मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को भी प्रयोग लगने लगी है। हालांकि ये प्रयोग किसकी ओर से किया गया ये बताने में मंत्री जी ज़रा हिचकिचा गए।
10 अप्रैल को रामनवमी के दिन मध्य प्रदेश के खारगोन में हिंसा और उसके बाद शहर की मुस्लिम आबादी के घर-मकान तोड़े जाने की कार्रवाई हुई। जिसको लेकर केंद्रीय पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बयान जारी किया है, कि यह हिंसा संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है। गिरिराज सिंह के हिसाब से 1947 की आज़ादी के बाद देश को कट्टरपंथी सोच ने बांट दिया। हालांकि इस दौरान गिरिराज सिंह ये बताना भूल गए कि देश को कौन सी कट्टरपंथी सोच ने बांट दिया है। वे ये भी बताना भूल गए कि गुजरात, यूपी, दिल्ली, कर्नाटक ये सब किस संयोग या प्रयोग का हिस्सा हैं। उन्हें साफ़ करना चाहिए था कि ये धर्म संसद, ये नरसंहार का आह्वान, ये सुल्ली डील, बुल्ली डील, ये हिजाब, ये अज़ान विवाद, ये रामनवमी के जुलूसों में नफ़रती नारे, ये किस संयोग या प्रयोग का हिस्सा हैं।
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