पेट्रोल और डीजल की महंगी कीमतों के बीच बंगाल के लोगों को पेट्रोल पंप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उज्जवला योजना का विज्ञापन दिखाया जा रहा था। चुनाव आयोग ने आदर्श संहिता का उल्लंघन करार देते हुए इस तरह की होर्डिंग को हटाने का फैसला दिया है।
लोग अपने आसपास नहीं देखते हैं। अपने आसपास की खामियों से सरकार का मूल्यांकन नहीं करते हैं। अपनी जिंदगी में घट रही दिक्कतों के लिए सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराते हैं। इसी का फायदा उठाकर मीडिया के औजारों का इस्तेमाल कर लोगों के दिमाग में वैसे ही नजर भरी जाती है, जहां सरकार की खामियां न दिखे। पेट्रोल और डीजल की महंगी कीमतों के बीच बंगाल के लोगों को पेट्रोल पंप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उज्जवला योजना का विज्ञापन दिखाया जा रहा था। चुनाव आयोग ने आदर्श संहिता का उल्लंघन करार देते हुए इस तरह की होर्डिंग को हटाने का फैसला दिया है। लेकिन सबसे जरूरी सवाल तो वही का वही है कि क्या जनता अपनी नजर से वह देख पाएगी, जिसे उसे एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते देखना चाहिए।