NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
दिल्ली: हिन्दूराव अस्पताल ने डॉक्टर को किया बर्ख़ास्त, डॉक्टरों के संगठन ने जताया विरोध!
बर्खास्त डॉ. पीयूष हाल ही में अस्पताल की कई ख़ामियों को सोशल मीडिया के जरिये सामने लाए थे। उन्होंने एक एनजीओ से पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट और फ़ेस शील्ड ख़रीदकर डॉक्टर्स के बीच बांटे थे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
18 Apr 2020
हिन्दूराव अस्पताल
Image courtesy: Navbharat Times

उत्तर दिल्ली नगर निगम के अधीन आने वाले हिन्दूराव अस्पताल ने एक डॉक्टर को बर्ख़ास्त कर दिया है। आरोपित पीयूष सिंह अस्पताल के आर्थोपेडिक डिर्पाटमेंट में जूनियर रेजिडेंस डॉक्टर के पद पर तैनात थे। उन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगा है।

पीयूष ने कुछ दिनों पहले ही कोरोना महामारी के बाबजूद भी अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए "उचित उपकरण और मास्क" की कमी का मुद्दा उठाया था। इसके बाद पीयूष ने एक एनजीओ से पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट और फ़ेस शील्ड ख़रीदकर डॉक्टर्स के बीच बांटे थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने फेस शील्ड बंटवाया कुछ ही घंटों के भीतर अस्पताल प्रशासन ने पीयूष पर अस्पताल की बदनामी करने का आरोप लगाकर उन्हें बर्खास्तगी की चिट्ठी पकड़ा दिया।  सिंह अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) का भी हिस्सा हैं।
notice 2.jpg
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आयुक्त वर्षा जोशी ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए अंग्रेजी के अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा था कि, ‘दान किया जाने वाला सारा सामान मेडिकल सुपरिटेंडेंट के पास जाना चाहिए। इसके लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। डॉ. पीयूष ने न केवल चिकित्सा उपकरणों को बदला बल्कि अनाधिकृत रूप से इसे ऐसे लोगों के बीच बांट दिया, जिन्हें इसकी ज़रूरत ही नहीं थी।’ जोशी ने कहा कि डॉ. पीयूष इस बात का फ़ैसला नहीं कर सकते कि प्राथमिकताएं क्या हैं और यह उन्हें तुरंत बर्खास्त करने का कारण बना।

इससे भी आगे जाकर दिल्ली नगर निगम की आयुक्त वर्षा जोशी ने एक पत्रकार के ट्वीट का जवाब देते हुए ट्वीट किया कि इस जेंटलमैंन ने खराब काम किया है...अस्पताल के स्टोर में रखे जीवन दायक सामानों को बांटकर अस्पताल में काम करने वाले डाक्टरों की जिंदगी से खिलवाड़ किया है।

हालंकि डॉ पीयूष ने अपनी सफाई में कहा था कि ये 100 सुरक्षा किट अस्पताल को नहीं बल्कि उन्हें दी गई थी, जो जरूरतमंद डॉक्टरों को दी गई।

आपको बता दें कि तकरीबन एक महीने पहले 16 मार्च को अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा डॉ० पीयूष सिंह को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि उन्होंने “हिंदू राव अस्पताल के आर्थोपेडिक आपातकालीन वार्ड का एक वीडियो, जो उन्होंने  4:29 अपराह्न 14.3.20 20 को फेसबुक पर अपमानजनक बयानों के साथ अपलोड किया था। ”
notice_0.jpg
27 मार्च यानी लॉकडाउन होने के दो दिनों बाद ही डॉ सिंह ने सोशल मिडिया पर अस्पताल में मास्क और किट न होने का मुद्दा उठया था। सिंह के ट्विटर पोस्ट से पता चलता है कि वह डॉक्टरों के लिए सुविधाओं से संबंधित मुद्दों पर मुखर रहे हैं।  
dr peeyush (1).PNG
डॉक्टर के निष्कासन के मामले में नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ने दखल दिया है। एनबीई ने हिंदूराव अस्पताल प्रशासन को पत्र लिख कर कहा है कि डॉक्टर पीयूष के निष्कासन के आदेश को वापस लिया जाए।

इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली मेडिकल एसोशिएशन (डीएमए) ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया और डॉ पीयूष के निष्कासन पर विरोध दर्ज किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि  उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आयुक्त द्वारा डॉक्टर की छवि को धूमिल करना और सोशल मीडिया पर चोर कहा गया जबकि डॉ पीयूष ने सोशल मीडिया पर सफाई देते हुए वो बिल दिखाया जो उनके नाम से बना था।

डीएमए ने आगे कहा कि पीयूष को समाज सेवा करने के लिए निष्काषित किया गया क्योंकि वो किसी ngo से मिले सुरक्षा उपकरण डॉक्टर्स में बाँट रहे थे। इसके बाद सोशल मिडिया पर डॉक्टर को चोर कहना ठीक नहीं है। इसके साथ ही डीएमए ने इसके लिए दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की और कहा यह डॉक्टर्स जो दिन रात अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं, उनका अपमान हैं। इसके साथ ही इन्होने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, एलजी को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और डॉ पीयूष की निष्कासन को तुरंत रद्द करने की भी मांग की हैं।

