NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
चिली : पुलिस ने प्रदर्शन रोका, 30 हिरासत में
हिरासत में लिए गए लोगों में पूर्व सोशलिस्ट राष्ट्रपति साल्वाडोर अलेंदे के पोते पाब्लो अलेंदे भी शामिल हैं।
पीपल्स डिस्पैच
28 Apr 2020
चिली
Tele SUR के संवाददाता पाओला ड्रैगनिक ने रिपोर्ट किया है कि पुलिस अधिकारी 'उन्हें उनके घर ले गए, और उनकी माँ को मारा।"

27 अप्रैल को दर्जनों चिली निवासियों ने विभिन्न सामाजिक संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रीय पुलिस बल, कैराबिनेरोस और सेबेस्टियन पिनेरा की दक्षिणपंथी सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

कोरोना वायरस महामारी के बीच, मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग राजधानी सेंटिआगो के डिग्निटी प्लाज़ा पर जमा हुए कैराबिनेरोस की 93वीं वर्षगांठ पर उसका विरोध किया।

प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के प्रति अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की, प्रदर्शनकारियों के मानवाधिकारों के उल्लंघन में शामिल थे। यह प्रदर्शनकारी पिनेरा सरकार का विरोध शांति से बर्तन बजा के कर रहे थे।
 
हालांकि, जल्द ही उन पर सुरक्षा बलों द्वारा आंसू गैस और पानी के तोपों के साथ दमन किया गया।

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार क़रीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में पूर्व सोशलिस्ट राष्ट्रपति साल्वाडोर अलेंदे के पोते पाब्लो अलेंदे भी शामिल हैं। पुलिस स्टेशन के बाहर उनकी रिहाई की मांग के साथ घंटों हुए प्रदर्शन के बाद उन्हें बिना किसी आरोप के छोड़ दिया गया।

मीडिया ने नहुएल हेराने की गिरफ़्तारी की भी सूचना दी है। नहुएल की पिछले साल के प्रदर्शनों के दौरान एक आंख चली गई थी जिसके बाद वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिली के सामाजिक विद्रोह का चेहरा बन गए थे।

साभार : पीपल्स डिस्पै

Chile
Coronavirus
COVID-19
Media
Reporter
Chile News

Related Stories

डिजीपब पत्रकार और फ़ैक्ट चेकर ज़ुबैर के साथ आया, यूपी पुलिस की FIR की निंदा

आर्थिक रिकवरी के वहम का शिकार है मोदी सरकार

राज्यसभा सांसद बनने के लिए मीडिया टाइकून बन रहे हैं मोहरा!

आर्यन खान मामले में मीडिया ट्रायल का ज़िम्मेदार कौन?

महामारी के दौर में बंपर कमाई करती रहीं फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी

विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां

कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक

महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 


बाकी खबरें

  • maliyana
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना कांडः 72 मौतें, क्रूर व्यवस्था से न्याय की आस हारते 35 साल
    23 May 2022
    ग्राउंड रिपोर्ट में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह न्यूज़क्लिक की टीम के साथ पहुंची उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले के मलियाना इलाके में, जहां 35 साल पहले 72 से अधिक मुसलमानों को पीएसी और दंगाइयों ने मार डाला…
  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    बनारस : गंगा में नाव पलटने से छह लोग डूबे, दो लापता, दो लोगों को बचाया गया
    23 May 2022
    अचानक नाव में छेद हो गया और उसमें पानी भरने लगा। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते नाव अनियंत्रित होकर गंगा में पलट गई। नाविक ने किसी सैलानी को लाइफ जैकेट नहीं पहनाया था।
  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    ज्ञानवापी अपडेटः जिला जज ने सुनवाई के बाद सुरक्षित रखा अपना फैसला, हिन्दू पक्ष देखना चाहता है वीडियो फुटेज
    23 May 2022
    सोमवार को अपराह्न दो बजे जनपद न्यायाधीश अजय विश्वेसा की कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली। हिंदू और मुस्लिम पक्ष की चार याचिकाओं पर जिला जज ने दलीलें सुनी और फैसला सुरक्षित रख लिया।
  • अशोक कुमार पाण्डेय
    क्यों अराजकता की ओर बढ़ता नज़र आ रहा है कश्मीर?
    23 May 2022
    2019 के बाद से जो प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं, उनसे ना तो कश्मीरियों को फ़ायदा हो रहा है ना ही पंडित समुदाय को, इससे सिर्फ़ बीजेपी को लाभ मिल रहा है। बल्कि अब तो पंडित समुदाय भी बेहद कठोर ढंग से…
  • राज वाल्मीकि
    सीवर कर्मचारियों के जीवन में सुधार के लिए ज़रूरी है ठेकेदारी प्रथा का ख़ात्मा
    23 May 2022
    सीवर, संघर्ष और आजीविक सीवर कर्मचारियों के मुद्दे पर कन्वेन्शन के इस नाम से एक कार्यक्रम 21 मई 2022 को नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया मे हुआ।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License