NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
चीन ने हांगकांग के लिए नया सुरक्षा क़ानून पारित किया
ये नया क़ानून हांगकांग की सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और शहर पर चीनी संप्रभुता के साथ निपटने वाले विशेष प्रकार के अपराधों से निपटने के लिए सशक्त करेगा।
पीपल्स डिस्पैच
30 Jun 2020
नया सुरक्षा क़ानून

हांगकांग के लिए एक नया सुरक्षा क़ानून चीन के शीर्ष विधायी निकाय द्वारा इस शहर पर चीनी संप्रभुता को ख़तरा पैदा करने वाली गतिविधि को अपराध घोषित करने के लिए मंगलवार 30 जून को पारित कर दिया गया। हांगकांग के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून स्टैंडिंग कमेटी ऑफ नेशनल पीपल्स कांग्रेस (एनपीसीएससी) द्वारा एक महीने के विचार-विमर्श के बाद पारित कर दिया गया। ये क़ानून हांगकांग स्पेशन एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन (एचकेएसएआर) की सरकार को अधिकृत करेगा।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ द्वारा पिछले सप्ताह कुछ हिस्सों में जो मसौदा कानून सामने आया था उसने संकेत दिया कि यह "नष्ट करने" के मामलों से निपटने के लिए एचकेएसएआर सरकार को सशक्त करेगा। ये क़ानून एचकेएसएआर के मुख्य कार्यकारी को राष्ट्रीय सुरक्षा के अधिकांश मामलों से निपटने के लिए एक विशेष न्यायिक समूह बनाने की अनुमति देगा।

ये क़ानून केवल केंद्र सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित विशेष मामलों में कार्रवाई करने की अनुमति देता है और इस तरह के मामलों से निपटने के लिए शहर में केंद्र से एक आयुक्त कार्यालय भी मुहैया करता है। फिर भी ये क़ानून एचकेएसएआर की क़ानूनी प्रणाली से बड़े पैमाने पर ग्रहण करता है और केंद्र सरकार को अधिकांश मामलों के लिए प्रक्रिया से बाहर रखता है।

एनपीसीएससी ने एचकेएसएआर संवैधानिक क़ानूनों के भीतर एक प्रावधान का इस्तेमाल किया जो केंद्र सरकार को राष्ट्रीय संप्रभुता को प्रभावित करने वाले मामलों पर हांगकांग के लिए क़ानून बनाने की अनुमति देता है। ये क़ानूनी उदाहरण तब पेश की गई जब 2009 में मकाओ स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन के लिए इसी तरह का क़ानून बनाया गया था।

इस तरह के एक असाधारण कार्यवाही के पीछे पिछले साल के हिंसक सरकार विरोधी और अलगाववादी विरोध और संयुक्त राज्य अमेरिका से जुड़े आंदोलन के कुछ नेताओं की संदिग्ध सांठ गांठ के होने की संभावना है।

China
Hong Kong
National Security Law
NPCSC
HKSAR

Related Stories

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

सऊदी अरब के साथ अमेरिका की ज़ोर-ज़बरदस्ती की कूटनीति

रूस की नए बाज़ारों की तलाश, भारत और चीन को दे सकती  है सबसे अधिक लाभ

चीन और लैटिन अमेरिका के गहरे होते संबंधों पर बनी है अमेरिका की नज़र

बुका हमले के बावजूद रशिया-यूक्रेन के बीच समझौते जारी

काबुल में आगे बढ़ने को लेकर चीन की कूटनीति

जम्मू-कश्मीर : रणनीतिक ज़ोजिला टनल के 2024 तक रक्षा मंत्रालय के इस्तेमाल के लिए तैयार होने की संभावना

जलवायु शमन : रिसर्च ने बताया कि वृक्षारोपण मोनोकल्चर प्लांटेशन की तुलना में ज़्यादा फ़ायदेमंद

सऊदी अरब और चीन: अब सबसे अच्छे नए दोस्त?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    किसान-योद्धा ग़ुलाम मोहम्मद जौला के निधन पर शोक
    16 May 2022
    गुलाम मोहम्मद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के साथ भारतीय किसान यूनियन की बुनियाद डालने वाले जुझारू किसान नेता थे। अपने जीवन के अंतिम दिनों तक वे किसान आंदोलन में सक्रिय रहे।
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    भाजपा से मुकाबला कर पाएगी कांग्रेस ?
    16 May 2022
    आज न्यूज़चक्र के इस एपिसोड में अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं कांग्रेस के चिंतन शिविर की। वे सवाल उठा रहे हैं कि क्या आने वाले चुनावों में कांग्रेस भाजपा को चुनौती दे पाएगी?
  • रवि शंकर दुबे
    विश्लेषण: कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ से क्या निकला?
    16 May 2022
    राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में कई बड़े फ़ैसले लिए गए।
  • मुकुंद झा
    मुंडका अग्निकांड के लिए क्या भाजपा और आप दोनों ज़िम्मेदार नहीं?
    16 May 2022
    नगर निगम में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) इस घटना के लिए दिल्ली सरकार को ज़िम्मेदार बता रही है, जबकि दिल्ली सरकार में सत्तधारी आम आदमी पार्टी (आप) इसके लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार बता रही है।…
  • एम.ओबैद
    बिहार : सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 1.10 करोड़ बच्चों के पास किताबें नहीं
    16 May 2022
    पहली से आठवीं तक के क़रीब 1 करोड़ 67 लाख बच्चों में से 1 करोड़ 10 लाख बच्चों के पास आज भी किताबें उपलब्ध नहीं हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License