कांग्रेस ने इस मुद्दे को और डॉ. पीयूष को बर्खास्त किए जाने को शर्मनाक बताया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘डॉ. पीयूष को अपने साथियों के लिए पीपीई किट और एन95 मास्क का इंतजाम करने के कारण बर्खास्त कर दिया गया।’
randeep singh surjevala.PNG
सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी शासित उत्तरी नगर निगम डॉक्टर्स को ज़रूरी संख्या में पीपीई किट तक उपलब्ध नहीं करा सका। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में कोरोना वायरस के योद्धा कैसे इस लड़ाई को लड़ेंगे।


इस पूरे मामले को बढ़ता देख शुक्रवार को देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हस्तक्षेप किया और उत्तर दिल्ली नगर निगम के आयुक्त वर्षा जोशी से डॉक्टर के पास पहुंचने और समस्या को हल करने के लिए कहा है।
harsh vrdhn ka tweet (1).PNG
जिसके बाद वर्षा जोशी ने भी इसका जवाब देते हुए कहा की इस मामले का उचित हल ढूंढा जाएगा।

हालंकि हिन्दू राव अस्पताल में अस्पताल के डॉक्टर्स की बीते कुछ सालों से सैलरी, सुरक्षा और अन्य मांगों को लेकर प्रबंधन और प्रशासन से तनातनी चलती रही है। अभी पीपीई किट की कमी और सुरक्षा का मुद्दा पिछले एक महीने से चल रहा है। इस कमी को देखते हुए ही हिन्दूराव के संविदा डॉक्टर्स ने काम छोड़ने की बात भी कही थी। 

Hindurao Hospital
health care facilities
PPE kit
Fight Against CoronaVirus
Dr. Harshvardhan

Related Stories

कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में दुनिया का नज़रिया नहीं बदल पाई

बिहार में फिर लौटा चमकी बुखार, मुज़फ़्फ़रपुर में अब तक दो बच्चों की मौत

मध्यप्रदेश: सागर से रोज हजारों मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर जाने को है मजबूर! 

शर्मनाक : दिव्यांग मरीज़ को एंबुलेंस न मिलने पर ठेले पर पहुंचाया गया अस्पताल, फिर उसी ठेले पर शव घर लाए परिजन

यूपी चुनाव : माताओं-बच्चों के स्वास्थ्य की हर तरह से अनदेखी

यूपी चुनाव: बीमार पड़ा है जालौन ज़िले का स्वास्थ्य विभाग

कोविड पर नियंत्रण के हालिया कदम कितने वैज्ञानिक हैं?

EXCLUSIVE: सोनभद्र के सिंदूर मकरा में क़हर ढा रहा बुखार, मलेरिया से अब तक 40 आदिवासियों की मौत

EXCLUSIVE :  यूपी में जानलेवा बुखार का वैरिएंट ही नहीं समझ पा रहे डॉक्टर, तीन दिन में हो रहे मल्टी आर्गन फेल्योर!

पहाड़ों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी, कैसे तीसरी लहर का मुकाबला करेगा उत्तराखंड?


बाकी खबरें

  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    बीमार लालू फिर निशाने पर क्यों, दो दलित प्रोफेसरों पर हिन्दुत्व का कोप
    21 May 2022
    पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद और उनके परिवार के दर्जन भर से अधिक ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी का राजनीतिक निहितार्थ क्य है? दिल्ली के दो लोगों ने अपनी धार्मिक भावना को ठेस लगने की शिकायत की और दिल्ली…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    ज्ञानवापी पर फेसबुक पर टिप्पणी के मामले में डीयू के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को ज़मानत मिली
    21 May 2022
    अदालत ने लाल को 50,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही जमानत राशि जमा करने पर राहत दी।
  • सोनिया यादव
    यूपी: बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच करोड़ों की दवाएं बेकार, कौन है ज़िम्मेदार?
    21 May 2022
    प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक खुद औचक निरीक्षण कर राज्य की चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। हाल ही में मंत्री जी एक सरकारी दवा गोदाम पहुंचें, जहां उन्होंने 16.40 करोड़…
  • असद रिज़वी
    उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव का समीकरण
    21 May 2022
    भारत निर्वाचन आयोग राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा  करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश समेत 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है। मतदान 10 जून को…
  • सुभाष गाताडे
    अलविदा शहीद ए आज़म भगतसिंह! स्वागत डॉ हेडगेवार !
    21 May 2022
    ‘धार्मिक अंधविश्वास और कट्टरपन हमारी प्रगति में बहुत बड़े बाधक हैं। वे हमारे रास्ते के रोड़े साबित हुए हैं। और उनसे हमें हर हाल में छुटकारा पा लेना चाहिए। जो चीज़ आजाद विचारों को बर्दाश्त नहीं कर सकती,…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License