आज हम और हमारा देश एक अहम मोड़ पर खड़ा है। यहाँ से ही तय होगा कि देश किस तरफ़ जाएगा। आज वास्तव में अगर किसी को ख़तरा है तो वो हैं हमारे लोकतांत्रिक मूल्य, हमारा संविधान।
आज हम और हमारा देश एक अहम मोड़ पर खड़ा है। यहाँ से ही तय होगा कि देश किस तरफ़ जाएगा। आज वास्तव में अगर किसी को ख़तरा है तो वो हैं हमारे लोकतांत्रिक मूल्य, हमारा संविधान। आज यही निशाने पर हैं। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती पर उनके मूल्य और अपने संविधान को बचाने का संकल्प ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।