NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
घरेलू गैस की कीमतें बढ़ी, विपक्ष ने कहा-जनता की जेब पर लगा करंट
विपक्षी दलों ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हार का बदला लेने के लिए ऐसा किया है। एलपीजी की कीमत में प्रति सिलेंडर 144.5 रुपये की वृद्धि की गई है। अब एक सिलेंडर के लिए 858.50 रुपये देने होंगे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
12 Feb 2020
lpg

दिल्ली: वाम दलों ,कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने घरेलू गैस की कीमत में वृद्धि को लेकर भाजपा की  केन्द्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भगवा पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हार का बदला लेने के लिए ऐसा किया है।
 एलपीजी की कीमत में प्रति सिलेंडर 144.5 रुपये की वृद्धि की गई है। अब एक सिलेंडर के लिए 858.50 रुपये देने होंगे। वैश्विक स्तर पर ईंधन की कीमतों में तेजी के कारण यह बढ़ोत्तरी की गई है।

तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा जन-विरोधी पार्टी है और उसके फैसले तथा नीतियां यही दर्शाती हैं। विभिन्न विधानसभा चुनावों में हार के बावजूद उन्हें अभी तक सबक सीखना बाकि है।’’

माकपा के विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘वे लोग दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का बदला लेने की कोशिश कर रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि लोगों ने भाजपा को वोट नहीं दिया, वे लोग एलपीजी की कीमत बढ़ाकर बदला ले रहे हैं।’’
 इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि एलपीजी की कीमत में वृद्धि का दिल्ली चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। घोष ने कहा कि एलपीजी की कीमत वक्त-वक्त पर बढ़ती-घटती रहती है इसका चुनाव परिणाम से कोई लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस ने रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी को लेकर बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार ने जनता की जेब पर करंट लगा दिया है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि सरकार रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी को वापस ले और कच्चे तेल के दाम में गिरावट का फायदा देश को जनता को प्रदान करे।


उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी सरकार ने रसोई गैस की क़ीमत 144 रुपये बढ़ाई। दिल्ली चुनाव के दौरान अमित शाह ने करंट लगाने की बात की। अब जनता की जेब पर करंट लगा दिया गया है।’’

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘देश में प्रति उपभोक्ता 12 सिलेंडर के वार्षिक खपत के आधार पर हिसाब लगाएं तो मोदी जी ने इस वृद्धि से जनता की जेब से साल में 43562 करोड़ रुपये निकाल लिया। इसे कहते हैं कि मोदी जी का करंट जिससे जोर का झटका जोर से लगता है। इससे महिलाओं के बजट पर ग्रहण लगा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम हो रहे हैं । अगर आपको देश की जनता पर बोझ डालना था तो इसका उल्लेख बजट में करना था। बजट में इसकी चर्चा नहीं और पिछले दरवाजे से कीमत बढ़ा दी। हमारी मांग है कि रसोई गैस की इस वृद्धि वापस ली जाए और कच्चे तेल के दाम में कटौती का फायदा आम लोगों को दिया जाए।’’

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘2019 से 2020 यानी एक साल में रसोई गैस की क़ीमत 200 रुपये बढ़ गई है। दिल्ली में एक सिलेंडर की कीमत 858.50 रुपये, मुंबई में 829.50 रुपये, चेन्नई में 881 रुपये और कोलकाता में 896 रुपये है।’’

दरअसल, रसोई गैस की कीमतों में बुधवार को 144.5 रुपये प्रति सिलिंडर की भारी-भरकम वृद्धि की गयी। सरकारी पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने एक अधिसूचना में इसकी जानकारी दी।
हालांकि सरकार ने रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी बढ़ाकर लगभग दोगुनी कर दी है। इससे सब्सिडी वाले सिलिंडर के उपभोक्ताओं पर अधिक बोझ नहीं पड़ेगा। कंपनियों ने कहा कि एलपीजी सिलिंडर की कीमत पहले के 714 रुपये से बढ़ाकर 858.50 रुपये कर दी गयी है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)
     

LPG gas
LPG price hike
CPM
Congress
Modi
BJP
Delhi Election 2020
TMC

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • aaj ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    धर्म के नाम पर काशी-मथुरा का शुद्ध सियासी-प्रपंच और कानून का कोण
    19 May 2022
    ज्ञानवापी विवाद के बाद मथुरा को भी गरमाने की कोशिश शुरू हो गयी है. क्या यह धर्म भावना है? क्या यह धार्मिक मांग है या शुद्ध राजनीतिक अभियान है? सन् 1991 के धर्मस्थल विशेष प्रोविजन कानून के रहते क्या…
  • hemant soren
    अनिल अंशुमन
    झारखंड: भाजपा काल में हुए भवन निर्माण घोटालों की ‘न्यायिक जांच’ कराएगी हेमंत सोरेन सरकार
    18 May 2022
    एक ओर, राज्यपाल द्वारा हेमंत सोरेन सरकार के कई अहम फैसलों पर मुहर नहीं लगाई गई है, वहीं दूसरी ओर, हेमंत सोरेन सरकार ने पिछली भाजपा सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार-घोटाला मामलों की न्यायिक जांच के आदेश…
  • सोनिया यादव
    असम में बाढ़ का कहर जारी, नियति बनती आपदा की क्या है वजह?
    18 May 2022
    असम में हर साल बाढ़ के कारण भारी तबाही होती है। प्रशासन बाढ़ की रोकथाम के लिए मौजूद सरकारी योजनाओं को समय पर लागू तक नहीं कर पाता, जिससे आम जन को ख़ासी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है।
  • mundka
    न्यूज़क्लिक टीम
    मुंडका अग्निकांड : क्या मज़दूरों की जान की कोई क़ीमत नहीं?
    18 May 2022
    मुंडका, अनाज मंडी, करोल बाग़ और दिल्ली के तमाम इलाकों में बनी ग़ैरकानूनी फ़ैक्टरियों में काम कर रहे मज़दूर एक दिन अचानक लगी आग का शिकार हो जाते हैं और उनकी जान चली जाती है। न्यूज़क्लिक के इस वीडियो में…
  • inflation
    न्यूज़क्लिक टीम
    जब 'ज्ञानवापी' पर हो चर्चा, तब महंगाई की किसको परवाह?
    18 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में अभिसार शर्मा सवाल उठा रहे हैं कि क्या सरकार के पास महंगाई रोकने का कोई ज़रिया नहीं है जो देश को धार्मिक बटवारे की तरफ धकेला जा रहा है?
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License