 Jun 2022
    2007 से केंद्र सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 7 रूपये से लेकर 16 रूपये दिए जा रहे हैं।
  • भाषा
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव में दर्ज की रिकार्ड जीत
    03 Jun 2022
    चंपावत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री को 13 चक्रों में हुई मतगणना में कुल 57,268 मत मिले और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाल़ कांग्रेस समेत सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो…
  • अखिलेश अखिल
    मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 
    03 Jun 2022
    बिहार सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना के एलान के बाद अब भाजपा भले बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन नीतीश का ये एलान उसकी कमंडल राजनीति पर लगाम का डर भी दर्शा रही है।
  • लाल बहादुर सिंह
    गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया
    03 Jun 2022
    मोदी सरकार पिछले 8 साल से भारतीय राज और समाज में जिन बड़े और ख़तरनाक बदलावों के रास्ते पर चल रही है, उसके आईने में ही NEP-2020 की बड़ी बड़ी घोषणाओं के पीछे छुपे सच को decode किया जाना चाहिए।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License