‘‘खरीद-फरोख्त का दाम बढ़ चुका है। राजस्थान में मुंहमांगा दाम है।’’ जब एक मुख्यमंत्री ऐसी बात कहे, ऐसी आशंका जताए तो आप समझ सकते हैं कि लोकतंत्र की सेहत कितनी ख़राब हो गई है।
राजस्थान भी न जाने क्या-क्या रंग दिखाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख तय होने के बाद राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त का 'दाम’ बढ़ गया है।
गहलोत ने कहा, ‘‘कल रात, जब से विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का ‘दाम’ बढ़ गया है। इससे पहले पहली किस्त 10 (करोड़ रुपये) और दूसरी किस्त 15 (करोड़ रुपये) की थी। अब पूछा जा रहा है कि आप बताओ, क्या चाहिए आपको?’’ उन्होंने कहा, ‘‘खरीद-फरोख्त का दाम बढ़ चुका है। राजस्थान में मुंहमांगा दाम है।’’
अब एक मुख्यमंत्री ऐसी बात कहे, ऐसी आशंका जताए तो आप समझ सकते हैं कि लोकतंत्र की सेहत कितनी ख़राब हो गई है।