NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कार्टून क्लिक : स्लीपर कोच वाले बैलगाड़ी में आएं, एसी कोच वाले स्टेशन जाएं  
देश के आम जन को बुलेट ट्रेन का सपना दिखाने वाली सरकार ने आम जन से हाईस्पीड ट्रेन भी छीन ली है। जी हां, देश की हाईस्पीड ट्रेन में अब सिर्फ एसी कोच होंगे, स्लीपर कोच हाईस्पीड ट्रेन में नहीं लगेंगे।
आज का कार्टून
12 Oct 2020
cartoon click

देश के आम जन को बुलेट ट्रेन का सपना दिखाने वाली सरकार ने आम जन से हाईस्पीड ट्रेन भी छीन ली है। जी हां, देश की हाईस्पीड ट्रेन में अब सिर्फ एसी कोच होंगे, स्लीपर कोच हाईस्पीड ट्रेन में नहीं लगेंगे। इस बात की जानकारी रेलवे के प्रवक्ता ने दी। मंत्रालय की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार तक चलने वाली ट्रेनों में सिर्फ एसी कोच ही लगेंगे। और इन एसी कोच का किराया कौन अफोर्ड कर सकता है आप जानते ही हैं। फिलहाल कहा जा रहा है कि इन एसी कोच का किराया एसी और स्लीपर कोच के बीच ही रहेगा।

लेकिन सच तो ये है कि अभी भी देश का एक बड़ा तबका स्लीपर कोच तक का किराया अदा करने की स्थिति में ही नहीं आ पाया है, जो थोड़े लोग सक्षम हुए हैं उन्हें भी धीरे-धीरे रेलवे की सुविधा से बाहर कर दिया जा रहा है।

और ये तो शुरुआत है। जैसा दिख रहा है कि धीरे-धीरे पूरे रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है। हालात तो अब ये हो गए हैं कि ट्रेन तो छोड़िए प्लेटफार्म पर भी जाना आम जन के बस नहीं रह गया है।

इसे देखें : ‘आत्मनिर्भर भारत मेल’ : रेलवे प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये का हुआ   

cartoon click
cartoon
Irfan ka cartoon
Sleeper coaches
Narendra modi
IRCTC
modi sarkar
indian railways

Related Stories

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"


बाकी खबरें

  • शिरीष खरे
    कोरोना लॉकडाउन के दो वर्ष, बिहार के प्रवासी मज़दूरों के बच्चे और उम्मीदों के स्कूल
    16 Apr 2022
    सरकारी स्कूलों में खास तौर से गरीब परिवारों के बच्चे बड़ी तादाद में आ रहे हैं। इनमें से कई बच्चे प्रवासी मजदूर परिवारों से हैं।
  • न्यायमूर्ति के चंद्रू
    जय भीम: माई जजमेंट इन द लाइट ऑफ़ अंबेडकर
    16 Apr 2022
    2 नवंबर, 2021 को दुनिया भर में विकिपीडिया में जिन शब्दों को सर्च किया गया था, उनमें सबसे लोकप्रिय शब्द जय भीम था।
  • मुकुंद झा
    दिल्ली पुलिस का ये कहना कि धर्म संसद में हेट स्पीच नहीं हुई, दुर्भाग्यपूर्ण है: पूर्व आईपीएस अधिकारी
    16 Apr 2022
    पूर्व आईपीएस अधिकारी विभूति नारायण राय ने न्यूज़क्लिक से बातचीत में दिल्ली पुलिस के रवैये पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए इसे काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि पुलिस नफ़रती भाषण देने वालों पर कार्रवाई नहीं…
  • विजय विनीत
    प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!
    16 Apr 2022
    घटनास्थल को देखकर लग रहा था कि मरने से पहले सभी ने हमलावरों का प्रतिरोध किया था। चारों के शवों पर कपड़े अस्त-व्यस्त हो गए थे। इस वारदात को खुदकुशी का एंगल भी देने की कोशिश की गई है।
  • पी.रमन
    कैसे चुनावी निरंकुश शासकों के वैश्विक समूह का हिस्सा बन गए हैं मोदी और भाजपा
    16 Apr 2022
    मोदी और भाजपा को बड़े पैमाने पर कॉरपोरेट फंडिंग, बड़े बजट के सोशल मीडिया और ग्राउंड नेटवर्क और अंततः हिंदी समाचार चैनल के कट्टर एंकरों और मालिकों का समर्थन हासिल हो चुका है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License