ये उनकी राजनीति का तिलिस्म और मीडिया का जादू है कि लोग अपने असली मुद्दे, परेशानियां भूलकर ग़ैरज़रूरी मुद्दों पर बात करने लगते हैं। लेकिन ये भ्रम बहुत देर तक नहीं रहता और जल्दी ही नज़रबंदी का जादू टूट जाता है। इसके संकेत भी मिल रहे हैं।
ये उनकी राजनीति का तिलिस्म और मीडिया का जादू है कि लोग अपने असली मुद्दे, परेशानियां भूलकर ग़ैरज़रूरी मुद्दों पर बात करने लगते हैं। लेकिन ये भ्रम बहुत देर तक नहीं रहता और जल्दी ही नज़रबंदी का जादू टूट जाता है। इसके संकेत भी मिल रहे हैं।
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