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भारत
राजनीति
दिल्ली: रिंकू शर्मा हत्याकांड को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश!
दिल्ली पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच में इसे आपसी झगड़े का मामला बताया है। हालांकि, अब इस पूरे प्रकरण की जाँच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
15 Feb 2021
Rinku Sharma
Image courtesy: Social Media

दिल्ली में 10 फरवरी को मंगोलपुरी स्थित घर में युवक रिंकू शर्मा की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस, पड़ोस में रहने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन अब इस मामले में दिल्ली का राजनीतिक माहौल गर्म है, बीजेपी खुलकर इसको लेकर राजनीति करती दिख रही है। वो इस पूरे मामले को हिन्दू-मुस्लिम के एंगल से देख रही है और काफी आक्रमक है। हालांकि भाजपा दिल्ली पुलिस से सवाल नहीं कर रही है। आप जानते हैं कि दिल्ली की कानून व्यवस्था और पुलिस केंद्र के अंतर्गत आती है। इसी को लेकर दिल्ली राज्य की सत्ता में काबिज़ आम आदमी पार्टी बीजेपी को घेर रही है। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच में इस हत्या को धर्मिक नहीं बल्कि आपसी झगड़े का मामला बताया गया। हालांकि अब इस पूरे प्रकरण की जाँच पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। आइए क्रमवार देखते हैं कि क्या ये मामला धर्मिक है या आपराधिक?

क्या है पूरा मामला?

10 फरवरी को मंगोलपुरी स्थित घर में रिंकू शर्मा की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस पड़ोस में रहने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसकी जांच स्थानीय पुलिस से लेकर अब क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।

क्राइम ब्रांच को एक महीने में चार्जशीट दाखिल करने के निर्देश भी दिए गए हैं। पीड़ित रिंकू के परिवार वालों का आरोप है कि वह गत पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए निकाली गई रैली में शामिल हुए थे। जिसके कारण आरोपित उनसे दुश्मनी निकालना चाहते थे। इसी रंजिश में रिंकू की हत्या कर दी गई।

जबकि इस घटना के प्रारभिंक जांच के बाद पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने मीडया को बताया था कि जन्मदिन पार्टी में रेस्टोरेंट में हमला करने वालों से झगड़ा हुआ था। पुलिस के मुताबिक यह हत्या आपसी विवाद का नतीजा थी, हालाँकि उन्होंने परिवार के आरोप पर कहा था पुलिस सभी पक्षों से इस मामले की जाँच कर रही है।

 इस बीच एक टीवी चैनल ने रिंकू के दोस्त जिसके जन्मदिन की पार्टी में झगड़ा हुआ था, उससे बात की और उसने उस बातचीत में साफ किया कि उसने पार्टी में रिंकू सहित अपने अन्य साथियों को बुलाया था। वहीं झगड़ा हो गया, उसके बाद पार्टी ख़त्म कर के सभी घर चले गए। जिसके बाद यह घटना हुई।

 इसके बाद सोशल मीडया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे घटना की रात का बताया जा रहा है। इसमें रिंकू के घर के बाहर कुछ लोग हंगामा करते दिख रहे हैं। वीडियो में रिंकू भी आक्रमक दिख रहे हैं। जो लोग हमला करने आए थे, उनकी संख्या ज्यादा थी, जबकि रिंकू अकेले थे। इस बीच रिंकू घर से चाकू लेकर निकलते दिखे, जिसके बाद उनकी माँ ने उन्हें रोकने का भी प्रयास किया। लेकिन वो नहीं रुके और चाकू लेकर बाहर निकले। उसके बाद क्या हुआ, इस वीडियो में साफ़ नहीं हुआ।

पुलिस और जाँच करने वाली एजेंसी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। लेकिन खुद को हिन्दू हितैषी होने का दावा करने वाली भगवा पार्टी लगातार इसको लेकर राजनीति कर रही है। और वो रिंकू को दिल्ली में अपनी हिंदुत्व की राजनीति का पोस्टर ब्वॉय बनाने की कोशिश कर रही है।  

उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी रविवार को मंगोलपुरी पहुंचे। उन्होंने रिंकू शर्मा के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली में एक के बाद एक उन्मादी भीड़ द्वारा की जा रही हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताते हुए रिंकू शर्मा की हत्या के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी को लेकर भी सवाल उठाए और केजरीवाल से रिंकू शर्मा के परिवार को भी एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने के लिए कहा। हालांकि उन्होंने एक बार भी यह नहीं कहा दिल्ली में लगातार खराब होती कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार कौन है? लेकिन वो इस पूरे मामले को लेकर राजनीति के मैदान में कूद पड़े।  

जब राजनीति हो रही तो आम आदमी पार्टी खुद को कैसे दूर रख पाती। वो भी खुद को बीजेपी से बड़ा हिन्दू हितैषी साबित करने की कोशिश कर रही है। उसके बड़े नेता लगातार सामने आकर इस तरह के बयान दे रहे हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक राघव चड्ढा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘आप’ मांग करती है कि बीजेपी की केंद्र सरकार रिंकू के परिजनों को एक करोड़ की सहायता राशि दे। चड्ढा ने कहा कि बंगाल में जय श्रीराम का नारा लगाने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या होने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोल रहे हैं, लेकिन दिल्ली में रिंकू शर्मा हत्याकांड पर बीजेपी और अमित शाह दोनों चुप हैं।

Rinku Sharma
Rinku Sharma Murder Case
delhi police
BJP
Congress

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