प्रधानमंत्री ने इस साल के आख़िरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में तमाम बातें कहीं, लेकिन एक महीने से इस सर्दी में दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 72वें और इस साल के आखिरी संस्करण में रविवार, 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने तमाम बातें कहीं, लेकिन एक महीने से इस सर्दी में दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ अभियान, ‘‘वोकल फॉर लोकल’’ से लेकर तमाम बातें की, लेकिन भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाले अन्नदाता को भुला दिया।