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दिल्ली: सफाई कर्मचारियों के संघर्ष की की बड़ी जीत, निकाले गए कर्मचारियों को वापस दी गईं नौकरियां!
मुख्यमंत्री आवास पर हुए सफाई कर्मियों के प्रदर्शन के बाद निकाले गए कर्मचारियों को नौकरियां वापस दे दी गईं हैं। विश्विद्यालय ने लिखित आश्वासन दिया है कि टेंडर बदलने की स्थिति में भी सफाई कर्मियों को नहीं निकाला जाएगा। 
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
21 Oct 2021
workers

सफाई कामगार यूनियन(एस.के.यू) और इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर विमेन(आईजीडीटीयूडबल्यू) के सफाई कर्मचारियों के संघर्ष की आज बड़ी जीत हुई और विश्विद्यालय प्रशासन को उनकी नौकरियां वापस देने को विवश होना पड़ा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिखित आश्वासन दिया है, जिसमें कहा गया है कि टेंडर बदलने की स्थिति में भी किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। यह ज्ञात हो कि सफाई कर्मचारियों और एस.के.यू को यह जीत तब हासिल हुई जब उन्होंने कपड़े उतार कर दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास के सामने आज यानी गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया।

प्रशासन द्वारा जारी नोटिस 

एसकेयू के प्रेस रिलीज़ के अनुसार सफाई कर्मचारियों के प्रदर्शन के बाद, सफाई कामगार यूनियन को दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से बातचीत के लिए बुलाया गया। मीटिंग में तय हुआ कि मुख्यमंत्री कार्यालय विश्वविद्यालय को यह निर्देश देगा कि वो कर्मचारियों को यह लिखित आश्वासन दे कि उन्हें टेंडर के बदलने पर काम से नहीं निकाला जाएगा। यह सब कर्मचारियों के मुखर संघर्ष के बाद ही संभव हो पाया है।

ज्ञात हो कि कल कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चान्सलर और रजिस्ट्रार द्वारा मीडिया के सामने मौखिक आश्वासन दिया गया था। मगर जब कर्मचारियों ने अपनी भूख हड़ताल को जारी रख कर लिखित आश्वासन की मांग रखी तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने नौकरी में केवल 2 महीने की अवधि बढ़ाने का काम किया।

यूनियन की इस जीत के साथ सफाई कर्मचारियों ने अपना धरना वापस ले लिया है। और उन्होंने यूनियन के अपने संघर्ष को आगे बढ़ाने और उसे पूरे प्रदेश में ले जाने का निर्णय लिया। साथ ही, तब तक अपना संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया है जब तक सभी कांट्रैक्ट कामगारों को आप सरकार के चुनावी वादे के अनुसार नियमित नहीं कर दिया जाता है।

आपको बता दें कि 14 सितंबर 2021 को सफाई कर्मचारियों को उनकी नौकरी से निकाल दिया गया था और वे तब से ही लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। दिल्ली सरकार के झूठे आश्वासनों के विपरीत नए ठेकेदार को लाया जा चुका है।

इसे भी पढ़े: दिल्ली सरकार के विश्वविद्यालय के सफ़ाई कर्मचारियों ने कपड़े उतार कर मुख्यमंत्री आवास पर किया प्रदर्शन!

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