NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
शिक्षा
भारत
राजनीति
डीयू : एसओएल में सेमेस्टर सिस्टम से नाराज छात्रों ने यूजीसी गेट पर किया प्रदर्शन
विरोध कर रहे छात्रों ने बताया कि प्रशासन का ये नया फैसला लाखों छात्रों के भविष्य को प्रभावित करेगा। समेस्टर सिस्टम के तहत 15 नवंबर से एसओएल की परीक्षाएं शुरू हैं लेकिन अभी तक सभी छात्रों को स्टडी मटीरियल ही नहीं मिला है। कक्षाएं नियमित रूप से नहीं लग रही हैं। ऐसे में छात्र कैसे परीक्षा देंगें।
सोनिया यादव
14 Oct 2019
student protest

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में प्रशासन द्वारा बिना तैयारी इस साल से सीबीसीएस (सेमेस्टर सिस्टम) लागू करने के विरोध में विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की चुप्पी के खिलाफ सोमवार 14 अक्तूबर को यूजीसी के गेट पर प्रदर्शन किया।

विरोध कर रहे छात्रों ने बताया कि प्रशासन का ये नया फैसला लाखों छात्रों के भविष्य को प्रभावित करेगा। समेस्टर सिस्टम के तहत 15 नवंबर से एसओएल की परीक्षाएं शुरू हैं लेकिन अभी तक सभी छात्रों को स्टडी मटीरियल ही नहीं मिला है। कक्षाएं नियमित रूप से नहीं लग रही हैं। ऐसे में छात्र कैसे परीक्षा देंगें।

छात्र संघ क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में भारी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में यूजीसी से समेस्टर सिस्टम के फैसले को वापस लेने की मांग की। साथ ही एसओएल के छात्रों को भी रेगुलर छात्रों की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया कराने की गुहार लगाई।

केवाईएस के राज्य समिति सदस्य हरीश गौतम ने कहा कि उन्होंने यूजीसी के संयुक्त सचिव से डीयू प्रशासन द्वारा समेस्टर सिस्टम लागू करने में तमाम प्रावधानों की अनदेखी और छात्रों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्हें सचिव द्वारा आश्वासित किया गया है कि इस मुद्दे को यूजीसी अध्यक्ष के संज्ञान में लाया जाएगा।
IMG-20191014-WA0006.jpg
केवाईएस के सदस्य दिनेश कुमार ने न्यूज़क्लिक से बातचीत में कहा कि डीयू प्रशासन लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। छात्र सेमेस्टर मोड और नए सिलेबस से अनजान हैं। उनका कहना है कि वे सेमेस्टर सिस्टम के खिलाफ नहीं हैं, प्रशासन की ओर से यह फैसला बिना किसी तैयारी के अचानक स्टूडेंट्स पर थोपा गया है। जिससे लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में आ गया है।

दिनेश का कहना है, 'जहां रेगुलर छात्रों के पास रेगुलर कक्षाएं, बेहतर लाइब्ररी, आल रूट बस पास जैसी तमाम सुविधाएं हैं तो वहीं एसओएल छात्रों को अनियमित और अव्यवस्थित कक्षाओं, लाइब्ररी की कमी, स्टडी मेटेरियल में गड़बड़ियाँ और लेट रिज़ल्ट संबंधी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सीबीसीएस लागू करने से पूर्व छात्रों के लिए जरूरी मूलभूत सुविधायेँ सुनिश्चित नहीं करने से इस सत्र में भारी अव्यवस्था देखने को मिली है, जिसका खामियाजा अंत में छात्रों को ही भुगतना पड़ेगा'।

प्रदर्शन में हिस्सा ले रहीं ऐसओएल छात्रा ज्योति बताती हैं, 'यूजीसी की गाइडलाइंस के हिसाब से एसओएल के स्टूडेंट्स को छपा हुआ स्टडी मटीरियल देना जरूरी है, लेकिन हमें अब तक यह नहीं मिला है। नवंबर में पहले सेमेस्टर के एग्जाम होनेे हैं। डेटशीट आ चुकी हैं। लेकिन अभी तक ना सही से कक्षाओं की शुरुआत हुई है और ना ही हमें कोई सुविधा दी जा रही है ऐसे में हम कैसे परीक्षा देंगे'।

