NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
दिल्ली: वेतन न मिलने पर शिक्षकों की हड़ताल जारी, डॉक्टरों की सामूहिक इस्तीफ़ा देने की चेतावनी
कोरोना संकट में भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने आठ हजार शिक्षकों और कई अस्पतालों के डॉक्टरों को तीन महीने से वेतन नहीं दिया है। जिससे परेशान होकर शिक्षक भूख हड़ताल पर हैं। जबकि डॉक्टरों ने भी सामूहिक इस्तीफ़ा देने की चेतावनी दी है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Jun 2020
 शिक्षकों की हड़ताल

कोरोना के समय भी कोरोना योद्धा कहे जाने वाले लोगों को दिल्ली में वेतन नहीं मिल रहा है। जिससे संकट गहराता जा रहा है। दिल्ली नगर निगम के करीब आठ हजार एमसीडी शिक्षकों को पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं दी गई है। यही हाल निगम के डॉक्टरों का भी है। नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल बड़ा हिंदूराव और कस्तूरबा अस्पताल में भी कई महीने से वेतन नहीं मिला है।

शिक्षकों का कहना है कि इस वायरस से पैदा हुए संकट और वेतन न मिलने की वजह से घर नहीं चला पा रहे हैं। इससे परेशान शिक्षकों ने अब भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया है। लेकिन दिल्ली सरकार और निगम को इन कर्मचारियों की चिंता नहीं दिख रही है, दोनों के अपने दावे है लेकिन कर्मचारी बिना वेतन के इस महामारी में काम करने को मज़बूर हैं। दिल्ली सरकार कह ही है कि उसने पैसे दे दिए हैं लेकिन एमसीडी अधिकारी और नेता कहते हैं कि सैलरी के लिए कोई पैसा नहीं मिला है। यह कोई पहली बार नहीं हुआ है नगर निगम और दिल्ली सरकार के बीच यह खींचतान पिछले कई सालों से जारी है। खासतौर पर पिछले कुछ सालों में उत्तरी नगर निगम की हालत बहुत बुरी है। इस निकाय के कर्मचारियों के वेतन में अनियमितता और उनका प्रदर्शन आम हो गया है।

इसे भी पढ़ें : दिल्ली : क्या सरकार ने शिक्षकों को कोरोना की जंग में अकेला छोड़ दिया है?

वेतन न मिलने पर शिक्षकों की हड़ताल

तीन माह से वेतन न मिलने पर अब एनडीएमसी के कर्मियों ने हड़ताल का रास्ता अपना लिया है। निगम के शिक्षकों ने सोमवार से काम बंद करके हड़ताल शुरू कर दी। जिससे राशन वितरण का कार्य प्रभावित हुआ। शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप खत्री ने कहा कि निगम शिक्षक तीन माह से बिना वेतन के ही काम कर रहे हैं। इस दौरान कई शिक्षक कोरोना से संक्रमित भी हो गए फिर भी निगम प्रशासन उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। तीन माह से वेतन न मिलने की वजह से शिक्षक अपने बैंक की लोन की किस्त नहीं भर पा रहे है, इसके अलावा कई शिक्षकों के घर में खाने तक की दिक्कत हो रही है।

IMG-20200614-WA0005.jpg

शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के नेतृत्व में उत्तरी दिल्ली के कई स्कूलों में भूख हड़ताल जारी है, शिक्षक स्कtल आते है और वहां वो भूख हड़ताल पर रहते हैं।

ये अकेले शिक्षकों की समस्या नहीं है, दिल्ली में कस्तूरबा और हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टरों के साथ पिछले कई महीनों से ऐसा ही हो रहा है।

डॉक्टरो की चेतावनी अगर जल्द वेतन नहीं दिया तो देंगे सामूहिक इस्तीफ़ा

दिल्ली में नगर निगम का सबसे बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज हिंदूराव के डॉक्टरों को पिछले चार महीने से और दरियागंज स्थित कस्तूरबा अस्पताल के डॉक्टरों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। ये दोनों ही अस्पताल एनडीएमसी के अंतर्गत आते हैं। इसको लेकर डॉक्टरों ने कई बार शिकायत की है लेकिन कोई भी सुनवाई न होने पर रेज़िडेंट डॉक्टर्सों के संगठन ने अब अस्पताल प्रशासन को चिट्ठी लिखकर सामूहिक रूप से इस्तीफ़ा देने की चेतावनी दी है।

आपको बता दें दिल्ली के नगर निगम में पिछले कई सालो ने भाजपा काबिज़ हैं। परन्तु जबसे  दिल्ली नगर निगम को तीन भागो में बाँट गया है तब से नगर निगमों की स्थति और भी बदतर हुई है। बहुत लोग कहते हैं कि नगर निगम के कार्यलय भ्रष्टाचार का अड्डा हैं, उससे अधिक कुछ भी नहीं। दिल्ली सहित पूरे देश में कोरोना महामारी है। ऐसे में देश के सभी संस्था इससे लड़ने का प्रयास कर रही है लेकिन इस दौरन भी दिल्ली के नगर निगम की भूमिका सवालों के घेरे में है। दिल्ली में लगभग 3500 बेड नगर निगमों के अस्पतालों में है लेकिन उनके अस्पतालों में एक भी कोरोना मरीज़ का इलाज़ नहीं किया जा रहा है। इलाज़ छोड़िए वो कर्मचारी जो अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगो की सेवा कर रहे है चाहे वो स्कूल के शिक्षक हों जो राशन और खाना बाँट रहे हों, या कोई डॉक्टर जिन्हे इस महामारी के दौरान योद्धा कहा जा रहा है, उनमें से किसी को भी वेतन नहीं दिया जा रहा है।

