NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
लोगों के बीच भाजपा के लिए इतना गुस्सा कि भाजपा के 25 नेताओं को मिली केंद्रीय सुरक्षा
जिन्हें जनप्रतिनिधि बनना है, वह जनता से इतने डर रहे हैं कि उन्होंने केंद्रीय सुरक्षा ले ली है।
आज का कार्टून
17 Feb 2022
cartoon

प्रबंधन के सारे गणित छोड़ दें तो चुनावी राजनीति का सिंपल सा मतलब है कि जनप्रतिनिधि बनने की आकांक्षा लेकर चल रहा उम्मीदवार अपने कामकाज को लेकर जनता के बीच जाएगा, अपनी जिंदगी, अपने कामकाज लोक कल्याण से जुड़े मकसद को जनता के बीच बताएगा।

 जनता को अगर उम्मीदवार में भरोसा दिखेगा तो उसे वह चुन लेगी अन्यथा उसे अस्वीकार कर देगी। नेताओं के भ्रष्ट आचरण की वजह से यह सिंपल सा फंडा बदल गया है। जिन नेताओं को जनता के बीच जाकर जनता का काम करना है, उनसे जनता इतनी खफा है कि उनको स्वीकार नहीं कर रही है। उन्हें देखना और सुनना तक पसंद नहीं करती है। लेकिन फिर भी पैसे के दम पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की पैसे से बनी हुई औकात इतनी ज्यादा है कि उन्हें सरकार केंद्रीय सुरक्षा मुहैया करवा रही है। 

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 25 भाजपा नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा मुहैया कराया है। इनमें ज्यादातर पंजाब और उत्तर प्रदेश के नेता शामिल हैं।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि सरकार जेड-श्रेणी की सुरक्षा के जरिए नेताओं को चुनावी लॉलीपॉप दे रही है। यह स्टेटस सिंबल बन गया गै। यह डराने-धमकाने का एक उपकरण है। उन्होंने कहा, ''इस देश की हर संस्था पहले से ही कुचली जा चुकी है। चुनावों के बीच में जेड-श्रेणी की सुरक्षा जैसी खुली और नग्न रणनीति का उपयोग लोगों के बीच भय और डर पैदा करने के उद्देश्य से किया जाता है। इसे स्टेटस सिंबल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह लोकतंत्र के लिए एक अपमान के अलावा और कुछ नहीं है।" 

cartoon click
Irfan ka cartoon
cartoon
BJP
BJP leaders get central security
Central Security

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • इमाद उल हसन
    नफ़रती सिनेमाई इतिहास की याद दिलाती कश्मीर फ़ाइल्स
    24 Mar 2022
    यह फ़िल्म मुसलमानों के ख़िलाफ़ मौजूदा रूढ़ धारणाओं को मज़बूती देने के लिए फिल्मों का इस्तेमाल करते हुए एक हालिया घटना को बड़ा बनाकर पेश करती है और और इसका इस्तेमाल देश को ज़्यादा सांप्रदायिक बनाने के…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिहार: "मुख्यमंत्री के गृह जिले में दलित-अतिपिछड़ों पर पुलिस-सामंती अपराधियों का बर्बर हमला शर्मनाक"
    24 Mar 2022
    भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा के हिलसा में अतिपिछड़ी जाति से आने वाले विरेश चंद्रवंशी की बर्बर किस्म से की गई हत्या, उसके बाद अतिपिछड़े व दलित समुदाय पर ही…
  • आमिर मलिक
    भगत सिंह झुग्गियाँ- वह स्वतंत्रता सेनानी जो सदा लड़ते रहे
    24 Mar 2022
    ब्रितानिया सल्तनत के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ने वाले, भगत सिंह झुग्गियाँ सदा लोगों के हक़ में आवाज़ उठाते रहे। इसी महीने आठ तारीख़ को उन्होंने अंतिम साँस ली। लेखक उनकी ज़िंदगी की कुछ झलकियाँ दिखा रहे हैं...
  • सबरंग इंडिया
    मौन कोई विकल्प नहीं है: पत्रकारों ने भारत के संवैधानिक संस्थानों की चुप्पी पर सवाल उठाया
    24 Mar 2022
    वरिष्ठ पत्रकारों ने हेट स्पीच और नरसंहार के खुले आह्वान के खिलाफ कार्रवाई की अपील की
  • प्रभात पटनायक
    वैश्वीकरण और पूंजी तथा श्रम का स्थान परिवर्तन
    24 Mar 2022
    वैश्वीकरण के वर्तमान दौर में, उत्तर के उन्नत पूंजीवादी देशों से, दक्षिण के कम मजदूरी वाले देशों की ओर, पूंजी के स्थानांतरण पर तो काफ़ी चर्चा हुई है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License