NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
चुनाव आयोग को एनआरआई के मतदान पर फैसले से पहले सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए: माकपा
चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह कदम चौंकाने वाला और स्तब्ध करने वाला है।
भाषा
05 Dec 2020
yechuri

नयी दिल्ली: माकपा ने डाक मतपत्रों के जरिए प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को मतदान करने की इजाजत देने के चुनाव आयोग के एक प्रस्ताव के बीच शुक्रवार को कहा कि मतदान प्रक्रिया में कोई बदलाव करने पर फैसला करने से पहले वह एक सर्वदलीय बैठक बुलाए।

चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह कदम चौंकाने वाला और स्तब्ध करने वाला है।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को मतदान प्रक्रिया में कोई बड़ा बदलाव करने से पहले अवश्य ही एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में, चुनाव आयोग ने लोकतांत्रिक संस्कृति को कायम रखने की अपनी परंपरा का पालन नहीं किया है। ’’

येचुरी ने कहा, ‘‘हम मीडिया में आई इन खबरों से आश्चर्यचकित एवं स्तब्ध हैं कि चुनाव आयोग असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी में आगामी विधानसभा चुनावों में विदेशों में रह रहे भारतीयों/ एनआरआई के मतदान करने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक कानूनी प्रस्ताव लाया है। ’’

ECI must call an all party meeting adhering to the practice since independence before making major changes in voting procedures, like the current proposal for NRI voting.
Lately, ECI has not been adhering to its practices on upholding democratic culture.https://t.co/JD176ACSQf pic.twitter.com/Li4SBhcm9r

— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 4, 2020

हालांकि, इस विषय पर चुनाव आयोग की तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। आयोग ने पिछले हफ्ते इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड डाक मतपत्र (ईडीपीबीएस) व्यवस्था को विदेश में रह रहे भारतीय मतदाताओं को मतदान के लिये योग्य बनाने को लेकर विस्तारित करने का प्रस्ताव किया था, जो अब तक सैन्य कर्मियों के लिए उपलब्ध है।

माकपा नेता ने कहा कि पार्टी ने सुझाव दिया था कि विभिन्न देशों में भारत के दूतावासों में मतदान केंद्र बनाए जाएं ताकि भारतीय नागरिक उन देशों से मतदान कर सकें जहां वे फिलहाल रह रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस व्यवस्था का अनुपालन विश्व के कई लोकतांत्रिक देश कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि माकपा का यह दृढ़ विचार है कि चुनाव आयोग को यथाशीघ्र एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए ताकि आगे बढ़ने से पहले एनआरआई को मतदान का अधिकार देने में शामिल जटिल मुद्दों पर चर्चा हो सके।

Sitaram yechury
CPI-M
NRI voter
election commission
EDPBS

Related Stories

चुनावी वादे पूरे नहीं करने की नाकामी को छिपाने के लिए शाह सीएए का मुद्दा उठा रहे हैं: माकपा

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

बिना अनुमति जुलूस और भड़काऊ नारों से भड़का दंगा

NEP भारत में सार्वजनिक शिक्षा को नष्ट करने के लिए भाजपा का बुलडोजर: वृंदा करात

करौली हिंसा पर फैक्ट फाइंडिंग:  संघ-भाजपा पर सुनियोजित ढंग से हिंसा भड़काने का आरोप

सीताराम येचुरी फिर से चुने गए माकपा के महासचिव

हिंदुत्व एजेंडे से उत्पन्न चुनौती का मुकाबला करने को तैयार है वाम: येचुरी

मध्यप्रदेश विधानसभा निर्धारित समय से नौ दिन पहले स्थगित, उठे सवाल!

विज्ञापन में फ़ायदा पहुंचाने का एल्गोरिदम : फ़ेसबुक ने विपक्षियों की तुलना में "बीजेपी से लिए कम पैसे"  


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License