DELHI DR.PNG

नगर निगम में कर्मचारियों को वेतन न मिलना अब आम बात हो गई हैं। निगम के कर्मचारी ने कहा कि 'जो विभाग हड़ताल पर जाता है उन्हें वेतन दिया जाता है। बाक़ी कभी भी समय से वेतन नहीं दिया जाता है।'

हिंदूराव हॉस्पिटल में रेज़िडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर अभिमन्यु सरदाना का कहना है कि एनडीएमसी के अस्पतालों में सही समय पर तनख़्वाह न मिलना आम बात है।

हिंदूराव हॉस्पिटल में न सिर्फ़ डॉक्टरों बल्कि नर्सों और अन्य स्वास्थकर्मियों को भी वेतन नहीं मिला है। डॉक्टर अभिमन्यु ने बताया कि यहां 500 से ज़्यादा स्वास्थ्यकर्मी हैं।

कस्तूरबा हॉस्पिटल के डॉक्टरों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। यहां भी रेज़िडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रशासन को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि अगर 16 जून तक वेतन न मिला तो उन्हें इस्तीफ़ा देने पर मजबूर होना पड़ेगा।

हर बार की तरह इसबार भी निगम फंड की कमी का हवाला दे रहा है। जब भी कर्मचारी अपना वेतन मांगते है निगम के अधिकारी दिल्ली सरकार से फंड रिलीज़ नहीं होने की बात कहते हैं। जबकि दिल्ली सरकार साफतौर पर कह रही है कि निगम का उसने कोई भी फंड नहीं रोका है। सरकार और निगम को चाहिए की इस समस्या का कोई स्थायी समाधान ढूंढे। जिससे कर्मचारियों को दिक्क्त का सामना न करना पड़े। 

Coronavirus
Lockdown
teachers protest
delhi teacher's
salary

Related Stories

दिल्ली : पांच महीने से वेतन न मिलने से नाराज़ EDMC के शिक्षकों का प्रदर्शन

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

एमपी : ओबीसी चयनित शिक्षक कोटे के आधार पर नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे

सड़क पर अस्पताल: बिहार में शुरू हुआ अनोखा जन अभियान, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जनता ने किया चक्का जाम

बिहारः विश्वविद्यालयों-कॉलेजों के 25 हज़ार कर्मियों को चार माह से नहीं मिला वेतन, करेंगे आंदोलन

बिहार : शिक्षा मंत्री के कोरे आश्वासनों से उकताए चयनित शिक्षक अभ्यर्थी फिर उतरे राजधानी की सड़कों पर  

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने वाले सैकड़ों शिक्षक सड़क पर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?

निमहांस के बर्ख़ास्त किये गए कर्मचारी जुलाई से हैं हड़ताल पर

डीयू: एनईपी लागू करने के ख़िलाफ़ शिक्षक, छात्रों का विरोध

"लॉकडाउन जनता से अन्याय और अमानवीय, हम पूरी ताक़त से करेंगे विरोध!" : पंजाब के किसान


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ः 60 दिनों से हड़ताल कर रहे 15 हज़ार मनरेगा कर्मी इस्तीफ़ा देने को तैयार
    03 Jun 2022
    मनरेगा महासंघ के बैनर तले क़रीब 15 हज़ार मनरेगा कर्मी पिछले 60 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं फिर भी सरकार उनकी मांग को सुन नहीं रही है।
  • ऋचा चिंतन
    वृद्धावस्था पेंशन: राशि में ठहराव की स्थिति एवं लैंगिक आधार पर भेद
    03 Jun 2022
    2007 से केंद्र सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 7 रूपये से लेकर 16 रूपये दिए जा रहे हैं।
  • भाषा
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव में दर्ज की रिकार्ड जीत
    03 Jun 2022
    चंपावत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री को 13 चक्रों में हुई मतगणना में कुल 57,268 मत मिले और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाल़ कांग्रेस समेत सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो…
  • अखिलेश अखिल
    मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 
    03 Jun 2022
    बिहार सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना के एलान के बाद अब भाजपा भले बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन नीतीश का ये एलान उसकी कमंडल राजनीति पर लगाम का डर भी दर्शा रही है।
  • लाल बहादुर सिंह
    गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया
    03 Jun 2022
    मोदी सरकार पिछले 8 साल से भारतीय राज और समाज में जिन बड़े और ख़तरनाक बदलावों के रास्ते पर चल रही है, उसके आईने में ही NEP-2020 की बड़ी बड़ी घोषणाओं के पीछे छुपे सच को decode किया जाना चाहिए।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License