हमारी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मज़दूरों से रास्ते में बैठकर बात करने पर जिस तरह की प्रतिक्रिया दी है। उससे उनकी और उनकी सरकार की संवेदनहीनता ही उजागर होती है।
हमारी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मज़दूरों से रास्ते में बैठकर बात करने पर जिस तरह की प्रतिक्रिया दी है। उससे उनकी और उनकी सरकार की संवेदनहीनता ही उजागर होती है। रविवार को आर्थिक पैकेज के लिए हुई पांचवी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गए एक सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी को ड्रामेबाज़ बताते हुए कहा कि उनको मजदूरों के साथ सामान उठाकर उनके साथ पैदल जाना चाहिए था। उन्होंने मजदूरों के साथ बैठकर, उनसे बात करके उनका समय बर्बाद किया। इस जवाब को लेकर सोशल मीडिया में निर्मला सीतारमण की काफी आलोचना भी हुई।