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चीन ने पश्चिम से आधारहीन प्रोपगैंडा रोकने का आग्रह किया, "पीपल्स वैक्सीन" का प्रस्ताव दिया
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मीडिया द्वारा फैलाए गए उइगुर अल्पसंख्यकों के नरसंहार के अफवाहों की आलोचना की।
पीपल्स डिस्पैच
08 Mar 2021
चीन

शिनजियांग प्रांत में नरसंहार के आरोपों को "पूरी तरह से झूठ" बताकर खारिज करते हुए चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार 7 मार्च को कहा कि यह कुछ देशों द्वारा परोक्ष उद्देश्यों के साथ प्रचारित किया गया अफवाह है। बीजिंग में चीनी पीपल्स कांग्रेस की वार्षिक बैठक के इतर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग का आग्रह किया।

वांग यी ने शिनजियांग में उइगुर अल्पसंख्यकों के नरसंहार के मिथक को खारिज करने के लिए तथ्यों की एक सूची प्रस्तुत की जिसमें दावा किया गया कि पिछले 40 वर्षों में प्रांत की जनसंख्या 5.5 मिलियन से बढ़कर 12 मिलियन हो गई है और इसी अवधि में इस क्षेत्र की जीडीपी 200 प्रतिशत तक बढ़ गई है।

वांग यी ने कहा जब लोग नरसंहार की बात करते हैं तो उनके दिमाग में "16 वीं सदी के मूल अमेरिकी, 19 वीं सदी के अफ्रीकी गुलाम, 20 वीं सदी के यहूदी लोग और आदिवासी ऑस्ट्रेलियाई लोग होंगे जो आज भी संघर्ष कर रहे हैं।" ये रिपोर्ट सिन्हुआ ने प्रकाशित की।

कई पश्चिमी मीडिया संगठनों ने चीन पर शिनजियांग प्रांत में उइगुर अल्पसंख्यक समुदाय के नरसंहार करने का आरोप लगाया है। पिछले महीने ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक में इन मुद्दों को उठाया था। अमेरिका ने भी विभिन्न मंचों पर इस मुद्दे को उठाया है। वांग यी ने ब्रिटेन द्वारा किए गए पहले के दावों को खारिज कर दिया था और इस क्षेत्र का दौरा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार पैनल सहित विदेशी प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था।

मीडिया से बात करते हुए वांग यी ने ताइवान में अमेरिका के पिछले प्रशासन द्वारा अपनाई गई खतरनाक कार्य प्रणाली को दूर करने और सहयोग के दरवाजे खोलने के लिए बिडेन प्रशासन से आग्रह किया। हालांकि अमेरिका का ताइवान के साथ कोई औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं है लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने कुछ उच्च अधिकारियों को इस द्वीप पर भेजकर कूटनीतिक संबंध स्थापित करने की कोशिश की जिसे चीन अपना हिस्सा मानता है। ट्रम्प के अधीन अमेरिका ने भी ताइवान को अरबों डॉलर के हथियार बेचने का फैसला किया था।

China
People's vaccine
COVID-19

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