NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
उत्पीड़न
कानून
कोविड-19
अंतरराष्ट्रीय
लैटिन अमेरिका
कोलंबिया में नेशनल स्ट्राइक कमेटी ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का आह्वान किया
कोलंबियाई संगठनों ने प्रदर्शनकारियों की मांग न मानने को लेकर राष्ट्रपति इवान डुके सरकार की निंदा की है।
पीपल्स डिस्पैच
19 May 2021
Columbia
फ़ोटो: कोलम्बिया इंफोरमा

नेशनल स्ट्राइक कमेटी और कोलंबियाई सरकार के प्रतिनिधियों के बीच 17 मई को हुई बैठक बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई। सामाजिक संगठनों और ट्रेड यूनियनों के एक विविध समूह को एक साथ लाने वाली नेशनल स्ट्राइक कमेटी ने इस बैठक के बाद एक बयान जारी किया और बताया कि राष्ट्रपति इवान डुके की अति दक्षिणपंथी सरकार ने दमन को रोकने और शहरों में सैनिक की तैनाती समाप्त करने के लिए प्रदर्शनकारियों की मांग मानने करने से इनकार कर दिया था। पिछले 21 दिनों से देश भर में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को शांतिपूर्वक बंद करने के लिए बातचीत शुरू करने के लिए ऐसी स्थिति बनाई गई।

कमेटी ने बयान में कहा, "आज हमें बातचीत शुरू करने के लिए विरोध प्रदर्शन की गारंटी के लिए हमारी मांगों के प्रतिक्रिया की उम्मीद थी और सरकार ने कुछ भी नहीं कहा और यहां तक कि इसने विभिन्न मुद्दों को भी नजरअंदाज कर दिया।"

इस कमेटी ने दमनकारी कार्रवाइयों को जारी रखने और प्रदर्शनकारियों की सड़क की नाकेबंदी को हटाने के लिए पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने के लिए भी सरकार की निंदा की।

कमेटी ने कहा, "आज हमें जो वास्तविक प्रतिक्रिया मिली है वह यंबो शहर में कल रात से क्रूर पुलिस हिंसा की है जिसमें कम से कम दो हत्याएं, 24 घायल और 18 लोग लापता हो गए हैं।" इसने यह भी कहा कि "जब हम बैठक में थे तो राष्ट्रपति डुके ने देश को अनब्लॉक करने के लिए अधिकतम सैनिकों की तैनाती की घोषणा की।"

कमेटी ने जोर देकर कहा कि असहमति और दमन के बावजूद अनुरोध किए गए गारंटी के सम्मान के साथ वह बातचीत में शामिल होने को तैयार है। इसने यह भी घोषणा की कि "हड़ताल जारी है" और बैठक से पहले की गई "जीवन और शांति के लिए 19 मई को सबसे बड़ी और सबसे शांतिपूर्ण लामबंदी" के अपने आह्वान की पुष्टि की।

पिछले 21 दिनों की राष्ट्रीय हड़ताल और राष्ट्रव्यापी लामबंदी में कोलंबियाई सुरक्षा बलों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई की। मानवाधिकार संगठन टेम्ब्लोरेस के अनुसार 28अप्रैल से 17मई के बीच पुलिस द्वारा 43 लोग मारे गए, 18लोग पुलिस द्वारा यौन उत्पीड़न के शिकार हुए, 33 लोगों की आंखों में चोटें आईं, 1139 लोगों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया गया, और 146 लोग पुलिस की गोलियों से जख्मी हुए। पुलिस हिंसा के कुल 2,387 मामले दर्ज किए गए।


बाकी खबरें

  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    मोदी सरकार के 8 साल: सत्ता के अच्छे दिन, लोगोें के बुरे दिन!
    29 May 2022
    देश के सत्ताधारी अपने शासन के आठ सालो को 'गौरवशाली 8 साल' बताकर उत्सव कर रहे हैं. पर आम लोग हर मोर्चे पर बेहाल हैं. हर हलके में तबाही का आलम है. #HafteKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार…
  • Kejriwal
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: MCD के बाद क्या ख़त्म हो सकती है दिल्ली विधानसभा?
    29 May 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस बार भी सप्ताह की महत्वपूर्ण ख़बरों को लेकर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन…
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष:  …गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
    29 May 2022
    गोडसे जी के साथ न्याय नहीं हुआ। हम पूछते हैं, अब भी नहीं तो कब। गोडसे जी के अच्छे दिन कब आएंगे! गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
  • Raja Ram Mohan Roy
    न्यूज़क्लिक टीम
    क्या राजा राममोहन राय की सीख आज के ध्रुवीकरण की काट है ?
    29 May 2022
    इस साल राजा राममोहन रॉय की 250वी वर्षगांठ है। राजा राम मोहन राय ने ही देश में अंतर धर्म सौहार्द और शान्ति की नींव रखी थी जिसे आज बर्बाद किया जा रहा है। क्या अब वक्त आ गया है उनकी दी हुई सीख को अमल…
  • अरविंद दास
    ओटीटी से जगी थी आशा, लेकिन यह छोटे फिल्मकारों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा: गिरीश कसारावल्ली
    29 May 2022
    प्रख्यात निर्देशक का कहना है कि फिल्मी अवसंरचना, जिसमें प्राथमिक तौर पर थिएटर और वितरण तंत्र शामिल है, वह मुख्यधारा से हटकर बनने वाली समानांतर फिल्मों या गैर फिल्मों की जरूरतों के लिए मुफ़ीद नहीं है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License