भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर में जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि शाहीन बाग में लाखों सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी घरों में घुसेंगे और महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या करेंगे।
शाहीन बाग़ में क़रीब 45 दिनों से सीएए विरोधी प्रदर्शन के ख़िलाफ़ भाजपा के तीखे हमलों के बीच वर्मा का यह विवादास्पद बयान आया है। इससे पहले केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को आरोप लगाया था कि यह ‘‘चुप रहने वाले बहुमत’’ को कुछ सौ लोगों द्वारा ‘‘दबाए जाने का’’ का मामला है।
वर्मा ने कहा है, ‘‘कश्मीर में जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है। अब लोगों को निर्णय करना है। कल को मोदीजी और अमित शाह जी बचाने नहीं आएंगे।’’
वर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया और अब राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को निर्णय करना है कि आठ फरवरी को विधानसभा चुनावों में वे किसे वोट देना चाहते हैं।
इससे पहले बीते सोमवार को भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने कहा था, "जब दिल्ली में मेरी सरकार बन गई तब 11 फ़रवरी के बाद एक महीने में मेरी लोकसभा में जितनी मस्जिद सरकारी ज़मीन पर बनी हुई हैं, उनमें से एक मस्जिद नहीं छोड़ूंगा। सारी मस्जिद हटा दूंगा।"
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली विधानसभा चुनाव की रैलियों के दौरान बीजेपी के मंत्रियों ने इस तरह की मुस्लिम-विरोधी बयानबाज़ी की है। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने बाबरपुर की एक रैली के दौरान कहा था कि लोग चुनाव में इतनी ज़ोर से भाजपा का बटन दबाएँ, जिसका करेंट शाहीन बाग़ को लगे।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)