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कार्टून क्लिक: हमारा 'तीर' किसी दूसरे के तरकश में चला गया!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर सुर बदला है। अपनी सहयोगी बीजेपी से अलग पेगासस मामले में उन्होंने जांच की वकालत की है। उधर उनकी पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा द्वारा उन्हें ‘पीएम मटेरियल’ कहे जाने पर भी खूब सियासी हलचल है। यानी नीतीश ने 'तीर' छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि तीर नीतीश की पार्टी जदयू का चुनाव चिह्न भी है।
आज का कार्टून
03 Aug 2021
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर सुर बदला है। अपनी सहयोगी बीजेपी से अलग पेगासस मामले में उन्होंने जांच की वकालत की है। नीतीश का कहना है कि सच्चाई बाहर लाने के लिये फोन टैपिंग से जुड़े सभी पहलू की जांच की जानी चाहिये। हालांकि नीतीश के लिए बीजेपी से अलग जाकर स्टैंड लेना पहली बार नहीं है, लेकिन ये भी सच है कि वे बार-बार लौटकर फिर बीजेपी के ही शरणागत हो जाते हैं।

समाचार एजेंसी भाषा की ख़बर के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि फोन टैपिंग से जुड़े सभी पहलू की जांच की जानी चाहिये ताकि सच्चाई बाहर आ सके ।

मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में सोमवार को आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान फोन टैपिंग से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि फोन टैपिंग की बात काफी दिनों से सामने आ रही है और इस पर पहले ही चर्चा हो जानी चाहिए थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी समझ से इससे जुड़े एक-एक पहलू को देखकर उचित कदम उठाया जाना चाहिए। फोन टैपिंग को लेकर संसद में कुछ सदस्यों ने अपनी बातें रखी हैं। इससे जुड़े सभी पहलू की जांच की जानी चाहिये ताकि सच्चाई बाहर आये ।’’

नीतीश ने कहा कि फोन टैपिंग को लेकर सरकार ने अपना जवाब संसद में दिया है।

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताये जाने पर प्रतिक्रया देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे हमारी पार्टी के साथी हैं, वे कुछ भी बोल देते हैं लेकिन हमारे बारे में यह सब कहने की जरुरत नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम तो सेवक हैं जनता की सेवा कर रहे हैं। ऐसी मेरी कोई न तो आकांक्षा है और न ही कोई इच्छा है।’’

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से दिल्ली में हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘उनके प्रति हमारे मन में आज से नही बल्कि एक जमाने से सम्मान का भाव रहा है। हम सभी लोग एक जमाने में एक ही दल में रहे हैं, बाद में सभी अलग-अलग दलों में चले गये लेकिन रिश्ता अभी भी बना हुआ है।’’

चौटाला से मुलाकात को लेकर भाजपा की नाराजगी पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘इसको लेकर किसी को भी कोई नाराजगी नहीं है। कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। हमलोगों की समाजवादी पृष्ठभूमि है। पुराने संबंध वाले व्यक्ति से मुलाकात करने में भला किसी को क्यों ऐतराज होगा।’’

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