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COVID-19 : क्यूबा के खिलाफ पाबंदी के बावजूद दवा लेने को मजबूर देश
दुनिया भर के कई देशों ने क्यूबा के खिलाफ अमेरिकी पाबंदी के बावजूद इंटरफेरॉन अल्फा 2 बी दवा की मांग की है। यह एकमात्र दवा जो COVID-19 के मामले में एक प्रभावी साबित हुई है।
पीपल्स डिस्पैच
16 Mar 2020
coronavirus
Image courtesy: Navbharat Times

क्यूबा की एक दवा जिसे इंटरफेरॉन अल्फा 2 बी के नाम से जाना जाता है COVID-19 की महामारी में हजारों लोगों की जान बचाने में सफल रहा है। अब तक ये दवा कोरोनोवायरस से 1,500 से ज़्यादा मरीजों को प्रभावी रूप से ठीक करने में कामयाब रहा है और ये चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा सांस से संबंधित बीमारी से निपटने के लिए चुनी गई 30 दवाओं में से एक है।

चीन के जिलिन में स्थित चीन-क्यूबा के एक संयुक्त उद्यम के चांगचुन हेबर बायोलॉजिकल टेक्नोलॉजी में क्यूबा की तकनीक के साथ इस दवा का निर्माण किया जाता है।

इसने दक्षिण कोरिया में हजारों लोगों की जान बचाई है। संक्रमित 8,000 लोगों में से केवल 72 लोगों की मौत हुई।

जर्मनी ने भी इस महामारी से लड़ने के लिए चांग हेइबर से इस एंटीवायरल दवा को खरीदा है। 3,156 संक्रमित लोगों में से केवल 3 लोगों की मृत्यु हुई है।

क्यूबा की दवा के प्रभावी असर के बाद इंटरफेरॉन अल्फा 2 बी की मांग काफी बढ़ गई है। कई लैटिन अमेरिकी, कैरेबियाई और यूरोपीय देशों ने कोरोनावायरस के प्रकोप से निपटने के लिए क्यूबा से चिकित्सीय मदद का अनुरोध किया है।

14 मार्च को एक संवाददाता सम्मेलन में फार्मास्युटिकल कंपनी बायो क्यूबा फार्मा ग्रुप के अध्यक्ष एडुआर्डो मार्टिनेज ने संकेत दिया कि इस दवा का उत्पादन उल्लेखनीय तरीके से बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

चीन के बाद दुनिया के दूसरे सबसे प्रभावित देश इटली में COVID -19 की महामारी से निपटने और मदद करने के लिए चीनी विशेषज्ञों के साथ काम करने के लिए क्यूबा ने इटली में डॉक्टरों एक टीम भेजी है और इंटरफेरॉन अल्फा 2 बी मुहैया कराया है।

वायरस के प्रसार को रोकने में मदद करने और जिन व्यक्तियों में इसके लक्षण दिखाई दे उनका इलाज करने के लिए क्यूबा की इस दवा को कई लैटिन अमेरिकी देशों जैसे पनामा और वेनेजुएला आदि को भेजा गया है।

जमैका, सेंट किट्स और नेविस, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की सरकारों ने भी क्यूबा के अधिकारियों से चिकित्सा कर्मियों, पर्याप्त बुनियादी ढांचे और कोरोनवायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए अनुरोध किया है।

ये दवा बायोजेनेटिक इंजीनियरिंग की शक्ति और समाजवादी देश में चिकित्सा विज्ञान में विकास का प्रमाण है जिसने सख्त अमेरिकी पाबंदी के बावजूद दुनिया को क्यूबा से मदद लेने के लिए मजबूर किया है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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