NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
सरकार! हमारे, आपके लिए होम मेड मास्क ठीक हैं, लेकिन फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए?
मोदी जी को समझना होगा कि हम या वे होम मेड मास्क पहन सकते हैं, लेकिन जो सड़क पर, अस्पताल में सबसे अग्रिम पंक्ति में कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे हैं, क्या ये होम मेड मास्क उन्हें सुरक्षित कर पाएंगे?
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
11 Apr 2020
cartoon click

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अब तक 239 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुल संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 7447 तक पहुंच गई है। मालूम हो कि दिल्ली में अब तक कम से कम 35 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से 20 नर्सिंग स्टाफ़ हैं। दिल्ली के कैंसर इंस्टीट्यूट में नर्सिंग स्टाफ़ सहित 11 स्वास्थ्य कर्मियों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो सीधे कोरोना मरीजों का इलाज नहीं कर रहे थे। इसका मतलब साफ है कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीई किट जैसे सुरक्षा के उपकरण दिए जाने चाहिए फिर चाहे वो किसी भी विभाग में क्यों न तैनात हों।

इसे भी पढ़ें : दिल्ली नर्स यूनियन दे दी काम रोकने की चेतावनी, क्या ऐसे कोरोना से जीतेगा देश?

बात सिर्फ दिल्ली की नहीं है। देशभर में एक के बाद एक कई डॉक्टरों और नर्सों ने सोशल मीडिया पर लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। वहीं बचाव के बेसिक उपकरण जैसे दस्ताने और मास्क न मिलने पर उत्तर प्रदेश के एंबुलेंस कर्मियों को हड़ताल तक पर जाना पड़ा। देश के दूसरे राज्यों से पहले आई रिपोर्टों में बताया गया कि रेनकोट और हेलमेट पहनकर स्वास्थ्यकर्मियों को काम करना पड़ रहा है। सफाईकर्मियों, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी बुरा हाल है। ये सब कोरोना के खिलाफ फ्रंटलाइन वर्कर हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों लोगों से घर पर ही मास्क बनाकर पहनने और परिचितों को गिफ्ट करने की अपील की थी, जिसपर उन्होंने अब खुद अमल किया है। शनिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा के दौरान वह ऐसा ही एक होम मेड मास्क लगाकर बैठे। लेकिन उन्हें समझना होगा कि घर में रहने वाले या ज़रूरत भर के लिए कभी-कभार बाहर निकलने वाले लोग तो होम मेड मास्क पहन सकते हैं, लेकिन जो सड़क पर, अस्पताल में सबसे अग्रिम पंक्ति में कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे हैं, क्या ये होम मेड मास्क उन्हें सुरक्षित कर पाएंगे?

इसे भी पढ़ें : “बड़े-बड़े लोग आइसोलेट हो रहे हैं, महामारी के समय हम फील्ड में हैं, हमारा मेहनताना मज़ाक है”

cartoon click
Coronavirus
Corona Crisis
health care facilities
Health workers
PPE kit
Mask
Narendra modi

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में आज फिर कोरोना के मामलों में क़रीब 27 फीसदी की बढ़ोतरी

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के घटते मामलों के बीच बढ़ रहा ओमिक्रॉन के सब स्ट्रेन BA.4, BA.5 का ख़तरा 

कोरोना अपडेट: देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब स्ट्रेन BA.4 और BA.5 का एक-एक मामला सामने आया

कोरोना अपडेट: देश में फिर से हो रही कोरोना के मामले बढ़ोतरी 

कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में दुनिया का नज़रिया नहीं बदल पाई

कोरोना अपडेट: अभी नहीं चौथी लहर की संभावना, फिर भी सावधानी बरतने की ज़रूरत

कोरोना अपडेट: दुनियाभर के कई देशों में अब भी क़हर बरपा रहा कोरोना 

कोरोना अपडेट: देश में एक्टिव मामलों की संख्या 20 हज़ार के क़रीब पहुंची 

देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, PM मोदी आज मुख्यमंत्रियों संग लेंगे बैठक


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License