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चीन ने कोरोना वायरस की विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की, 12,000 लोगों का सफल इलाज़ किया गया
अध्ययन से पता चला है कि दिल की बीमारी, डायबिटीज़, सांस संबंधी रोग और उच्च रक्तचाप से प्रभावित लोगों में संक्रमण का खतरा ज़्यादा है।
संदीपन तालुकदार
22 Feb 2020
CoronaVirus

चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने COVID-19 पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है। चीन की ‘’जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी’’ में इस वायरस के फैलने के बाद से सामने आए 44,000 मामलों का ब्योरा है। ‘’द एपिडेमियोलॉजिकल कैरेक्टरस्टिक ऑफ एन ऑउटब्रेक ऑफ 2019 नोवेल कोरोनावायरस डिसीज़ (COVID-19)’’ नाम से प्रकाशित यह पेपर CCDC (चाइनीज़ सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस पेपर में 11 फरवरी तक चीन में सामने आए COVID-19 के 44,672 मामलों का अध्ययन है। इसमें वायरस के संक्रमण के तरीके और इसका पिछला ब्योरा भी दिया गया है।

40,000 मामलों में से करीब 80.9 फ़ीसदी मध्यम, 13.8 फ़ीसदी गंभीर और 4.7 फ़ीसदी नाजुक मामले थे। संक्रमित लोगों में मृत्यु दर कम है, लेकिन 80 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों में यह काफी ऊंची हो जाती है। वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुबेई राज्य का वुहान शहर है। एक ओर इस राज्य में कोरोनावायरस से मृत्यु दर 2.9 फ़ीसदी है। दूसरी तरफ, बाकी चीन में यह दर 0.4 फ़ीसदी है। COVID-19 की पूरे चीन में मृत्यु दर 2.3 फ़ीसदी है।

अलग-अलग उम्र समूहों में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की दर में ऊतार-चढ़ाव देखा गया है। कोरोना वायरस से संक्रमित, 39 साल की उम्र तक के लोगों में मृत्यु दर 0.2 फ़ीसदी के बेहद कम स्तर पर है। वहीं उम्र के पांचवे दशक में चल रहे लोगों में यह दर बढ़कर 0.4 फ़ीसदी पहुंच जाती है। उम्र के छठवें दशक (50 से 59 साल की उम्र के लोग) में चल रहे लोगों के बीच मृत्यु दर 1.3 फ़ीसदी है। 60 से 70 साल की उम्र के बीच के लोगों में यह दर 3.6 फ़ीसदी और आठवें दशक में पहुंच चुके लोगों के लिए 8.0 फ़ीसदी है।
graph coronavirus.JPG

Coronavirus Fatality Rate in China. Image courtesy: Chinese Centre for Disease Control (CCDC)

लैंगिक आधार पर देखें, तो पुरूषों में मृत्यु दर महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा है। पुरुषों में मृत्यु दर 2.8 फ़ीसदी और महिलाओं में 1.7 फ़ीसदी है। अध्ययन में उन बीमारियों का भी परीक्षण किया गया, जिनसे कोरोना वायरस के संक्रमित होने की अधिक संभावना होती है। दिल से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित लोगों के संक्रमण का शिकार होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसके बाद क्रमश: डायबिटीज़, सांस संबंधी बीमारियों और उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में संक्रमण के खतरे की आशंका ज्यादा होती है।

अध्ययन में मेडिकल स्टॉफ के संक्रमित होने के खतरे का भी परीक्षण किया गया। इसके मुताबिक़, 3019 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमण का शिकार हुए, जिनमें से 1,716 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। 11 फरवरी तक पांच स्वास्थ्य कर्मचारियों की मौत हुई है। बता दें इस अध्ययन में 11 फरवरी तक के आंकड़े ही शामिल किए गए हैं। 51 साल के लिउ झिमिंग, वुहान के वूचांग हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर थे। झिमिंग, COVID-19 के चलते जान गंवाने वाले वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों में से एक हैं।

17 फरवरी को एक रिपोर्ट से पता चला है कि कोरोना वायरस के 1,886 नए मामले आए हैं, जिनसे 98 मौतें हुई हैं। 98 में से 93 मौतें और 1,807 संक्रमण के मामले हुबेई राज्य से हैं, जो इस बीमारी का केंद्र है। हालांकि ‘रिकवरी रेट (ठीक होने की दर)’ से आशा जागी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अभी तक कुल मिलाकर 12,000 लोग ठीक हुए हैं।

संक्रमण वक्र  (Epidemic Curve) का स्तर 23 जनवरी को अपने सबसे उच्च स्तर पर पहुंचा। 11 फरवरी तक यह लगातार ढलान पर था। अध्ययन के मुताबिक़, संक्रमण से प्रभावित शहरों के पृथक्करण, जरूरी जानकारी के लगातार प्रसारण और कई क्षेत्रों में ‘रैपिड रिस्पांस टीम’ की तैनाती की वजह से कोरोनावायरस के मामलों में कमी आई है। बड़ी संख्या में लंबी छुट्टियों से वापस लौट रहे लोगों के मद्देनज़र लेखक ने इस बीमारी के पलटवार की आशंका भी जताई है।

अंग्रेजी में लिखा मूल आलेख आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

China Publishes Detailed Study of Coronavirus, over 12,000 People Recover

Coronavirus research
Coronavirus study
Chinese Centre for Disease Control and Prevention
COVID-19
Largest Study on Coronavirus in China
Wuhan
Chinese Journal of Epidemiology

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