इस मूल्य वृद्धि के पीछे भीड़-भाड़ कम करने का तर्क दिया गया है। लेकिन यह तर्क किसी के गले नहीं उतर रहा। दरअसल सरकार धीऱे-धीरे रेलवे को निजी हाथों में सौंप रही है। इसके पीछे यही कवायद समझी जा रही है, ताकि प्राइवेट प्लेयर को ज़्यादा से ज़्यादा फायदा हो।
देश के करीब 250 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतें पांच गुना हो गई हैं। रेलवे ने इनका दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह डिवीजन में 250 स्टेशनों पर यह मूल्यवृद्धि की गई है। इनमें मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, रतलाम, राजकोट और भावनगर रेल मंडल के स्टेशन शामिल हैं।
इस मूल्य वृद्धि के पीछे भीड़-भाड़ को कम करने का तर्क दिया गया है। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के चलते स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए रेलवे ने यह कदम उठाया है।
यह तर्क किसी के गले नहीं उतर रहा है। समझा जा रहा है कि इसके पीछे रेलवे के निजीकरण की कहानी है। सरकार धीऱे-धीरे रेलवे को निजी हाथों में सौंप रही है। इसके पीछे यही कवायद समझी जा रही है, ताकि प्राइवेट प्लेयर को ज़्यादा से ज़्यादा फायदा हो।