ख़बर है कि निवेशक सरकारी कंपनियों (पीएसयू) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए ज़्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। तो क्या अब सरकार Buy one get one free यानी एक ख़रीदने पर एक मुफ़्त का ऑफर देगी। कार्टूनिस्ट इरफ़ान यही व्यंग्य कर रही है, क्योंकि सरकार जिस तरह अपने उपक्रम बेचने पर आमादा और उतावली है, उसके बाद तो अब यही बाक़ी दिख रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निजी क्षेत्र की कंपनियों के मुकाबले सरकारी कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। इसका असर केंद्र सरकार के सरकारी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेचने के प्लान पर दिख रहा है। ख़बर है कि निवेशक सरकारी कंपनियों (पीएसयू) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए ज़्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जनसत्ता की एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2020 से बाज़ारों से बड़े पैमाने पर वसूली के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण गिरावट आई है।