राष्ट्रीय पंचातराज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के सरपंचों को आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि पहले से आत्मनिर्भर मेहनतकश कामगार वर्ग जो इस लॉकडाउन में बेकार हो गया है, वो क्या करे।
कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं और इसके अलावा वे राजनीतिक दलों से लेकर ग्राम प्रधानों से भी आधिकारिक बात कर रहे हैं। ‘मन की बात’ तो अलग से है ही।
राष्ट्रीय पंचातराज दिवस के अवसर पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बातचीत की और आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि बदली परिस्थितियों ने यह याद दिलाया है कि आत्मनिर्भर बनो। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कोरोना काल में लॉकडाउन संकट के चलते जो आत्मर्निभर मेहनतकश कामगार भी बेकार हो गया है वो क्या करे। इस लॉकडाउन ने तो गरीब मजदूर वर्ग को ही नहीं निम्न मध्यम वर्ग को भी दूसरों का मोहताज़ बना दिया है। देश में हर जगह से राशन की मांग आ रही है, लेकिन सरकार खाद्यान्न बांटने की बजाय चावल से सैनिटाइज़र बनाने की सोच रही है।