ज्योति ने आरोप लगाया कि गार्गी कॉलेज में कक्षाओं के दौरान वहां कि प्रधानाचार्या ने लड़कियों से कहा की तुम लोग चुड़ी पहन कर घर बैठो, यहां क्यों आती हो।

बता दें कि सीबीसीएस पाठ्यक्रम लागू होने के बाद से एसओएल सेंटरों पर हुई कक्षाओं में भारी अफरा-तफरी व्याप्त रही है। छात्रों के अनुसार उन्हें नए सिलेबस की जानकारी है और न टीचरों को ही यह पता है कि उन्हें क्या पढ़ाना है? ज़्यादातर छात्रों को स्टडी मटेरियल ही नहीं मिला है, जबकि उनकी परीक्षा अगले महीने से होने वाली हैं और उनकी डेट-शीट आ चुकी है। तैयारी की कमी की स्थिति यह है कि लाखों छात्रों के एड्मिशन लिए होने के बावजूद ज़्यादातर सेंटर लगभग खाली हैं क्योंकि उन्हें कक्षा की सूचना ही नहीं दी गयी है|

प्रदर्शनकारी रोहित बताते हैं कि 2017 में यूजीसी के दिशा-निर्देशों के बाद सीबीसीएस समेस्टर सिस्टम की कवायद शुरू हुई। जिसके बाद इस साल से इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) और एसओएस ने समेस्टर सिस्टम लागू किया। ईग्नू के छात्रों के विरोध के बाद वहां परीक्षाओं को जुलाई तक टाल दिया गया लेकिन एसओएल प्रशासन अभी भी समेस्टर सीस्टम लागू करने पर अमादा है।

रोहित ने बताया, 'इससे पहले भी छात्र इस संबंध में भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। जिसके बाद प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया। जब एनुअल सिस्टम के परिणाम ही आने में पांच महिने लग जाते हैं तो सेम्सटर सिस्टम के रिजल्ट का क्या होगा’?

IMG-20191008-WA0025 (1)_0.jpg

बता दें कि दशहरे के मौके पर केवाईएस की अगुवाई में डीयू के एसओएल छात्रों ने डीयू वीसी का पुतला फूंककर वीसी के इस्तीफे की मांग की थी। इससे पहले भी केवाईएस ने छात्रों के बीच सेमेस्टर सीस्टम को लेकर एक जनमत संग्रह भी करवाया था, जिसमें लगभग 99 प्रतिशत छात्रों ने इस फैसले के विरोध में मतदान किया था।

हालांकि प्रशासन का कहना है कि स्टडी मटीरियल ई-फॉर्म में दिया जा चुका है। जल्द ही प्रिंटेड मटीरियल भी दिया जाएगा। वहीं, स्टूडेंट्स का कहना है कि अब तक एसओएल स्टूडेंट्स के लिए हेल्प क्लास भी सही तरीके से नहीं हुई हैं। क्लास की सूचना ही नहीं भेजी जा रही। स्टूडेंट्स का यह भी कहना है कि प्रशासन अब तक टीचर्स अपॉइंट नहीं कर पाया है।

खबरों के अनुसार 2019-2020 के सत्र के लिए डीयू एसओएल में 1.5 लाख से ज्यादा छात्रों ने 5 यूजी कोर्स में एडमिशन लिया है। छात्रों को दाखिले के समय बताया गया था कि कोर्स तीन साल का है और हर साल एक बार एग्जाम होगा।

गौरतलब है कि सेमेस्टर सिस्टम का फैसला 20 जुलाई को हुई ईसी मीटिंग में लिया गया था, जिसे 17 अगस्त को एग्जिक्यूटिव काउंसिल में फाइनल कर दिया गया। मगर चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) पर आधारित स्टडी मटीरियल अभी तक तैयार नहीं हुआ है। इस बार सिलेबस भी नया आना है। ऐसे में एग्जामिनेशन सिस्टम का क्या होगा और कैसे इतनी जल्दी यह सारा काम किया जाएगा, इस पर प्रशासन के जवाब से छात्र संतुष्ट नहीं नज़र आ रहे हैं। ये देखना होगा की प्रशासन और छात्रों के बीच कैसे तालमेल बैठता है और दिल्ली विश्वविद्यालय कैसे तमाम सुविधाओं और व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करता है।

