NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
कोरोना पर भारी चुनावी बुखार: सांवेर में शिवलिंग वितरण के बाद कलश यात्राएं जारी
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले सियासी आयोजनों में महामारी से बचाव के दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन की तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं। गैर सरकारी संगठनों ने चुनाव आयोग से तुरंत दखल देने की मांग की है।
भाषा
07 Sep 2020
कलश यात्राएं जारी
 इंदौर में कलश यात्रा। फोटो साभार : दैनिक भास्कर

इंदौर (मध्यप्रदेश): देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले सियासी आयोजनों में महामारी से बचाव के दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन की तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं। इन आयोजनों से कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप बढ़ने का अंदेशा जताते हुए गैर सरकारी संगठनों ने चुनाव आयोग से तुरंत दखल देने की मांग की है।

सांवेर, सूबे के उन 27 विधानसभा क्षेत्रों में शामिल है जहां आने वाले दिनों में उप चुनाव होने हैं। ये उप चुनाव बेहद अहम हैं क्योंकि इनके नतीजे तय करेंगे कि सूबे में सत्ता की बागडोर भाजपा के ही पास रहती है या सरकार में कांग्रेस वापसी करती है।

गैर सरकारी संगठन "जन स्वास्थ्य अभियान मध्यप्रदेश" के सह समन्वयक अमूल्य निधि ने सोमवार को "पीटीआई-भाषा" से कहा, "सोशल मीडिया पर हर रोज वायरल होने वाली तस्वीरों से स्पष्ट है कि सांवेर क्षेत्र में आगामी उप चुनाव के मद्देनजर जारी सियासी आयोजनों में कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।"

उन्होंने प्रशासन पर राजनीतिक दलों पर प्रभावी नकेल नहीं कस पाने का आरोप लगाते हुए कहा, "मतदाताओं के स्वास्थ्य के मद्देनजर चुनाव आयोग को सांवेर के बेलगाम राजनीतिक आयोजनों का तुरंत संज्ञान लेना चाहिये और दोषी लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाने चाहिये।"

सांवेर क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले सियासी आयोजन की ताजा तस्वीरें 250 गांवों में भाजपा की निकाली जा रही "नर्मदा कलश यात्राओं" की हैं। इन यात्राओं में सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं अपने सिर पर नर्मदा नदी के जल से भरा कलश रखकर जूलूस के रूप में चलती दिखायी दे रही हैं। यात्रा में शामिल महिलाएं ढोल की थाप पर समूह में नृत्य करती भी नजर आ रही हैं।

इससे पहले, जुलाई में श्रावण मास के दौरान कांग्रेस सांवेर क्षेत्र के गांवों में "हर-हर महादेव, घर-घर महादेव" अभियान के तहत हजारों शिवलिंग बांट चुकी है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस क्षेत्र में 13 सितंबर को पार्टी की किसान-मजदूर यात्रा की शुरूआत करने जा रहे हैं।

चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस संक्रमण काल में आम चुनावों और उप चुनावों को लेकर अगस्त में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये थे। इनमें कहा गया था कि संबंधित राजनीतिक दल सुनिश्चित करेंगे कि हरेक चुनावी जमावड़े में मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग आदि साधनों का उपयोग किया जाये।

सांवेर क्षेत्र में इन दिशा-निर्देशों के पालन की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) राधेश्याम मंडलोई ने दावा किया कि ये दिशा-निर्देश उप चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद अमल में आयेंगे।

राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार समर्थकों में गिने जाने वाले प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को सांवेर उप चुनाव में भाजपा का टिकट मिलना तय है। उधर, कांग्रेस की ओर से पूर्व लोकसभा सांसद प्रेमचंद बौरासी "गुड्डू" की उम्मीदवारी पक्की मानी जा रही है।

सांवेर में चुनावी जीत के लिये एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे सिलावट और गुड्डू गुजरे दो महीने के दौरान खुद कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि, इलाज के बाद दोनों प्रतिद्वन्द्वी नेता इस महामारी से उबर चुके हैं।

Coronavirus
COVID-19
Indore
Madhya Pradesh
BJP

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    बलात्कार को लेकर राजनेताओं में संवेदनशीलता कब नज़र आएगी?
    13 Apr 2022
    अक्सर राजनेताओं के बयान कभी महिलाओं की बॉडी शेमिंग करते नज़र आते हैं तो कभी बलात्कार जैसे गंभीर अपराध को मामूली बताने या पीड़ित को प्रताड़ित करने की कोशिश। बार-बार राजनीति से महिला विरोधी बयान अब…
  • underprivileged
    भारत डोगरा
    कमज़ोर वर्गों के लिए बनाई गईं योजनाएं क्यों भारी कटौती की शिकार हो जाती हैं
    13 Apr 2022
    क्या कोविड-19 से उत्पन्न संकट ने सरकार के बजट को बुरी तरह से निचोड़ दिया है, या यह उसकी तरफ से समाज के सबसे कमज़ोर वर्गों के अधिकारों की सरासर उपेक्षा है? इनके कुछ आंकड़े खुद ही सब कुछ बयां करते हैं।
  • ramnovmi
    अजय सिंह
    मुस्लिम जेनोसाइड का ख़तरा और रामनवमी
    13 Apr 2022
    एक बात साफ़ हो चली है, वह यह कि भारत में मुसलमानों के क़त्लेआम या जनसंहार (जेनोसाइड) की आशंका व ख़तरा काल्पनिक नहीं, वास्तविक है। इस मंडराते ख़तरे को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।
  • srilanka
    पार्थ एस घोष
    श्रीलंका का संकट सभी दक्षिण एशियाई देशों के लिए चेतावनी
    13 Apr 2022
    निर्ल्लज तरीके के निजीकरण और सिंहली अति-राष्ट्रवाद पर अंकुश लगाने के लिए अधिकाधिक राजकीय हस्तक्षेप पर श्रीलंका में चल रही बहस, सभी दक्षिण एशियाई देशों के लिए चेतावनी है कि ऐसी गलतियां दोबारा न दोहराई…
  • रवि कौशल
    बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी, छात्र बोले- जेएनयू प्रशासन का रवैया पक्षपात भरा है
    13 Apr 2022
    जेएनयू छात्र संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को वे उप कुलपति से उनके कार्यालय में नहीं मिल सके। यह लोग जेएनयू में हुई हिंसा की स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License