NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
खेल
पेले से आगे निकले छेत्री, भारत ने आठवां सैफ ख़िताब जीता, महिला टीम भी चमकी
भारतीय फुटबॉल को वर्ष 2021 में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली । पचास और साठ के दशक का अपना खोया गौरव लौटाने की कोशिश में जुटी टीम उस पल का इंतजार ही करती रही जो देश में इस खेल की दशा और दिशा बदल सके।
भाषा
28 Dec 2021
sunil

नयी दिल्ली: भारतीय फुटबॉल के लिये बीता वर्ष खास उल्लेखनीय नहीं रहा जिसमें कुछ जीत मिली तो कुछ हार। इस साल कप्तान सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय गोलों के मामले में फुटबॉल के जादूगर पेले को पीछे छोड़ दिया तो महिला टीम के प्रदर्शन की भी चर्चा हुई।

भारतीय फुटबॉल को वर्ष 2021 में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली । पचास और साठ के दशक का अपना खोया गौरव लौटाने की कोशिश में जुटी टीम उस पल का इंतजार ही करती रही जो देश में इस खेल की दशा और दिशा बदल सके।

भारत ने रिकॉर्ड आठवीं बार सैफ चैम्पियनशिप जीती लेकिन एक क्षेत्रीय टूर्नामेंट में जीत से बहुत कुछ बदलने वाला नहीं है । बड़ी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज करनी जरूरी है । ऐसे मौके भी आये लेकिन ऐन क्षणों में लय गंवाने से भारत को ड्रॉ से संतोष करना पड़ा । 

फीफा विश्व कप 2022 क्वालीफायर में भारत ने आठ मैचों में चार ड्रॉ खेले, तीन हारे और बस एक जीतकर कुल सात अंक बनाये । भारतीय टीम ने छह गोल किये और सात गंवाये और एक बार फिर दूसरे दौर की बाधा पार नहीं कर सकी । 

भारत क्वालीफायर के ग्रुप ई में कतर और ओमान के बाद तीसरे स्थान पर रहा । अभी भी उसके पास 2023 एएफसी एशियन कप के जरिये उसके पास क्वालीफिकेशन का मौका है ।

इस साल सुनील छेत्री ने नेपाल के खिलाफ सैफ चैम्पियनशिप में पहला गोल करते हुए पेले को पीछे छोड़ा । अब उनके अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में 80 गोल हो गए हैं और उन्होंने लियोनेल मेस्सी की बराबरी कर ली । 

भारत ने बांग्लादेश से ड्रॉ खेला और श्रीलंका से गोलरहित बराबरी की जिसकी काफी आलोचना हुई। भारतीय टीम हालांकि समय रहते चेती और वापसी करके टूर्नामेंट जीता । इससे मुख्य कोच इगोर स्टिमक के कार्यकाल में भी एक साल का विस्तार हो गया। 

महिला फुटबॉल टीम ने दक्षिण अमेरिका का दौरा करके ब्राजील जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ मैच खेला । अगले साल अपनी मेजबानी में एएफसी एशियन कप और अंडर 17 फीफा विश्व कप की तैयारी में जुटी भारतीय महिला टीम ने 14 में से 11 मैच गंवाये । 

एएफसी महिला एशियन कप में भारत को ईरान, चीनी ताइपे और चीन के साथ रखा गया है ।

इस साल इंडियन सुपर लीग की टीम एफसी गोवा ने एएफसी चैम्पियंस लीग खेलकर इतिहास रचा । यह कमाल करने वाला वह पहला भारतीय क्लब है।

Sunil Chhetri
Football
Pelé

Related Stories

भारतीय फ़ुटबॉल टीम बनाम आईएसएल : कोच इगोर स्टीमेक को है नेशनल कैम्प में खिलाड़ियों की मौजूदगी की चिंता

डिएगो माराडोना: अमेरिकी साम्राज्यवाद का कट्टर विरोधी खिलाड़ी

फुटबॉल राउंड अप - सर्वेक्षण से उजागर हुआ है कि फुटबाल में महिलाएं लैंगिक भेदभाव का शिकार हैं


बाकी खबरें

  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    मोदी सरकार के 8 साल: सत्ता के अच्छे दिन, लोगोें के बुरे दिन!
    29 May 2022
    देश के सत्ताधारी अपने शासन के आठ सालो को 'गौरवशाली 8 साल' बताकर उत्सव कर रहे हैं. पर आम लोग हर मोर्चे पर बेहाल हैं. हर हलके में तबाही का आलम है. #HafteKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार…
  • Kejriwal
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: MCD के बाद क्या ख़त्म हो सकती है दिल्ली विधानसभा?
    29 May 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस बार भी सप्ताह की महत्वपूर्ण ख़बरों को लेकर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन…
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष:  …गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
    29 May 2022
    गोडसे जी के साथ न्याय नहीं हुआ। हम पूछते हैं, अब भी नहीं तो कब। गोडसे जी के अच्छे दिन कब आएंगे! गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
  • Raja Ram Mohan Roy
    न्यूज़क्लिक टीम
    क्या राजा राममोहन राय की सीख आज के ध्रुवीकरण की काट है ?
    29 May 2022
    इस साल राजा राममोहन रॉय की 250वी वर्षगांठ है। राजा राम मोहन राय ने ही देश में अंतर धर्म सौहार्द और शान्ति की नींव रखी थी जिसे आज बर्बाद किया जा रहा है। क्या अब वक्त आ गया है उनकी दी हुई सीख को अमल…
  • अरविंद दास
    ओटीटी से जगी थी आशा, लेकिन यह छोटे फिल्मकारों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा: गिरीश कसारावल्ली
    29 May 2022
    प्रख्यात निर्देशक का कहना है कि फिल्मी अवसंरचना, जिसमें प्राथमिक तौर पर थिएटर और वितरण तंत्र शामिल है, वह मुख्यधारा से हटकर बनने वाली समानांतर फिल्मों या गैर फिल्मों की जरूरतों के लिए मुफ़ीद नहीं है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License