इसे भी पढ़े:डीयू : एसओएल में सेमेस्टर सिस्टम से नाराज छात्रों का आंदोलन तेज़

Delhi University
School of open learning
SOL
Student Protests
Against semester system
UGC

Related Stories

SFI ने किया चक्का जाम, अब होगी "सड़क पर कक्षा": एसएफआई

रेलवे भर्ती मामला: बर्बर पुलिसया हमलों के ख़िलाफ़ देशभर में आंदोलनकारी छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस ने कोचिंग संचालकों पर कसा शिकंजा

रेलवे भर्ती मामला: बिहार से लेकर यूपी तक छात्र युवाओं का गुस्सा फूटा, पुलिस ने दिखाई बर्बरता

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे गोरखपुर विश्वविद्यालय के शोध छात्र, अचानक सिलेबस बदले जाने से नाराज़

झारखंड विधान सभा में लगी ‘छात्र संसद’; प्रदेश के छात्र-युवा अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर

उत्तराखंड: NIOS से डीएलएड करने वाले छात्रों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए अनुमति नहीं

डीयू के छात्रों का केरल के अंडरग्रेजुएट के ख़िलाफ़ प्रोफ़ेसर की टिप्पणी पर विरोध

डीयू: एनईपी लागू करने के ख़िलाफ़ शिक्षक, छात्रों का विरोध

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली को लेकर छात्र संगठनों का रोष प्रदर्शन, जेएनयू, डीयू और जामिया करेंगे  बैठक में जल्द निर्णय

बीएचयू: यौन हिंसा के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, प्रशासन का असंवेदनशील रवैया!


बाकी खबरें

  • sedition
    भाषा
    सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह मामलों की कार्यवाही पर लगाई रोक, नई FIR दर्ज नहीं करने का आदेश
    11 May 2022
    पीठ ने कहा कि राजद्रोह के आरोप से संबंधित सभी लंबित मामले, अपील और कार्यवाही को स्थगित रखा जाना चाहिए। अदालतों द्वारा आरोपियों को दी गई राहत जारी रहेगी। उसने आगे कहा कि प्रावधान की वैधता को चुनौती…
  • बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    एम.ओबैद
    बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    11 May 2022
    "ख़ासकर बिहार में बड़ी संख्या में वैसे बच्चे जाते हैं जिनके घरों में खाना उपलब्ध नहीं होता है। उनके लिए कम से कम एक वक्त के खाने का स्कूल ही आसरा है। लेकिन उन्हें ये भी न मिलना बिहार सरकार की विफलता…
  • मार्को फ़र्नांडीज़
    लैटिन अमेरिका को क्यों एक नई विश्व व्यवस्था की ज़रूरत है?
    11 May 2022
    दुनिया यूक्रेन में युद्ध का अंत देखना चाहती है। हालाँकि, नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की खेप बढ़ाकर युद्ध को लम्बा खींचना चाहते हैं और इस घोषणा के साथ कि वे "रूस को कमजोर" बनाना चाहते हैं। यूक्रेन
  • assad
    एम. के. भद्रकुमार
    असद ने फिर सीरिया के ईरान से रिश्तों की नई शुरुआत की
    11 May 2022
    राष्ट्रपति बशर अल-असद का यह तेहरान दौरा इस बात का संकेत है कि ईरान, सीरिया की भविष्य की रणनीति का मुख्य आधार बना हुआ है।
  • रवि शंकर दुबे
    इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा यूपी में: कबीर और भारतेंदु से लेकर बिस्मिल्लाह तक के आंगन से इकट्ठा की मिट्टी
    11 May 2022
    इप्टा की ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंच चुकी है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में गीतों, नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जा रहा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License